पटना : कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य हन्नान मोल्लाह ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी कारक महागठबंधन के पक्ष में काम करेगा. बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 53.54 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. इस विषय पर ईटीवी भारत न हन्नान मोल्लाह से बातचीत की.
मोल्लाह ने कहा कि बिहार और केंद्र सरकार, दोनों ही सत्ता विरोधी कारक हैं. नीतीश सरकार पिछले 10 वर्षों में कुछ भी उल्लेखनीय करने में विफल रही. राज्य में बड़े पैमाने पर बाढ़ की समस्या, प्रवासी श्रमिकों का मुद्दा और बेरोजगारी जैसी समस्याएं थीं.
पहले चरण के मतदान में बिहार में शाम 6 बजे तक 53.54 प्रतिशत मतदान हुआ.
मोल्लाह ने आगे कहा कि महागठबंधन को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है. बिहार में लेफ्ट बेस है और वह मत जुटा सकता है. मौजूदा स्थिति में लेफ्ट, आरजेडी और कांग्रेस का सबसे अच्छा मेल है.
महागठबंधन में 243 विधानसभा सीटों में से, भाजपा 144 सीटों पर, 70 सीटों पर कांग्रेस और सीपीआई (एमएल) 19 सीटों, सीपीआई 6 और सीपीएम सहित 4 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
इस बीच, जम्मू-कश्मीर में अन्य राज्यों के लोगों को भूमि अधिकार देने के मुद्दे का जिक्र करते हुए, मोल्लाह ने कहा कि यह कश्मीर की जनसांख्यिकी और संस्कृति को बदलने के लिए वर्तमान भाजपा सरकार की साजिश है.
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दो केंद्र शासित प्रदेशों में एक राज्य के विभाजन के बाद, केंद्र सरकार चाहती है कि अन्य लोग कश्मीर में भूमि पर कब्जा कर लें. इससे कश्मीरी लोगों की पहचान नष्ट हो जाएगी.
मोल्लाह ने कहा कि कश्मीर में कोई विकास नहीं हुआ. कोई लोकतांत्रिक अधिकार नहीं, आजीविका और कोई सुधार नहीं.
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विपक्ष को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है.