किश्तवाड़ (जम्मू-कश्मीर) : कोरोना वायरस का प्रकोप पूरे विश्व में देखने को मिल रहा है. इसके मामले भारत में लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जिस कारण 28 जून से होने वाली वार्षिक सारथल यात्रा को रद्द कर दिया गया है. यह फैसला कोविड 19 महामारी के मद्देनजर प्रशासन द्वारा जारी प्रतिबंधों के कारण लिया गया है.
माता सारथल देवी मंदिर किश्तवाड़ जिले के सारथल गांव में स्थित है. श्री सारथल देवी जी प्रबंधन परिषद के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कोरोना ने मद्देनजर लगे प्रतिबंधों को देखते हुए इस साल सार्वजनिक उत्सव और माता सारथल देवी जी यात्रा के लिए सभा नहीं होगी.
सिंह ने कहा कि परंपरा के अनुसार मंदिर परिसर में पुजारियों द्वारा यज्ञ और अन्य पवित्र अनुष्ठानों का आयोजन किया जाएगा. इस साल यह आयोजन साधारण तरीके से उपाध्यक्ष संजीव परिहार और प्रबंधन परिषद के कुछ अन्य सदस्यों द्वारा किया जाएगा.
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बता दें कि यह मंदिर पीर पंजाल श्रेणी के पहाड़ों के बीच किश्तवाड़ जिले के सारथल में स्थित है. भक्तों का मानना था कि सारथल देवी किश्तवाड़ में रहने वाली हिंदू कुलदेवी हैं.
जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को कोरोना के 127 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें 14 मामले जम्मू और 113 कश्मीर से हैं. केंद्रशासित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से कोरोना के अब तक कुल 3967 मामले सामने आए हैं, जिनमें 957 मामले जम्मू और 3,010 कश्मीर से हैं. जम्मू-कश्मीर में 2,492 सक्रिय मामले हैं और यहां कोरोना संक्रमण से 90 लोगों की मौत हो चुकी है.