बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, '2014 के पहले देश के अंदर जो स्थिति थी, वो देश के लोकतंत्र में लोगों की आस्था को डिगाने वाली थी. 2014 के पहले 30 साल तक देश की समस्याओं के समाधान के लिए दूरदर्शी सोच के साथ ठोस कदम नहीं उठाए गए. 2014 से पहले चुनाव जीतने के लिए सिर्फ झूठे वादे किए गए जिससे देश के अर्थतंत्र के सारे पैरामीटर औंधे मुंह गिर गए थे.'
शाह ने कहा, '2014 में 30 साल बाद देश की जनता ने मोदी जी के नेतृत्व वाली पूर्ण बहुत की सरकार बनाई. नरेंद्र मोदी सरकार ने देश की स्थिति को बदला है. प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शी नीतियों के कारण देश में दीर्घकालिक विकास की नींव रखी गई है.'
उन्होंने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी और बाकी पार्टियों में बहुत बड़ा अंतर है. भारतीय जनता पार्टी देश की एक मात्र ऐसी पार्टी है जिसके अंतर आतंरिक लोकतंत्र है. जिस पार्टी के अंतर आतंरिक लोकतंत्र होता है, वही पार्टी देश के लोकतंत्र को मजबूत कर सकती है.'
अमित शाह ने कहा, 'भारत के मन की बात - मोदी के साथ', संकल्प पत्र के लोकतांत्रिकरण का ये अनुठा प्रयोग है. 10 करोड़ परिवार कैसा देश चाहते हैं ये बात उनसे जानी जाएगी. 'भारत के मन की बात - मोदी के साथ', कार्यक्रम भाजपा का नहीं है, बल्कि देश के लिए है. ये कार्यक्रम देश को सुरक्षित करने, गरीब का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए है. ये कार्यक्रम नया भारत बनाने के लिए है.'
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर कहा-
हम आगे और क्या कर सकते हैं इस पर जनता की राय जानी जाएगी. विशेष तौर पर देश की सम्मानित महिलाओं के साथ भी हमारी टीम संपर्क करेगी.
जो जनता के लिए काम करता है जनता उम्मीद भी उसी से करती है. जनता की उम्मीदों और अपेक्षाओं की कसौटी पर खरा उतरने की चुनौती पीएम मोदी ने स्वीकार की है. जनता की उम्मीदों को सम्मान देना भाजपा अपना कर्त्तव्य ही नहीं बल्कि नैतिक दायित्व मानती है.
जनभागीदारी से ही लोकतंत्र को मजबूती मिलती है. देश में पहली बार कोई राजनीतिक दल अपना संकल्प पत्र बनाने के लिए इतने बड़े स्तर पर जनसंपर्क करने जा रहा है.
भारतीय संस्कृति का संवर्धन भाजपा के हाथों से ही संभव है, इस सच्चाई को आज हर व्यक्ति स्वीकार कर चुका है.
हमारी सरकार देश के सुरक्षा चक्र को इतना मजबूत बना देना चाहती है कि हमारा सुरक्षा चक्र विरोधी ताकतों के लिए 'सुदर्शन चक्र' साबित हो.
राष्ट्रविरोधी ताकतों के खिलाफ हमारी सरकार ने कठोर कदम उठाए हैं. देश में शांति और सुरक्षा का वातावरण बना है. आतंकवादी घटनाएं पिछले दो दशकों की तुलना में आज न्यूनतम स्तर पर हैं.