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CAA विरोधी नेता ने अखिल गोगोई की रिहाई की मांग की - कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार

किसान नेता अखिल गोगोई को CAA विरोध प्रदर्शनों में हिंसा भड़काने के आरोपों के चलते एनआईए की हिरासत में रखा गया है. इसके एक दिन बाद ही एंटी सीएए नेता प्रवीण दास ने उन्हें रिहा करने की मांग की है. दास का कहना है कि बिना किसी उचित कारण के गोगोई को हिरासत में रखा गया है.

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एंटी-CAA नेता प्रबीन दास
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Published : Dec 18, 2019, 11:55 PM IST

नई दिल्ली : कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के अध्यक्ष अखिल गोगोई को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के एक दिन बाद नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) विरोधी नेता प्रवीण दास ने उन्हें रिहा करने की मांग की है.

प्रवीण दास ने कहा, 'हमें सरकार द्वारा CAA आंदोलन को रोकने के लिए एक साजिश के बाद गिरफ्तार किया गया था. हम अखिल गोगोई को तत्काल रिहा करने की मांग करते हैं.'

उन्होंने कहा कि पहले भी कई मौकों पर गोगोई को सुरक्षा एजेंसियों ने 'बिना किसी उचित कारण के' गिरफ्तार किया था.

उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, 'CAA आमजन का विरोधी है. हम कभी भी अधिनियम को स्वीकार नहीं करेंगे. सरकार हमेशा स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए अपनी सेना का उपयोग करने की कोशिश करती है. जब भी कोई भी सरकार के खिलाफ बोलने की कोशिश करता है, तो बलों का प्रयोग किया जाता है.'

क्यों हुई गिरफ्तारी
किसान नेता अखिल गोगोई पर अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन अमेंडमेंट एक्ट (UAPA) के तहत केस दर्ज किया गया है. अखिल गोगोई पर नागरिकता कानून को लेकर लोगों को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगा है. साथ ही नागरिकता कानून का विरोध कर रहे लोगों को भड़काने का आरोप भी उन पर लगा है.

पढ़ें : सीएए हिंसा के पीछे चरमपंथी संगठन सिमी व पीएफआई : खुफिया रिपोर्ट

10 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक विशेष अदालत ने कृषक मुक्ति संग्राम समिति (KMSS) के अध्यक्ष अखिल गोगोई को 10 दिन की हिरासत में भेज दिया है.

उन्हें जोरहाट में 12 दिसंबर को असम पुलिस ने गिरफ्तार किया था और बाद में NIA को सौंप दिया था.

190 से ज्यादा लोगों की हुई है गिरफ्तारी
सरकारी अधिकारी के अनुसार, जब से एंटी-सीएए आंदोलन शुरू हुआ, तब से 190 से अधिक लोगों को असम पुलिस ने राज्य में एंटी-सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाओं में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया है.

नई दिल्ली : कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के अध्यक्ष अखिल गोगोई को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के एक दिन बाद नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) विरोधी नेता प्रवीण दास ने उन्हें रिहा करने की मांग की है.

प्रवीण दास ने कहा, 'हमें सरकार द्वारा CAA आंदोलन को रोकने के लिए एक साजिश के बाद गिरफ्तार किया गया था. हम अखिल गोगोई को तत्काल रिहा करने की मांग करते हैं.'

उन्होंने कहा कि पहले भी कई मौकों पर गोगोई को सुरक्षा एजेंसियों ने 'बिना किसी उचित कारण के' गिरफ्तार किया था.

उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, 'CAA आमजन का विरोधी है. हम कभी भी अधिनियम को स्वीकार नहीं करेंगे. सरकार हमेशा स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए अपनी सेना का उपयोग करने की कोशिश करती है. जब भी कोई भी सरकार के खिलाफ बोलने की कोशिश करता है, तो बलों का प्रयोग किया जाता है.'

क्यों हुई गिरफ्तारी
किसान नेता अखिल गोगोई पर अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन अमेंडमेंट एक्ट (UAPA) के तहत केस दर्ज किया गया है. अखिल गोगोई पर नागरिकता कानून को लेकर लोगों को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगा है. साथ ही नागरिकता कानून का विरोध कर रहे लोगों को भड़काने का आरोप भी उन पर लगा है.

पढ़ें : सीएए हिंसा के पीछे चरमपंथी संगठन सिमी व पीएफआई : खुफिया रिपोर्ट

10 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक विशेष अदालत ने कृषक मुक्ति संग्राम समिति (KMSS) के अध्यक्ष अखिल गोगोई को 10 दिन की हिरासत में भेज दिया है.

उन्हें जोरहाट में 12 दिसंबर को असम पुलिस ने गिरफ्तार किया था और बाद में NIA को सौंप दिया था.

190 से ज्यादा लोगों की हुई है गिरफ्तारी
सरकारी अधिकारी के अनुसार, जब से एंटी-सीएए आंदोलन शुरू हुआ, तब से 190 से अधिक लोगों को असम पुलिस ने राज्य में एंटी-सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाओं में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया है.

Intro:New Delhi: A day after a special National Investigation Agency (NIA) court has sent Krishak Mukti Sangram Samity (KMSS) president Akhil Gogoi to 10-days NIA custody, anti-Citizenship Amendment Act (CAA) leader Prabin Das on Wednesday demanded release of Gogoi.


Body:"We was arrested following a conspiracy by the government to douse the anti-CAA agitation. We demand immediate release of Akhil Gogoi," said ..

He said that on several earlier occasions, Gogoi was arrested by the security agencies "without any proper reason."

"This CAA is anti-people as far as Assam is concerned. We will never accept the Act...and Government always try to use its forces to take control over the situation. Whenever anybody try to speak against the government, forces are being used to counter them," said.


Conclusion:The KMSS leader Akhil Gogoi was arrested under the stringent Unlawful Activities (Prevention) Act (UAPA) amid protest over the Citizenship Amendment Act.

He was arrested by Assam police on Decmber 12 in Jorhat and later he was handed over to the NIA.

Ever since the anti-CAA agitation started, according to the government official, over 190 people have been arrested by the Assam police for their alleged involvement in the violent incidents during the anti-CAA protests acriss the state.

end

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