ETV Bharat / bharat

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : मोतिहारी में मासूम बच्चों ने छेड़ी मुहिम, देखें खास रिपोर्ट

सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के लिए देश में अभियान चल रहा है. ईटीवी भारत भी इस मुहिम का एक अहम हिस्सा बना है. इसकी थीम नो प्लास्टिक लाइफ फैंटास्टिक रखी गई है. देखें इस मुहिम की 24वीं कड़ी पर विशेष रिपोर्ट...

etvbharat
मोतिहारी के आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चे
author img

By

Published : Jan 4, 2020, 7:02 AM IST

मोतिहारी : बिहार में प्लास्टिक के खिलाफ आंदोलन में आंगनवाड़ी के बच्चे उल्लेखनीय भूमिका निभा रहे हैं. ऐसे समय में जब एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक के खतरों पर जागरूकता की आवश्यकता है, बिहार के गांव में प्री-स्कूल के बच्चे एक अच्छा उदाहरण स्थापित कर रहे हैं.

पूर्वी चंपारण के मधुछपरा गांव के आंगनवाड़ी केंद्र में जाने वाले बच्चे, वयस्कों को प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक कर रहे हैं.

आंगनवाड़ी में आने वाले बिट्टू कुमार ने बताया कि वह अपने पिता से प्लास्टिक न उपयोग करने की बात कहता है. बिट्टू ने अन्य लोगों से भी प्लास्टिक न उपयोग करने की अपील की.

कचरों के ढेर के पास लगी तख्तियों पर बच्चों ने नारे भी लिखे हैं. इन तख्तियों को गांव के डंपिंग यार्ड में लगाया गया है. डंपिंग यार्ड के चारों ओर प्लास्टिक के ढेर बिखरे हुए देखे जा सकते हैं.

गांव वालों का कहना है कि बच्चों के प्रयासों से गांव में एक सकारात्मक बदलाव आया है.

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

स्थानीय ग्रामीण राम नारायण पांडे ने बताया कि बच्चे नारे लगाते हुए गांव में घूमते हैं और बच्चों ने कई तख्तियां भी लगा रखी हैं.

राम नारायण पांडे ने बताया कि गांव के लोग अब काफी जागरूक हुए हैं. लोग समझते हैं कि उन्हें प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए. इससे प्लास्टिक-उपयोग में काफी कमी आई है

आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को शिक्षित करने के अलावा ग्रामीणों को भी प्लास्टिक के उपयोग से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.

आंगनवाड़ी निदेशक विद्यांति देवी ने बताया कि वे बच्चों को प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना सिखाते हैं क्योंकि यह पर्यावरण के लिए हानिकारक है. उन्होंने बताया कि बच्चे आंगनवाड़ी के बाद अपने माता-पिता के पास जाते हैं, और प्लास्टिक का उपयोग न करने की अपील करते हैं.

बकौल विद्यांति देवी, आंगनवाड़ी आने वाले माता-पिता को भी प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में शिक्षित किया जाता है.

भले ही राज्य सरकार ने एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया हो, लेकिन लोग प्रतिबंध का उल्लंघन करते देखे जा सकते हैं

भले ही प्लास्टिक पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन हो रहा है, लेकिन बच्चे काफी आगे निकल गए हैं. ऐसे में आशा है कि धरती की बेहतरी के लिए वयस्क भी इनका अनुसरण करेंगे.

ईटीवी भारत की मुहिम से जुड़ी अन्य खबरें

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : हिमाचल की 'कल्पना' देशवासियों के लिए बनी मिसाल

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : NOIDA में प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है दुनिया का सबसे बड़ा चरखा

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : गुजरात की पेटलाड नगरपालिका कर रही है उल्लेखनीय प्रयास

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : केरल की पंचायत को कचरा मुक्त बना रही हैं महिलाएं

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कर्नाटक में अनचात्गेरी गांव के सरपंच की अनूठी मुहिम

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से बचने के लिए कर्नाटक के मैसुरु जू में लिए जाते हैं 10 रुपये

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से निपटने के लिए GHMC बना रहा है ग्रीन स्ट्रीट वेंडिंग जोन

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : हैदराबाद के इंजीनियर ने कचरे से ईंधन बनाने का ढूंढा नया तरीका

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : गाना गाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं मंडला के श्याम बैरागी

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : उपयोग बंद करने की मिसाल है राजस्थान का यह गांव, देखें वीडियो

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे के इस्तेमाल से सजावटी सामान बनाता है यह दंपती

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : जागरूकता फैलाने के लिए इंजीनियर उठा रहा कचरा

नो सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से निपटने के लिए नन्हें हाथ बना रहे रोबोट

नो टू प्लास्टिक : ओडिशा की इन महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा यह अभियान

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : इस पंचायत के लोग कचरे से बनाते हैं ईंट, फूलदान और टाइल

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : नितिन के अभिनव विचार से बनाएं अपने सपनों का घर

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : रायपुर में वेस्ट प्लास्टिक से तैयार की जा रही हैं टी-शर्ट्स

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : प्लास्टिक कचरा लाओ, भरपेट खाना खाओ

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : झारखंड के बाबाधाम में पुजारी ने शुरू की मुहिम

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : अन्य राज्यों के लिए मॉडल बन रहा अंबिकापुर वेस्ट मैनेजमेंट

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : यूटेंसिल बैंक से जागरूकता फैला रहा गाजियाबाद नगर निगम

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : पुणे नगर निगम कचरे से बना रहा ईंधन

मोतिहारी : बिहार में प्लास्टिक के खिलाफ आंदोलन में आंगनवाड़ी के बच्चे उल्लेखनीय भूमिका निभा रहे हैं. ऐसे समय में जब एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक के खतरों पर जागरूकता की आवश्यकता है, बिहार के गांव में प्री-स्कूल के बच्चे एक अच्छा उदाहरण स्थापित कर रहे हैं.

पूर्वी चंपारण के मधुछपरा गांव के आंगनवाड़ी केंद्र में जाने वाले बच्चे, वयस्कों को प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक कर रहे हैं.

आंगनवाड़ी में आने वाले बिट्टू कुमार ने बताया कि वह अपने पिता से प्लास्टिक न उपयोग करने की बात कहता है. बिट्टू ने अन्य लोगों से भी प्लास्टिक न उपयोग करने की अपील की.

कचरों के ढेर के पास लगी तख्तियों पर बच्चों ने नारे भी लिखे हैं. इन तख्तियों को गांव के डंपिंग यार्ड में लगाया गया है. डंपिंग यार्ड के चारों ओर प्लास्टिक के ढेर बिखरे हुए देखे जा सकते हैं.

गांव वालों का कहना है कि बच्चों के प्रयासों से गांव में एक सकारात्मक बदलाव आया है.

ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट

स्थानीय ग्रामीण राम नारायण पांडे ने बताया कि बच्चे नारे लगाते हुए गांव में घूमते हैं और बच्चों ने कई तख्तियां भी लगा रखी हैं.

राम नारायण पांडे ने बताया कि गांव के लोग अब काफी जागरूक हुए हैं. लोग समझते हैं कि उन्हें प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए. इससे प्लास्टिक-उपयोग में काफी कमी आई है

आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को शिक्षित करने के अलावा ग्रामीणों को भी प्लास्टिक के उपयोग से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.

आंगनवाड़ी निदेशक विद्यांति देवी ने बताया कि वे बच्चों को प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना सिखाते हैं क्योंकि यह पर्यावरण के लिए हानिकारक है. उन्होंने बताया कि बच्चे आंगनवाड़ी के बाद अपने माता-पिता के पास जाते हैं, और प्लास्टिक का उपयोग न करने की अपील करते हैं.

बकौल विद्यांति देवी, आंगनवाड़ी आने वाले माता-पिता को भी प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में शिक्षित किया जाता है.

भले ही राज्य सरकार ने एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया हो, लेकिन लोग प्रतिबंध का उल्लंघन करते देखे जा सकते हैं

भले ही प्लास्टिक पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन हो रहा है, लेकिन बच्चे काफी आगे निकल गए हैं. ऐसे में आशा है कि धरती की बेहतरी के लिए वयस्क भी इनका अनुसरण करेंगे.

ईटीवी भारत की मुहिम से जुड़ी अन्य खबरें

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : हिमाचल की 'कल्पना' देशवासियों के लिए बनी मिसाल

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : NOIDA में प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है दुनिया का सबसे बड़ा चरखा

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : गुजरात की पेटलाड नगरपालिका कर रही है उल्लेखनीय प्रयास

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : केरल की पंचायत को कचरा मुक्त बना रही हैं महिलाएं

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कर्नाटक में अनचात्गेरी गांव के सरपंच की अनूठी मुहिम

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से बचने के लिए कर्नाटक के मैसुरु जू में लिए जाते हैं 10 रुपये

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से निपटने के लिए GHMC बना रहा है ग्रीन स्ट्रीट वेंडिंग जोन

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : हैदराबाद के इंजीनियर ने कचरे से ईंधन बनाने का ढूंढा नया तरीका

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : गाना गाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं मंडला के श्याम बैरागी

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : उपयोग बंद करने की मिसाल है राजस्थान का यह गांव, देखें वीडियो

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे के इस्तेमाल से सजावटी सामान बनाता है यह दंपती

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : जागरूकता फैलाने के लिए इंजीनियर उठा रहा कचरा

नो सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से निपटने के लिए नन्हें हाथ बना रहे रोबोट

नो टू प्लास्टिक : ओडिशा की इन महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा यह अभियान

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : इस पंचायत के लोग कचरे से बनाते हैं ईंट, फूलदान और टाइल

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : नितिन के अभिनव विचार से बनाएं अपने सपनों का घर

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : रायपुर में वेस्ट प्लास्टिक से तैयार की जा रही हैं टी-शर्ट्स

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : प्लास्टिक कचरा लाओ, भरपेट खाना खाओ

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : झारखंड के बाबाधाम में पुजारी ने शुरू की मुहिम

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : अन्य राज्यों के लिए मॉडल बन रहा अंबिकापुर वेस्ट मैनेजमेंट

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : यूटेंसिल बैंक से जागरूकता फैला रहा गाजियाबाद नगर निगम

नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : पुणे नगर निगम कचरे से बना रहा ईंधन

Intro:Body:Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.