उदयपुर : भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल रविवार को अल्प प्रवास पर उदयपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. कृषि विधेयक और हाथरस दुष्कर्म मामले पर भी अपनी बात रखी.
अपेक्षाएं पूरी नहीं होने पर अलग हुआ अकाली दल
मेघवाल ने कहा कि कृषि विधेयक हमारे देश और किसानों के लिए प्राणवायु साबित होगा. कांग्रेस और दूसरे राजनीतिक संगठनों द्वारा कृषि विधेयक के विरोध को लेकर मेघवाल ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल पूर्व में चाहते थे कि यह विधेयक देश में लागू हो. साल 1990 से इस विधेयक को लागू करने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन सरकारें बदलती गई और यह विधेयक लागू नहीं हो पाया.
अब जब भाजपा ने इस विधेयक को लागू कर दिया, तो वहीं लोग इसका विरोध कर रहे है. इस दौरान एनडीए गठबंधन से अकाली दल के अलग होने पर मंत्री ने कहा कि इस विधेयक पर अकाली दल हमसे अलग नहीं हुआ, बल्कि उनकी कुछ राजनीतिक अपेक्षाएं थी, जो पूरी नहीं हो पाई और यही उनके अलग होने का प्रमुख कारण है.
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कांग्रेस के विरोध पर बोले मेघवाल
वहीं, राहुल गांधी द्वारा कृषि विधेयक को कचरे में फेंकने की बात पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी तो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान भी इस तरह की हरकतें कर चुके हैं. ऐसे में मुझे उन पर कोई टीका टिप्पणी नहीं करनी, लेकिन उन्हें यह याद रखना चाहिए जब देश में कांग्रेस की सरकार थी, तब कपिल सिब्बल ने संसद में इस विधेयक की तारीफ की थी और इसे लागू करने के वादे किए गए थे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भी साल 2019 में इसे शामिल किया था, लेकिन अब इसका विरोध कर जनता को भ्रमित करने का काम कर रही है.
कांग्रेस दुष्कर्म के मुद्दे पर राजनीति कर रही है
देश में लगातार बढ़ रही बलात्कार की घटनाओं पर सांसद मेघवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो घटना हुई है, वहां की सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी, लेकिन इसी तरह के हालात राजस्थान में हैं और कांग्रेस की सरकार हालात सुधारने के बजाय अन्य राज्यों के मुद्दों को लेकर राजनीति कर रही है जो सरासर गलत है. मोदी मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर मेघवाल सवालों से बचते नजर आए और कहा कि मैं इस बारे में कुछ भी नहीं कह पाऊंगा, यह मेरे क्षेत्राधिकार से बाहर की बात है.