नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं. भाजपा इसे मौके के तौर पर देख रही है. इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रदेश में विधानसभा चुनाव समाप्त होने तक प्रत्येक महीने राज्य का दौरा करेंगे.
इसके तहत 19 दिसंबर को अमित शाह बंगाल का दूसरा दौरा करेंगे. अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन के दौरे पर पुरवा मेदिनीपुर में रहेंगे. यहां एक किसान के घर पर दोपहर का भोजन करेंगे.
इसके बाद मिदनापुर में कृषि कानूनों के समर्थन में एक बड़ी रैली होगी. मिदनापुर में अमित शाह की रैली उसी स्थान पर होने की संभावना है, जहां पीएम मोदी ने 2018 में किसान कल्याण रैली की थी.
बता दें कि पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए अगले साल अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं. भाजपा के दोनों नेता जेपी नड्डा और अमित शाह चुनाव से पहले हर महीने पार्टी संगठन का जायजा लेने के लिए राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा करेंगे.
बता दें, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा पर बंगाल में हुए हमले के बाद ही गृह मंत्रालय की तरफ से बंगाल प्रशासन को तलब किया गया था और कड़ी कारवाई करते हुए मंत्रालय ने तीन अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के निर्देश दिये थे. उसी दिन गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल कार्यक्रम भी तय किए गए थे. इस हफ्ते के अंत में यानी 19 दिसंबर को गृह मंत्री पश्चिम बंगाल पहुंचेंगे. इससे पहले उन्होंने कोलकाता का दौरा किया था.
हालांकि शाह के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और किसानों के साथ की जाने वाली बैठक के लिए एक इंडोर स्टेडियम का चयन किया गया था, लेकिन मिदनापुर की रैली में आने वाली संभावित भीड़ को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इस कार्यक्रम को एक खुले मैदान में आयोजित करने का कार्यक्रम तय किया है और उसी कार्यक्रम में शुभेंदु अधिकारी के शामिल होने का कार्यक्रम रखे जाने की योजना है.
सूत्रों की मानें तो शुभेंदु अधिकारी अमित शाह के या भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने ही भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेना चाहते थे, यही वजह है कि कार्यक्रम का शेड्यूल शाह के दौरे के दौरान किया जा सकता है.
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बता दें, बंगाल चुनाव के नजदीक आने के साथ ही एक के बाद एक टीएमसी में कई बागी सामने आ रहे हैं, मात्र शुभेंदु अधिकारी ही नहीं आसनसोल के मेयर जितेंद्र तिवारी भी राज्य सरकार के खिलाफ आरोप लगा चुके हैं कि, वह केंद्र से आए भारी-भरकम फंड को आसनसोल के लिए रिलीज नहीं कर रही है. कहीं ना कहीं इन बातों को लेकर टीएमसी खेमे में बौखलाहट है और पार्टी पूरी तरह से अमित शाह के दौरे पर नजर बनाए हुए हैं.
ममता बनर्जी लगातार किसान बिल के खिलाफ भी केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है और अमित शाह पूर्वी मिदनापुर में किसान रैली को संबोधित करने जा रहे हैं ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि शाह किसान बिल के फायदे अपनी रैली में गिनवाएंगे. साथ ही ममता सरकार को किसान विरोधी सरकार के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर सकते हैं.
दूसरे दिन अमित शाह शांतिनिकेतन भी जा सकते हैं
इसके अलावा अमित शाह के कार्यक्रम में कुछ फेरबदल भी किए गए हैं. पहले यह भी तय किया गया था कि वह 24 परगना के बोंनगांव में मतवा समुदाय के घर पर खाना खाएंगे मगर वहां पर संभावित राजनीतिक हिंसा को देखते हुए पार्टी के नेताओं ने लोगों के डर को, केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाया जिसके बाद पार्टी ने यह निर्णय लिया है कि अमित शाह का दूसरा कार्यक्रम मिदनापुर के ही बोलपुर में रखा जाएगा और मतवा समुदाय के घर भोजन का कार्यक्रम शाह की अगली यात्रा में आयोजित किया जाएगा, क्योंकि बोंगांव भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र है.
इस संबंध में पार्टी के नेता सुदेश वर्मा ने ईटीवी भारत को बताया कि जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस के गुंडे हमारे नेताओं पर हमला कर रहे हैं. यह कहीं ना कहीं यह बताता है कि तृणमूल कांग्रेस भयभीत है और उनकी पार्टी का ढांचा चरमरा रहा है.
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पार्टी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि जो पार्टी के काफी स्थापित और पुराने नेता हैं, वह भी तृणमूल कांग्रेस को छोड़ना चाहते हैं क्योंकि आज वहां पर भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल के लिए एक मजबूत विकल्प के रूप में आई है, और निश्चित ही पहले विकल्प नहीं होने के कारण जो ममता बनर्जी की निरंकुशता चलती थी, वह अब नहीं चलेगी.
उन्होंने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी वहां बहुत बड़े विकल्प के रूप में आई है और निश्चित ही आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी तृणमूल को हराकर वहां पर सत्ता स्थापित करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि आप देख रहे हैं कि किस तरह से लोग तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर हमारी पार्टी में आए हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि हमारे नेता वहां जाते रहेंगे और तृणमूल कांग्रेस और ममता दीदी को जो करना है, वह कोशिश करके देख लें.