नई दिल्ली : गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर दिल्ली स्थित मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में लोगों को संबोधित करते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजली अर्पित की. इसके बाद उन्होंने नेशनल स्टेडियम में 'रन फॉर यूनिटी' को हरी झंडी दिखाई.
बता दें कि राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर देश भर में 'रन फोर यूनिटी' का आयोजन किया जा रहा है.
इससे पहले उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के हर निर्णय में राष्ट्रहित सर्वप्रथम रहा. मातृभूमि के प्रति उनकी अटूट निष्ठा, अद्भुत साहस और संगठन कुशलता हम सभी को सदैव प्रेरित करती रहेगी.
ऐसे महान दूरदर्शी नेता को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन व समस्त देशवासियों को 'राष्ट्रीय एकता दिवस' की हार्दिक शुभकामनाएं.
उन्होंने कहा कि देश आजाद होने के बाद 550 से ज्यादा रियासतों में देश को बांटने का काम अंग्रेजों ने किया था। पूरा देश और दुनिया मानती थी कि भारत को आजादी तो मिली लेकिन भारत बिखर जाएगा। लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल ने एक के बाद रियासत को देश के साथ जोड़ने का काम किया.
सरदार पटेल ने 550 से ज्यादा रियासतों को एक करके देश को अखंड बनाया परन्तु एक कसक छूट गयी थी जम्मू और कश्मीर, जम्मू और कश्मीर का भारत के साथ विलय तो हुआ मगर अनुच्छेद 370 और 35A के कारण जम्मू और कश्मीर हमारे लिए जैसे एक समस्या बनकर रह गया.
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गृहमंत्री ने कहा कि 70 साल हो गए लेकिन किसी ने अनुच्छेद 370 को छूना भी मुनासिब नहीं समझा, 2019 में देश की जनता ने फिरसे एक बार मोदी जी को देश का प्रधानमंत्री बनाया और 5 अगस्त को देश की पार्लियामेंट ने 370 और 35A को हटाकर सरदार साहब का अधूरा स्वप्न पूरा करने का काम किया.