नई दिल्ली : भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सोमवार को तीन दिन की यात्रा पर दक्षिण कोरिया के लिए रवाना हुए. उनके दौरे के मुख्य मकसद दोनों देशों के बीच सैन्य संबंधों को मजबूत करना है. जनरल नरवणे इस दौरान दक्षिण कोरिया के वरिष्ठ सैन्य और राजनीतिक नेताओं से मुलाकात करेंगे.
वह सोल में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण करेंगे. वो दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख, संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष, और रक्षा अधिग्रहण योजना प्रशासन (डीएपीए) से मुलाकात करेंगे जहां भारत-कोरिया रक्षा संबंधों को बढ़ाने पर चर्चा होगी.
इससे पहले, जनरल नरवणे द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए सऊदी अरब और यूएई की ऐतिहासिक यात्रा कर चुके हैं. यह महत्वपूर्ण खाड़ी देशों की भारतीय सेना के प्रमुख द्वारा की गई पहली यात्रा थी.
सेना प्रमुख की यात्रा भारत और दक्षिण कोरिया के बीच बढ़ते सामरिक संबंधों और रक्षा क्षेत्र में सहयोग के नए रास्ते खोलने के रूप में देखा जा रहा है.
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इस महीने की शुरुआत में, नरवणे ने अपने दो देशों की यात्रा के दूसरे चरण के हिस्से के रूप में आपसी हित और रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए शीर्ष सऊदी जनरलों को आमंत्रित किया. भारतीय सेना के अनुसार, यह पहली बार है कि किसी भारतीय सेना प्रमुख ने यूएई और सऊदी अरब का दौरा किया.