नई दिल्ली: केंद्र ने सोमवार को जम्मू और कश्मीर में लोगों के आवाजाही पर लगे प्रतिबंधो पर फैसला किया गया कि आगे भी प्रतिबंध बना रहेगा. दिल्ली के उत्तरी ब्लॉक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक की गई. बैठक में गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया.
दो घंटे की हुई बैठक में माना जा रहा हैं कि जम्मू कश्मीर की मौजूदा स्थिति के बारे में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने शाह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के बैठक की हुई. कैबिनेट सचिव राजीव भी बैठक में उपस्थित थे.
हालांकि किसी भी अधिकारी ने बैठक के बाद मीडिया को जानकारी नहीं दी. लेकिन सूत्रों ने कहा कि बैठक ने जम्मू-कश्मीर में आवाजाही पर प्रतिबंध रखने का फैसला किया गया.
अधिकारियों ने फैसला लिया है कि कश्मीर में 31अक्टूबर तक प्रतिबंध बना रहेगा. बता दें कि अगले महीने की अंतिम तरीख पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दोनों केंद्र शासित प्रदेश बन जाएंगे.
डोभाल ने पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा भारत में घुसने के हर संभव प्रयास को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया.
बैठक में आईबी, बीएसएफ, सीआरपीएफ और सेना के वरिष्ठ खुफिया और अन्य सुरक्षा अधिकारी भी उपस्थित थे.
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जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने के बाद जम्मू-कश्मीर में हिंसा न हो इस लिए अवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.
सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा है कि वह जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधों पर कोई आदेश पारित नहीं करेगा और कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सामान्य स्थिति बहाल की जानी चाहिए.