न्यूयॉर्क : अमेरिका की अदालत ने अमेरिकी नागरिकों द्वारा चलाई जा रही तकनीकी समर्थन योजना को स्थायी रूप से बंद करने का आदेश दिया है. जिसका संचालन भारतीय कॉल सेंटरों के मार्फत किया जा रहा था. इसके जरिए सैकड़ों अमेरिकी बुजुर्गों और संवेदनशील वर्ग के लोगों के साथ कथित रूप से धोखाधड़ी की गई थी.
अमेरिका के कानून मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि एक जिला अदालत ने कैलिफोर्निया के ग्लेनडेल के निवासी माइकल ब्रायन कोटर (59) और चार कंपनियों द्वारा टेली मार्केटिंग या वेबसाइटों के जरिए तकनीकी सहयोग या सॉफ्टवेयर सेवाएं प्रदान करने पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है. नागरिक संभाग के कार्यवाहक सहायक अटॉर्नी जनरल जेफरी बोसर्ट क्लार्क ने कहा कि विभाग संवेदनशील अमेरिकियों विशेषकर बुजुर्गों की मेहनत की कमाई की रक्षा करने के लिये प्रतिबद्ध है.
सीबीआई ने किया सहयोग
अमेरिकियों के साथ की जा रही कथित धोखाधड़ी की जांच में भारतीय एजेंसी ने भी सहयोग किया. न्याय विभाग ने इस मामले में सहयोग के लिये भारत के केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो का आभार व्यक्त किया है.