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पूनिया और फोगाट के ट्वीट पर अनिल विज की सफाई, 'खिलाड़ियों का कभी अपमान नहीं किया' - अनिल विज बजरंग पूनिया

राशि में कटौती होने पर पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट समेत अन्य खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई है. विनेश फोगाट ने इनामी राशि का चेक सरकार को लौटाने की बात कही तो बजरंग पूनिया ने इसे खिलाड़ियों का अपमान बताया. जानें इस मामले में हरियाणा खेल मंत्री अनिल विज का क्या कहना है....

अनिल विज
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Published : Jun 26, 2019, 4:15 PM IST

चंडीगढ़: एशियन गेम्स की इनामी राशि खिलाड़ियों के खाते में आते ही बवाल शुरू हो गया है. जिन खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ के साथ एशियन गेम्स में भी मेडल जीते थे, उनकी कॉमनवेल्थ गेम्स की आधी इनामी राशि में कटौती कर दी गई है.

राशि में कटौती होने पर पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट समेत अन्य खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई है. कटौती करने पर जहां विनेश फोगाट ने कहा कि वो इस इनामी राशि का चेक सरकार को लौटा देगी तो बजरंग पूनिया ने इसे खिलाड़ियों का अपमान बताया है.

बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स एक ही साल 2018 में हुए थे. दोनों प्रतियोगिताओं में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, नीरज चोपड़ा, अमित पंघाल, संजीव राजपूत, विकास कृष्ण समेत कई खिलाड़ियों ने मेडल जीते थे.

  • हर बार आप यहीं कोशिश में रहते हैं कैसे खिलाड़ियों को परेशान किया जाए।मैंने आज तक हरियाणा में खिलाड़ियों का इतना अपमान करने वाली सरकार नहीं देखी है। मैं पूछना चाहतीं हूँ आपसे आपने आज तक कितने खिलाड़ियों को प्राइज़ मनी और जॉब देने का काम किया है। @cmohry @anilvijminister

    — Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) June 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बजरंग, विनेश और नीरज चोपड़ा के दोनों प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल थे, बाकी खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ में गोल्ड तो एशियाड में सिल्वर या ब्रॉन्ज मेडल जीता था. सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स की इनामी राशि डेढ़ करोड़ रुपये पहले ही इन खिलाड़ियों के खाते में डाल दी थी.

सोमवार को कई खिलाड़ियों के खाते में एशियन गेम्स की कुछ इनामी राशि के नाम पर 75 लाख रुपये डाले गए. बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने खाते में राशि आने की पुष्टि की.

  • प्रिय सर लगता है जब आज से पाँच साल पहले आप लोग आए थे तो यह क़सम ख़ाके आए थे हरियाणा में ना तो खिलाड़ी छोड़ने हैं ना ही उनका मान- सम्मान। चाहे वो खिलाड़ी छोटा हो चाहे बड़ा हो, आज कोई भी खिलाड़ी आपकी पॉलिसी से ख़ुश नहीं है। @anilvijminister @cmohry https://t.co/nvbRIFDE2k

    — Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) June 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें-मध्यप्रदेश में गुंडागर्दी : कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और 10 अन्य पर FIR दर्ज

ये नियम बता रहे हैं अफसर
विनेश और बजरंग ने खाते में राशि की कटौती पर अधिकारियों ने बताया कि एक साल में कोई भी खिलाड़ी एक से ज्यादा मेडल जीतता है तो उसे सबसे बड़े मेडल की पूरी इनामी राशि दी जाएगी. उसके बाद दूसरे मेडल पर 50 प्रतिशत, तीसरे मेडल पर 25 प्रतिशत और उसके बाद मेडल जीतने पर कोई इनामी राशि नहीं मिलेगी.

  • खिलाड़ी जब देश के लिए मैडल लाता है, वह देश की जीत होती है। यह एक दिन की मेहनत से नहीं पूरे जीवन की तपस्या से प्राप्त होता है। खिलाड़ियों को मिलने वाली राशि में कटौती करके उनके मानसिकता और आत्मसम्मान पे ठेस न पहुंचाए। मेरी सरकार से विनती है कि इस निर्णय पर फिर से विचार करे। 👏 pic.twitter.com/DjNcAKVtkJ

    — Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) June 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एशियन गेम्स को सबसे बड़ा मानते हुए उसके मेडल पर सबसे ज्यादा तीन करोड़ रुपये दिए जाएंगे और कॉमनवेल्थ गेम्स के 75 लाख रुपये काट लिए गए हैं. इस पर खिलाड़ियों का कहना है कि ये नियम केवल चैंपियनशिप पर लागू होता है. गेम्स के लिए ऐसा कोई नियम अभी तक नहीं था, अब अचानक ऐसा नियम बताया जा रहा है.

इस मुद्दे पर खेल मंत्री अनिल विज ने सफाई दी और कहा कि हमने खिलाड़ियों का कोई अपमान नहीं किया है. अगर किसी खिलाड़ी को लगता है कि उसे कम राशि मिली है तो वो डिपार्टमेंट में आकर बात कर सकता है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा सम्मान हरियाणा में दिया जाता है.

खेल मंत्री अनिल विज का बयान.

बता दें कि सरकार ने पिछले चार साल से खिलाड़ी सम्मान समारोह नहीं आयोजित किया था. इस बार ये तय किया गया था कि सरकार पंचकूला में एक सम्मान आयोजित कर सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मानित करेगी. सरकारी रिकॉर्ड्स के अनुसार इस सम्मान समारोह में करीब तीन हजार खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाना था.

सरकार ने ये समारोह ये कहकर रद्द कर दिया था कि इतने खिलाड़ियों को एक साथ एक दिन में सम्मानित नहीं किया जा सकता. इसलिए इनामी राशि उनके अकाउंट में भेजी जाएगी. बवाल तब हुआ जब खिलाड़ियों के अकाउंट में इनामी राशि आधी आई. जिसके बाद से खिलाड़ी सरकार से खासे नाराज नजर आ रहे हैं.

चंडीगढ़: एशियन गेम्स की इनामी राशि खिलाड़ियों के खाते में आते ही बवाल शुरू हो गया है. जिन खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ के साथ एशियन गेम्स में भी मेडल जीते थे, उनकी कॉमनवेल्थ गेम्स की आधी इनामी राशि में कटौती कर दी गई है.

राशि में कटौती होने पर पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट समेत अन्य खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई है. कटौती करने पर जहां विनेश फोगाट ने कहा कि वो इस इनामी राशि का चेक सरकार को लौटा देगी तो बजरंग पूनिया ने इसे खिलाड़ियों का अपमान बताया है.

बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स एक ही साल 2018 में हुए थे. दोनों प्रतियोगिताओं में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, नीरज चोपड़ा, अमित पंघाल, संजीव राजपूत, विकास कृष्ण समेत कई खिलाड़ियों ने मेडल जीते थे.

  • हर बार आप यहीं कोशिश में रहते हैं कैसे खिलाड़ियों को परेशान किया जाए।मैंने आज तक हरियाणा में खिलाड़ियों का इतना अपमान करने वाली सरकार नहीं देखी है। मैं पूछना चाहतीं हूँ आपसे आपने आज तक कितने खिलाड़ियों को प्राइज़ मनी और जॉब देने का काम किया है। @cmohry @anilvijminister

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बजरंग, विनेश और नीरज चोपड़ा के दोनों प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल थे, बाकी खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ में गोल्ड तो एशियाड में सिल्वर या ब्रॉन्ज मेडल जीता था. सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स की इनामी राशि डेढ़ करोड़ रुपये पहले ही इन खिलाड़ियों के खाते में डाल दी थी.

सोमवार को कई खिलाड़ियों के खाते में एशियन गेम्स की कुछ इनामी राशि के नाम पर 75 लाख रुपये डाले गए. बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने खाते में राशि आने की पुष्टि की.

  • प्रिय सर लगता है जब आज से पाँच साल पहले आप लोग आए थे तो यह क़सम ख़ाके आए थे हरियाणा में ना तो खिलाड़ी छोड़ने हैं ना ही उनका मान- सम्मान। चाहे वो खिलाड़ी छोटा हो चाहे बड़ा हो, आज कोई भी खिलाड़ी आपकी पॉलिसी से ख़ुश नहीं है। @anilvijminister @cmohry https://t.co/nvbRIFDE2k

    — Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) June 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें-मध्यप्रदेश में गुंडागर्दी : कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और 10 अन्य पर FIR दर्ज

ये नियम बता रहे हैं अफसर
विनेश और बजरंग ने खाते में राशि की कटौती पर अधिकारियों ने बताया कि एक साल में कोई भी खिलाड़ी एक से ज्यादा मेडल जीतता है तो उसे सबसे बड़े मेडल की पूरी इनामी राशि दी जाएगी. उसके बाद दूसरे मेडल पर 50 प्रतिशत, तीसरे मेडल पर 25 प्रतिशत और उसके बाद मेडल जीतने पर कोई इनामी राशि नहीं मिलेगी.

  • खिलाड़ी जब देश के लिए मैडल लाता है, वह देश की जीत होती है। यह एक दिन की मेहनत से नहीं पूरे जीवन की तपस्या से प्राप्त होता है। खिलाड़ियों को मिलने वाली राशि में कटौती करके उनके मानसिकता और आत्मसम्मान पे ठेस न पहुंचाए। मेरी सरकार से विनती है कि इस निर्णय पर फिर से विचार करे। 👏 pic.twitter.com/DjNcAKVtkJ

    — Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) June 25, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एशियन गेम्स को सबसे बड़ा मानते हुए उसके मेडल पर सबसे ज्यादा तीन करोड़ रुपये दिए जाएंगे और कॉमनवेल्थ गेम्स के 75 लाख रुपये काट लिए गए हैं. इस पर खिलाड़ियों का कहना है कि ये नियम केवल चैंपियनशिप पर लागू होता है. गेम्स के लिए ऐसा कोई नियम अभी तक नहीं था, अब अचानक ऐसा नियम बताया जा रहा है.

इस मुद्दे पर खेल मंत्री अनिल विज ने सफाई दी और कहा कि हमने खिलाड़ियों का कोई अपमान नहीं किया है. अगर किसी खिलाड़ी को लगता है कि उसे कम राशि मिली है तो वो डिपार्टमेंट में आकर बात कर सकता है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा सम्मान हरियाणा में दिया जाता है.

खेल मंत्री अनिल विज का बयान.

बता दें कि सरकार ने पिछले चार साल से खिलाड़ी सम्मान समारोह नहीं आयोजित किया था. इस बार ये तय किया गया था कि सरकार पंचकूला में एक सम्मान आयोजित कर सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मानित करेगी. सरकारी रिकॉर्ड्स के अनुसार इस सम्मान समारोह में करीब तीन हजार खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाना था.

सरकार ने ये समारोह ये कहकर रद्द कर दिया था कि इतने खिलाड़ियों को एक साथ एक दिन में सम्मानित नहीं किया जा सकता. इसलिए इनामी राशि उनके अकाउंट में भेजी जाएगी. बवाल तब हुआ जब खिलाड़ियों के अकाउंट में इनामी राशि आधी आई. जिसके बाद से खिलाड़ी सरकार से खासे नाराज नजर आ रहे हैं.

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चंडीगढ़: हरियाणा सरकार पर  खिलाड़ियों के लिए होने वाले सम्मान समारोह को रद्द करने का फैसला अब भारी पड़ने लगा है. हर खिलाड़ी इस फैसले की आलोचना कर रहा है. वहीं विपक्षी पार्टियों ने भी इसे मुद्दा बना लिया हैं.

इस मुद्दे पर विनेश फोगाट ने स्वास्थ्य मंत्री और सीएमओ हरियाणा को टैग कर ट्वीट किया कि, प्रिय सर लगता है जब आज से पांच साल पहले आप लोग आए थे तो यह कसम खाके आए थे, हरियाणा में ना तो खिलाड़ी छोड़ने हैं ना ही उनका मान- सम्मान. चाहे वो खिलाड़ी छोटा हो चाहे बड़ा हो, आज कोई भी खिलाड़ी आपकी पॉलिसी से खुश नहीं है.



इसके तुरंत बाद उन्होंने फिर ट्वीट किया कि, हर बार आप इसी कोशिश में रहते हैं कैसे खिलाड़ियों को परेशान किया जाए. मैंने आज तक हरियाणा में खिलाड़ियों का इतना अपमान करने वाली सरकार नहीं देखी है. मैं पूछना चाहतीं हूं आपसे आपने आज तक कितने खिलाड़ियों को प्राइस मनी और जॉब देने का काम किया है?



वहीं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बजरंग पूनिया ने भी ट्वीट किया. पूनिया ने लिखा कि, जब देश के लिए मेडल लाता है, वह देश की जीत होती है. यह एक दिन की मेहनत से नहीं पूरे जीवन की तपस्या से प्राप्त होता है. खिलाड़ियों को मिलने वाली राशि में कटौती करके उनके मानसिकता और आत्मसम्मान पे ठेस न पहुंचाए. मेरी सरकार से विनती है कि इस निर्णय पर फिर से विचार करे.



बता दें कि सरकार ने पिछले चार साल से खिलाड़ी सम्मान समारोह नहीं आयोजित किया था. इस बार ये तय किया गया था कि सरकार पंचकूला में एक सम्मान आयोजित कर सभी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मानित करेगी. सरकारी रिकॉर्ड्स के अनुसार इस सम्मान समारोह में करीब तीन हजार खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाना था, लेकिन बात का बवाल तब हुआ जब खेल मंत्री अनिल विज सोमवार को घोषणा की कि लगभग 90 करोड़ रुपए 3000 खिलाड़ियों के खाते में भेजे जा रहे हैं.

 


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