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हर हाल में लागू करेंगे संशोधित नागरिकता कानून : अमित शाह

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जारी विरोध पर अमित शाह ने कहा कि विपक्ष इसे लेकर हिंदू-मुसलमानों के बीच खाई पैदा कर रहा है. उन्होंने इस कानून के बनने के बाद हुए हिंसक प्रदर्शनों और उसके बाद हुई पुलिस कार्रवाई पर एक जांच आयोग बनाने की भी मांग की. जानें और क्या कुछ बोले शाह...

amit shah slams opposition over caa etv bharat
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
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Published : Dec 18, 2019, 7:50 AM IST

Updated : Dec 18, 2019, 8:05 AM IST

मुंबई : नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) को लेकर बढ़ते विरोध के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बात पर बल दिया कि इसके क्रियान्वयन से पीछे हटने का सवाल ही नहीं है. उन्होंने विपक्ष पर इस 'कानून को लेकर झूठा प्रचार अभियान' में शामिल होने का आरोप लगाया.

शाह ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह संशोधित नागरिकता अधिनियम को लेकर 'झूठा' अभियान चला रहा है और हिंदू-मुसलमानों के बीच खाई पैदा कर रहा है.

उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और विपक्षी दलों के नेताओं को चुनौती दी कि वह बयान जारी करें कि वह चाहते हैं कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के सभी मुसलमानों को भारत की नागरिकता दी जाए.

झारखंड में मंगलवार को एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 'कांग्रेस और उसके दोस्तों' के सामने ऐसी ही चुनौती रखी.

शाह ने कहा कि CAA में अल्पसंख्यकों के खिलाफ कुछ भी नहीं है. इसे पिछले हफ्ते संसद में पारित किया गया और राष्ट्रपति की मंजूरी मिल चुकी है. उन्होंने कहा कि यह किसी की नागरिकता नहीं छीनता.

ये भी पढ़ें : CAA विरोध : जामिया हिंसा मामले में छह आरोपी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए

प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस के पाले में गेंद डालते हुए शाह ने कहा कि 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा असम समझौते पर हस्ताक्षर किये जाने की वजह से इस प्रावधान का सूत्रपात राष्ट्रीय पार्टी द्वारा ही हुआ था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने CAA की नींव रखी थी.

नई दिल्ली में विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर उनसे केंद्रीय विश्वविद्यालयों में हो रही हिंसा में हस्तक्षेप का अनुरोध किया और मोदी सरकार से 'असंवैधानिक व विभाजक' नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की. उन्होंने इन कानून के बनने के बाद हुए हिंसक प्रदर्शनों और उसके बाद हुई पुलिस कार्रवाई पर एक जांच आयोग बनाने की भी मांग की.

विपक्ष लगातार इस कानून को 'असंवैधानिक और विभाजनकारी' बताकर इसे वापस लेने की मांग कर रहा है. विपक्ष की मांग के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा, 'पार्टी और सरकार इसे (CAA) लेकर दृढ़ हैं. नागरिकता कानून पर पीछे नहीं हटेंगे. सरकार इसके क्रियान्वयन के लिए चट्टान की तरह दृढ़ प्रतिज्ञ है.'

देखें अमित शाह का संबोधन

शाह ने इस बात पर भी भरोसा व्यक्त किया कि संशोधित नागरिकता अधिनियम कानूनी समीक्षा में खरा उतरेगा. उन्होंने कहा, 'हम शीर्ष अदालत में निश्चित तौर पर इसका बचाव करने में सक्षम होंगे. यह अधिनियम न्यायपालिका की जांच में टिका रहेगा.'

उन्होंने कहा, 'मैं यह नहीं समझ पा रहा कि CAA में अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों के हितों के खिलाफ क्या है?' शाह ने कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों और आम आदमी पार्टी पर नए नागरिकता कानून के खिलाफ 'झूठा' प्रचार अभियान चलाने का आरोप लगाया.

ये भी पढ़ें : CAA के खिलाफ विपक्षी दलों के नेता एकजुट, राष्ट्रपति कोविंद को सौंपा ज्ञापन

उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा, 'क्या दुनिया में कोई ऐसा देश है जिसके पास नागरिकों की पंजी न हो?'

शाह ने कहा, 'क्या कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के सभी मुसलमान भाइयों को नागरिकता देने के लिए कह सकती है? सोनिया गांधी और विपक्ष के दूसरे नेता इस संदर्भ में बयान दें.'

पंजाब और पश्चिम बंगाल जैसे कुछ गैर भाजपा शासित राज्यों द्वारा CAA को लागू नहीं किए जाने के बारे में पूछने पर गृह मंत्री ने कहा कि राज्यों के पास यह विकल्प नहीं है.

उन्होंने कहा, 'नागरिकता पूरी तरह केंद्र सरकार का विषय है, राज्यों का नहीं.' गृह मंत्री ने कहा कि इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

उन्होंने कहा कि सिर्फ उन्हीं लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जो प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ व आगजनी में शामिल हैं. आपको बता दें, अमित शाह ने एक मीडिया संस्थान के साथ बातचीत में ये बातें कहीं.

CAA को लेकर बढ़ते विरोध प्रदर्शनों पर शाह ने कहा कि कानून में कुछ भी 'अल्पसंख्यक विरोधी' नहीं है जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले गैर मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान कराने का प्रावधान करता है.

ये भी पढ़ें : CAA विरोध : भीम आर्मी प्रमुख ने कहा - नहीं होने देंगे देश को विभाजित

विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह नए नागरिकता कानून को लेकर 'दुष्प्रचार अभियान' में शामिल हैं. विनायक दामोदर सावरकर पर टिप्पणी के लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी जैसे बन भी नहीं सकते.

दिल्ली में शनिवार को कांग्रेस की 'भारत बचाओ रैली' को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने अपनी 'रेप इन इंडिया' वाली टिप्पणी पर भाजपा की माफी की मांग को खारिज करते हुए कहा कि उनका नाम राहुल गांधी है 'राहुल सावरकर' नहीं और वह सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं मांगेंगे.

गृह मंत्री ने कहा, 'राहुल गांधी वीर सावरकर नहीं हो सकते, सावरकर होने के लिए काफी त्याग और समर्पण की जरूरत होती है.' भाजपा अध्यक्ष ने अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत को लेकर भी भरोसा व्यक्त किया.

उन्होंने कहा कि 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा पूर्ण बहुमत हासिल करेगी. दिल्ली में फिलहाल आम आदमी पार्टी की सरकार है. विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार लोगों की आवाज को 'दबा' रही है और ऐसे कानून लेकर आ रही है जो उन्हें स्वीकार्य नहीं.

देश के बड़े हिस्से, खास कर पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर में CAA के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. CAA के आलोचक इस कानून को भेदभाव की प्रकृति वाला बता रहे हैं और उनका मानना है कि यह संविधान की मूल भावना के खिलाफ है.

मुंबई : नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) को लेकर बढ़ते विरोध के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बात पर बल दिया कि इसके क्रियान्वयन से पीछे हटने का सवाल ही नहीं है. उन्होंने विपक्ष पर इस 'कानून को लेकर झूठा प्रचार अभियान' में शामिल होने का आरोप लगाया.

शाह ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह संशोधित नागरिकता अधिनियम को लेकर 'झूठा' अभियान चला रहा है और हिंदू-मुसलमानों के बीच खाई पैदा कर रहा है.

उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और विपक्षी दलों के नेताओं को चुनौती दी कि वह बयान जारी करें कि वह चाहते हैं कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के सभी मुसलमानों को भारत की नागरिकता दी जाए.

झारखंड में मंगलवार को एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 'कांग्रेस और उसके दोस्तों' के सामने ऐसी ही चुनौती रखी.

शाह ने कहा कि CAA में अल्पसंख्यकों के खिलाफ कुछ भी नहीं है. इसे पिछले हफ्ते संसद में पारित किया गया और राष्ट्रपति की मंजूरी मिल चुकी है. उन्होंने कहा कि यह किसी की नागरिकता नहीं छीनता.

ये भी पढ़ें : CAA विरोध : जामिया हिंसा मामले में छह आरोपी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए

प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस के पाले में गेंद डालते हुए शाह ने कहा कि 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा असम समझौते पर हस्ताक्षर किये जाने की वजह से इस प्रावधान का सूत्रपात राष्ट्रीय पार्टी द्वारा ही हुआ था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने CAA की नींव रखी थी.

नई दिल्ली में विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर उनसे केंद्रीय विश्वविद्यालयों में हो रही हिंसा में हस्तक्षेप का अनुरोध किया और मोदी सरकार से 'असंवैधानिक व विभाजक' नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की. उन्होंने इन कानून के बनने के बाद हुए हिंसक प्रदर्शनों और उसके बाद हुई पुलिस कार्रवाई पर एक जांच आयोग बनाने की भी मांग की.

विपक्ष लगातार इस कानून को 'असंवैधानिक और विभाजनकारी' बताकर इसे वापस लेने की मांग कर रहा है. विपक्ष की मांग के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा, 'पार्टी और सरकार इसे (CAA) लेकर दृढ़ हैं. नागरिकता कानून पर पीछे नहीं हटेंगे. सरकार इसके क्रियान्वयन के लिए चट्टान की तरह दृढ़ प्रतिज्ञ है.'

देखें अमित शाह का संबोधन

शाह ने इस बात पर भी भरोसा व्यक्त किया कि संशोधित नागरिकता अधिनियम कानूनी समीक्षा में खरा उतरेगा. उन्होंने कहा, 'हम शीर्ष अदालत में निश्चित तौर पर इसका बचाव करने में सक्षम होंगे. यह अधिनियम न्यायपालिका की जांच में टिका रहेगा.'

उन्होंने कहा, 'मैं यह नहीं समझ पा रहा कि CAA में अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों के हितों के खिलाफ क्या है?' शाह ने कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दलों और आम आदमी पार्टी पर नए नागरिकता कानून के खिलाफ 'झूठा' प्रचार अभियान चलाने का आरोप लगाया.

ये भी पढ़ें : CAA के खिलाफ विपक्षी दलों के नेता एकजुट, राष्ट्रपति कोविंद को सौंपा ज्ञापन

उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा, 'क्या दुनिया में कोई ऐसा देश है जिसके पास नागरिकों की पंजी न हो?'

शाह ने कहा, 'क्या कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के सभी मुसलमान भाइयों को नागरिकता देने के लिए कह सकती है? सोनिया गांधी और विपक्ष के दूसरे नेता इस संदर्भ में बयान दें.'

पंजाब और पश्चिम बंगाल जैसे कुछ गैर भाजपा शासित राज्यों द्वारा CAA को लागू नहीं किए जाने के बारे में पूछने पर गृह मंत्री ने कहा कि राज्यों के पास यह विकल्प नहीं है.

उन्होंने कहा, 'नागरिकता पूरी तरह केंद्र सरकार का विषय है, राज्यों का नहीं.' गृह मंत्री ने कहा कि इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

उन्होंने कहा कि सिर्फ उन्हीं लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जो प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ व आगजनी में शामिल हैं. आपको बता दें, अमित शाह ने एक मीडिया संस्थान के साथ बातचीत में ये बातें कहीं.

CAA को लेकर बढ़ते विरोध प्रदर्शनों पर शाह ने कहा कि कानून में कुछ भी 'अल्पसंख्यक विरोधी' नहीं है जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले गैर मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान कराने का प्रावधान करता है.

ये भी पढ़ें : CAA विरोध : भीम आर्मी प्रमुख ने कहा - नहीं होने देंगे देश को विभाजित

विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह नए नागरिकता कानून को लेकर 'दुष्प्रचार अभियान' में शामिल हैं. विनायक दामोदर सावरकर पर टिप्पणी के लिए राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी जैसे बन भी नहीं सकते.

दिल्ली में शनिवार को कांग्रेस की 'भारत बचाओ रैली' को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने अपनी 'रेप इन इंडिया' वाली टिप्पणी पर भाजपा की माफी की मांग को खारिज करते हुए कहा कि उनका नाम राहुल गांधी है 'राहुल सावरकर' नहीं और वह सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं मांगेंगे.

गृह मंत्री ने कहा, 'राहुल गांधी वीर सावरकर नहीं हो सकते, सावरकर होने के लिए काफी त्याग और समर्पण की जरूरत होती है.' भाजपा अध्यक्ष ने अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत को लेकर भी भरोसा व्यक्त किया.

उन्होंने कहा कि 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा पूर्ण बहुमत हासिल करेगी. दिल्ली में फिलहाल आम आदमी पार्टी की सरकार है. विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार लोगों की आवाज को 'दबा' रही है और ऐसे कानून लेकर आ रही है जो उन्हें स्वीकार्य नहीं.

देश के बड़े हिस्से, खास कर पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर में CAA के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. CAA के आलोचक इस कानून को भेदभाव की प्रकृति वाला बता रहे हैं और उनका मानना है कि यह संविधान की मूल भावना के खिलाफ है.

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.MUMBAI BOM42
MH-CITIZENSHIP-2NDLD SHAH
Shah says Centre firm on CAA implementation; slams opposition
         (Eds: with additional quotes)
         Mumbai, Dec 17 (PTI) Amid protests over the amended
Citizenship Act, Union Home Minister Amit Shah on Tuesday
asserted there was no question of going back on its
implementation and accused the opposition of engaging in a
"false" campaign over the legislation.
         Shah accused the opposition of running a "false"
campaign and creating a rift between Hindus and Muslims over
the Citizenship (Amendment) Act (CAA).
         He dared Congress president Sonia Gandhi and leaders
of other opposition parties to issue a statement saying they
want all the Muslims from Pakistan, Afghanistan and Bangladesh
be given Indian citizenship.
         Speaking at a poll rally in Jharkhand on Tuesday,
Prime Minister Narendra Modi threw a similar challenge at the
"Congress and its friends".
         Shah said there was nothing against minorities in the
CAA, which was passed by Parliament last week and has received
Presidential assent, and added it does not snatch away
citizenship of anyone.
         Seeking to turn the tables on the Congress for
questioning the proposed National Register of Citizens (NRC),
Shah said the provision was ushered in by the national party
as a consequence of the Assam Accord signed by the then Prime
Minister Rajiv Gandhi in 1985.
         He said the Congress had laid the foundation of the
CAA, too.
         Shah's remark come on a day when opposition leaders
knocked on the doors of President Ram Nath Kovind, seeking his
intervention in repealing the "unconstitutional and divisive"
citizenship amendment law and forming a commission of inquiry
to probe violent protests and the subsequent police action.
         "Me and the government are firm on this (CAA). Firm
like a rock. There is no going back on this," Shah said when
asked about the Opposition's demand.
         Shah made the remarks during a session webcast at the
India Economic Conclave held here.
         The home minister expressed confidence about the
controversial legislation passing the judicial test.
         "We will definitely be able to defend the CAA in the
Supreme Court. The Act will stand the scrutiny of the
judiciary," he added.
         "I fail to understand what in the CAA is against the
interest of the minorities, particularly the Muslims," he
asked.
         Shah accused the Congress, the TMC, Left parties and
the AAP of running a 'false' campaign against the new
citizenship law.
         He further challenged the Opposition, saying "Is there
any country in the world which does not have a register of its
citizens?
         "Can the Congress party ask for giving citizenship to
all the Muslim brothers from Pakistan, Afghanistan and
Bangladesh? Let Sonia Gandhi, other opposition leaders make a
statement in this regard."
         With some non-BJP-ruled states like Punjab and West
Bengal saying they will not implement the CAA, the Union
minister said states do not have that option.
         "Citizenship is completely a central government's
subject and not of the state," he said.
         Shah claimed that "by and large" the situation in the
country is under control after series of protests over the CAA
in different parts.
         "There is now peace in the entire north-east, there is
peace now in (West) Bengal too. Incidents took place in Delhi
at one or two places," he added.
         The home minister said no action is being taken
against students opposing the CAA.
         However, action is being taken only against those
engaging in vandalism and arson during protests, he said.
         Taking potshots at Rahul Gandhi's recent "I am not
Savarkar" remark, Shah said the Congress leader cannot be like
the legendary freedom fighter.
         "He cannot even be Savarkar. For, to be Savarkar, one
needs to make a lot of sacrifices and have patriotism. Nothing
of this reflects in the personality of Rahul Gandhi.
         "He cannot spend even 12 hours in Cellular jail, while
Savarkar was in the jail for 12 years (in solitary confinement
and harsh conditions during British rule). Rahul Gandhi does
not know this," Shah quipped.
         Addressing the Congress' mega 'Bharat Bachao Rally' in
Delhi last Saturday, Rahul Gandhi had rejected the BJP's
demand for an apology over his "rape in India" barb, and added
that his name was Rahul Gandhi, not "Rahul Savarkar", and he
will never apologise for speaking the truth.
         Shah also took a jibe at Gandhi, saying the Congress
leader was not to be seen when opposition leaders met the
president earlier in the day and added some journalist told
him the Wayanad MP is in Korea.
         "Some journalist SMSed me about it. I have not
verified the claim," Shah said.
         Shah, who is also BJP president, exuded confidence
about his party winning the next year's Delhi Assembly polls.
         He said the BJP will secure complete majority in the
70-member Assembly in the national capital, currently ruled by
the Aam Aadmi Party.
         Congress president Sonia Gandhi, who led the
opposition delegation, alleged the Modi government was
"shutting down" people's voices and bringing legislations
which are not acceptable to them.
         Large parts of the country, especially West Bengal and
the North-east, saw widespread protests after the CAA was
enacted last week. PTI ENM
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NNNN
Last Updated : Dec 18, 2019, 8:05 AM IST
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