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कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न : मंत्री समूह का हुआ पुनर्गठन, अमित शाह होंगे अध्यक्ष

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न मामलों के लिए मंत्री समूह का पुर्नगठन किया है. इस मंत्री समूह के अध्यक्ष अमित शाह होंगे. जानें पूरा विवरण

कार्यस्थल यौन उत्पीड़न मामले के मंत्री समूह के सदस्य
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Published : Jul 24, 2019, 6:36 PM IST

नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी सरकार ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न मामलों के निपटारे के लिए मंत्री समूह का पुनः गठन किया है. इस मंत्री समूह में गृहमंत्री अमित शाह शामिल हुए हैं. पुर्नगठित मंत्री समूह की अध्यक्षता अमित शाह करेंगे. गृह मंत्रालय के अधिकारिक सूत्रों ने ये जानकारी दी है.

इस मंत्री समूह में नए मंत्री भी शामिल हुए हैं. नए मंत्रियों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी इस मंत्री समूह के नए सदस्य हैं.

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि चुनाव के बाद नई सरकार का गठन हुआ. इसके साथ नए मंत्री समूह का भी गठन हुआ है. नई मंत्री समूह राष्ट्रहित के लिए विचार-विमर्श कर रहा है. प्राप्त विभिन्न सुझावों का जांच कर रहा है.

पढ़ेंः मानवाधिकार संरक्षण संशोधन विधेयक को संसद में मिली मंजूरी

बता दें कि 2018 अक्टूबर में मोदी सरकार ने #MeToo कैंपेन के दौरान इस एक मंत्री समूह गठन किया था. इस मंत्री समूह को गठन करने का उद्देश्य कार्यस्थल पर हो रहे यौन उत्पीड़न जैसे मामलों की जांच करना था.

समिति का मकसद अपराधों पर नियंत्रण के लिए कड़े कानून बनाने संबंधी राय देना भी है. इस समिति का गठन कार्यस्थल पर स्वस्थ माहौल सुनिश्चित करने के लिए भी किया गया है.

नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी सरकार ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न मामलों के निपटारे के लिए मंत्री समूह का पुनः गठन किया है. इस मंत्री समूह में गृहमंत्री अमित शाह शामिल हुए हैं. पुर्नगठित मंत्री समूह की अध्यक्षता अमित शाह करेंगे. गृह मंत्रालय के अधिकारिक सूत्रों ने ये जानकारी दी है.

इस मंत्री समूह में नए मंत्री भी शामिल हुए हैं. नए मंत्रियों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी इस मंत्री समूह के नए सदस्य हैं.

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि चुनाव के बाद नई सरकार का गठन हुआ. इसके साथ नए मंत्री समूह का भी गठन हुआ है. नई मंत्री समूह राष्ट्रहित के लिए विचार-विमर्श कर रहा है. प्राप्त विभिन्न सुझावों का जांच कर रहा है.

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बता दें कि 2018 अक्टूबर में मोदी सरकार ने #MeToo कैंपेन के दौरान इस एक मंत्री समूह गठन किया था. इस मंत्री समूह को गठन करने का उद्देश्य कार्यस्थल पर हो रहे यौन उत्पीड़न जैसे मामलों की जांच करना था.

समिति का मकसद अपराधों पर नियंत्रण के लिए कड़े कानून बनाने संबंधी राय देना भी है. इस समिति का गठन कार्यस्थल पर स्वस्थ माहौल सुनिश्चित करने के लिए भी किया गया है.

Intro:New Delhi: The Modi government has reconstituted the Group of Ministers (GoMs) on "Sexual Harassment at Work Place" and it will be headed by home minister Amit Shah, officials told ETV Bharat today.

Other members of the newly formed GoM include finance minister Nirmala Sitharaman, Human Resource Development Minister Ramesh Pokhrial and Women and Child Development Minister Smriti Irani.


Body:"With the constitution of the new government under post-elections, the GoMs undertook consultations with stakeholders and was examining various suggestions received," said a home ministry official.


Conclusion:In the wake of MeToo movement, government had set up a GoM to examine and give recommendations for strengthening the legal and institutional frameworks to deal with and prevent sexual harrassment at workplace in October, 2018.


The MeToo campaign took India with a storm with women naming out men who sexually harrassed them. M.J. Akbar had to resign as minister of state for external affairs following allegations of sexual harassment against him by former colleagues.
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