अमरावती : कोरोनावायरस की वजह से लगाए गए लॉकडाउन से सभी को आर्थिक झटका लगा है. अन्य व्यवसायों के साथ-साथ सैलून उद्योग भी इससे प्रभावित हुए हैं. लॉकडाउन में अपने नुकसान की भरपाई करने के लिए बारबर एसोसिएशन ने अपनी सेवाओं के शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है लेकिन अमरावती के एक सैलून के मालिक पिछले तीन वर्षों से मुफ्त सैलून सेवा दे रहे हैं.
यह मुफ्त सेवा अमरावती में मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के स्कूल और वृद्धाश्रम में दी जाती है. संत तुकडोजी महाराज की विचारधारा से प्रेरित होकर प्रमोद वट ने मुफ्त सेवाएं देना शुरू किया और यहां तक कि लॉकडाउन के इस कठिन समय में भी प्रमोद ने अपनी मुफ्त सेवा बंद नहीं की.
प्रमोद वट पूरी श्रद्धा से उन बुजुर्गों की सेवा कर रहे हैं जिनके पास वृद्धाश्रम का ही सहारा है. हर महीने प्रमोद वृद्धाश्रम आते हैं और अपने स्वास्थ्य के बारे में बताते हैं और मुफ्त में बुजुर्गों के बाल काटते हैं और शेविंग करते हैं. अमरावती के गुरुकुंज मोजरी में राष्ट्र संत तुकडोजी महाराज द्वारा स्थापित वृद्धाश्रम में कई बुजुर्ग रहते हैं.
भाजपा नेता व टिक-टॉक स्टार ने सरकारी कर्मचारी को चप्पल से पीटा, वायरल वीडियो
प्रमोद वट अमरावती के तिवसा शहर में एक छोटे से 100 वर्ग फुट की दुकान में अपना सैलून चलाते हैं. प्रमोद कहते हैं कि आज की दुनिया में जहां आदमी के लिए पैसे का महत्व है वहीं मेरे लिए मानव सेवा ज्यादा महत्व रखती है. कोरोनावायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुए प्रमोद आवश्यक सावधानी बरतने का खास ख्याल रखते हैं.