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कांग्रेस का आरोप- 'मोदी कृपा' से अनिल अंबानी की कंपनी का अरबों का कर हुआ माफ

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Published : Apr 13, 2019, 7:14 PM IST

कांग्रेस का दावा, पीएम मोदी ने राफेल सौदे में निभाई बिचौलिए की भूमिका. अनिल अंबानी की कंपनी का अरबों रुपये का टैक्स हुआ माफ.

अनिल अंबानी ( फाइल फोटो)

नई दिल्ली: कांग्रेस ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए राफेल मामले को लेकर एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 'मोदी कृपा' से फ्रांस की सरकार ने अनिल अंबानी की कंपनी के अरबों रुपये का कर माफ किया.

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि फ्रांस के प्रतिष्ठित अखबार 'ले मोंदे' की रिपोर्ट से 'मनी ट्रेल' का खुलासा हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने राफेल मामले में 'अनिल अंबानी के बिचौलिए' का काम किया है.

उन्होंने कहा, '23 मार्च 2015 को प्रधानमंत्री मोदी पेरिस जाकर वहां के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से मिलते हैं. उस वक्त ऑफसेट साझेदार एचएएल थी. बाद में मोदी जी जाते हैं और सौदे को बदल देते हैं.'

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला प्रेस वार्ता करते हुए

21 सितंबर 2018 को फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद कहते हैं कि हमारे पास अनिल अंबानी के अलावा कोई और विकल्प नहीं था. सुरजेवाला ने दावा किया, '2017-18 में डबल ए की कंपानी में दसाल्ट ने 284 करोड़ रुपये डाल दिया.'

उन्होंने कहा, 'नयी कड़ी है कि 'रिलायंस अटलांटिक फ्लैग फ्रांस' की स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस ग्लोबल कॉम बरमूडा में पंजीकृत है. फ्रांस में रिलायंस अटलांटिक फ्लैग से 15 करोड़ यूरो के कर की मांग हुई.'

पढ़ें- राहुल बोले- सभी चोरों के उपनाम में मोदी क्यों

सुरजेवाला ने कहा, '10 अप्रैल 2015 को मोदी फ्रांस जाते हैं और 36 विमान खरीदने का सौदा करते हैं. इसके कुछ दिन बाद ही 14 करोड़ यूरो से अधिक का कर माफ कर दिया जाता है.'

फ्रांस के अखबार के हवाले से आई खबरों के मुताबिक 'फरवरी और अक्टूबर 2015 के बीच, जब फ्रांस भारत के साथ राफेल सौदे पर बातचीत कर रहा था, उस दौरान अनिल अंबानी की कंपनी को फ्रांस में 14.3 करोड़ यूरो की कर छूट मिली.

गौरतलब है कि अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस अप्रैल 2015 में फ्रांस के साथ हुए समझौते के तहत भारत के राफेल सौदे में एक ऑफसेट साझेदार है.

नई दिल्ली: कांग्रेस ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए राफेल मामले को लेकर एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 'मोदी कृपा' से फ्रांस की सरकार ने अनिल अंबानी की कंपनी के अरबों रुपये का कर माफ किया.

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि फ्रांस के प्रतिष्ठित अखबार 'ले मोंदे' की रिपोर्ट से 'मनी ट्रेल' का खुलासा हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने राफेल मामले में 'अनिल अंबानी के बिचौलिए' का काम किया है.

उन्होंने कहा, '23 मार्च 2015 को प्रधानमंत्री मोदी पेरिस जाकर वहां के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से मिलते हैं. उस वक्त ऑफसेट साझेदार एचएएल थी. बाद में मोदी जी जाते हैं और सौदे को बदल देते हैं.'

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला प्रेस वार्ता करते हुए

21 सितंबर 2018 को फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद कहते हैं कि हमारे पास अनिल अंबानी के अलावा कोई और विकल्प नहीं था. सुरजेवाला ने दावा किया, '2017-18 में डबल ए की कंपानी में दसाल्ट ने 284 करोड़ रुपये डाल दिया.'

उन्होंने कहा, 'नयी कड़ी है कि 'रिलायंस अटलांटिक फ्लैग फ्रांस' की स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस ग्लोबल कॉम बरमूडा में पंजीकृत है. फ्रांस में रिलायंस अटलांटिक फ्लैग से 15 करोड़ यूरो के कर की मांग हुई.'

पढ़ें- राहुल बोले- सभी चोरों के उपनाम में मोदी क्यों

सुरजेवाला ने कहा, '10 अप्रैल 2015 को मोदी फ्रांस जाते हैं और 36 विमान खरीदने का सौदा करते हैं. इसके कुछ दिन बाद ही 14 करोड़ यूरो से अधिक का कर माफ कर दिया जाता है.'

फ्रांस के अखबार के हवाले से आई खबरों के मुताबिक 'फरवरी और अक्टूबर 2015 के बीच, जब फ्रांस भारत के साथ राफेल सौदे पर बातचीत कर रहा था, उस दौरान अनिल अंबानी की कंपनी को फ्रांस में 14.3 करोड़ यूरो की कर छूट मिली.

गौरतलब है कि अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस अप्रैल 2015 में फ्रांस के साथ हुए समझौते के तहत भारत के राफेल सौदे में एक ऑफसेट साझेदार है.

Intro:राफेल घोटाला मामले में नरेंद्र मोदी पर लगातार हमलावर होती कांग्रेस ने अब फ्रांस के एक मशहूर अखबार ले मोंड की खबर के हवाले से प्रधानमंत्री पर राफेल सौदा, अंबानी के पक्ष में कराने के लिए बिचौलिया होने का आरोप लगाया है. दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान फ्रांस के अखबार की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा अब फ्रांस के मशहूर अखबार ने भी हमारे आरोप पर मुहर लगा दी है. अब यह साबित हो गया है कि नरेंद्र मोदी अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए देश के साथ बेईमानी कर रहे थे. सुरजेवाला ने कहा कि अब देश को समझ जाना चाहिए कि एक ही चौकीदार चोर है.


Body:सुरजेवाला के मुताबिक 23 मार्च 2015 को मोदी के मित्र रक्षा मंत्रालय में रक्षा सलाहकार से मिलते हैं 128 राफेल का सौदा होता है फिर 10 अप्रैल को मोदी अकेले फ्रांस जाते हैं और 128 जहाज सांसे खरीदने की घोषणा कर देते हैं उसके बाद मात्र 36 राफेल का सौदा होता है और सौदेबाजी का ठेका अनिल अंबानी की कंपनी को दे दिया जाता है.
प्रधानमंत्री यह सब सिर्फ अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए करते हैं .फ्रांस के राष्ट्रपति ने भी यह साफ कर दिया कि उनके पास राफेल के सदा के लिए भारत सरकार की तरफ से अंबानी के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं दिया गया था . फ्रांस के मशहूर अखबार ले मोंड ने इसका खुलासा कर हमारे आरोपों पर मुहर लगा दी है.अब यह सच सामने आ गया है कि भारत का प्रधानमंत्री किसको फायदा पहुंचाने के लिए राफेल के सौदेबाजी में रक्षा मंत्रालय को अंधेरे में रख कर बिचौलिये का काम कर रहा था.


Conclusion:
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