नई दिल्ली : कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के अध्यक्ष अखिल गोगोई को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के एक दिन बाद नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) विरोधी नेता प्रवीण दास ने उन्हें रिहा करने की मांग की है.
प्रवीण दास ने कहा, 'हमें सरकार द्वारा CAA आंदोलन को रोकने के लिए एक साजिश के बाद गिरफ्तार किया गया था. हम अखिल गोगोई को तत्काल रिहा करने की मांग करते हैं.'
उन्होंने कहा कि पहले भी कई मौकों पर गोगोई को सुरक्षा एजेंसियों ने 'बिना किसी उचित कारण के' गिरफ्तार किया था.
उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, 'CAA आमजन का विरोधी है. हम कभी भी अधिनियम को स्वीकार नहीं करेंगे. सरकार हमेशा स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए अपनी सेना का उपयोग करने की कोशिश करती है. जब भी कोई भी सरकार के खिलाफ बोलने की कोशिश करता है, तो बलों का प्रयोग किया जाता है.'
क्यों हुई गिरफ्तारी
किसान नेता अखिल गोगोई पर अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन अमेंडमेंट एक्ट (UAPA) के तहत केस दर्ज किया गया है. अखिल गोगोई पर नागरिकता कानून को लेकर लोगों को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगा है. साथ ही नागरिकता कानून का विरोध कर रहे लोगों को भड़काने का आरोप भी उन पर लगा है.
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10 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक विशेष अदालत ने कृषक मुक्ति संग्राम समिति (KMSS) के अध्यक्ष अखिल गोगोई को 10 दिन की हिरासत में भेज दिया है.
उन्हें जोरहाट में 12 दिसंबर को असम पुलिस ने गिरफ्तार किया था और बाद में NIA को सौंप दिया था.
190 से ज्यादा लोगों की हुई है गिरफ्तारी
सरकारी अधिकारी के अनुसार, जब से एंटी-सीएए आंदोलन शुरू हुआ, तब से 190 से अधिक लोगों को असम पुलिस ने राज्य में एंटी-सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाओं में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया है.