ETV Bharat / bharat

श्रीनगर के कॉलेज को मिला यूनेस्को का सांस्कृतिक विरासत संरक्षण पुरस्कार

श्रीनगर में स्थित अमर सिंह कॉलेज की इमारत, सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए 2020 यूनेस्को एशिया-पैसिफिक अवॉर्ड से मान्यता प्राप्त सात परियोजनाओं में से एक है. इस इमारत को लगभग 80 साल पहले बनाया गया था.

अमर सिंह कॉलेज की इमारत के जीर्णोद्धार कार्य को मिला यूनेस्को पुरस्कार
अमर सिंह कॉलेज की इमारत के जीर्णोद्धार कार्य को मिला यूनेस्को पुरस्कार
author img

By

Published : Dec 18, 2020, 6:12 PM IST

Updated : Dec 18, 2020, 6:23 PM IST

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में स्थित 80 साल पहले निर्मित अमर सिंह कॉलेज भवन के जीर्णोद्धार ने वर्ष 2020 के लिए सांस्कृतिक विरासत संरक्षण को लेकर यूनेस्को एशिया पैसिफिक अवॉर्ड्स में प्रतिष्ठित अवॉर्ड ऑफ मेरिट जीता है, जो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संरक्षण कार्य के लिए पहली मान्यता है.

इस अवॉर्ड की घोषणा बुधवार को नौ अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों की एक जूरी ने की. जानकारी के मुताबिक, कोरोना वायरस के चलते बैठक ऑनलाइन आयोजित की गई.

इस परियोजना का नेतृत्व इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज, कश्मीर चैप्टर, स्थानीय सरकार और सामुदायिक हितधारकों के एक समूह के सहयोग से कर रहा था.

यूनेस्को द्वारा दी गई मान्यता पर आभार व्यक्त करते हुए, इंटैक (INTACH) चैप्टर की संरक्षण टीम की प्रमुख साइमा इकबाल ने कहा कि सर प्रताप कॉलेज और महिला कॉलेज कतार में आगे होंगे.

पढ़ें- यूनेस्को ने भारत के लिए लॉन्च की 2020 स्टेट ऑफ द एजुकेशन रिपोर्ट

ईटीवी भारत से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर काम तो 2013 में शुरू हुआ था, लेकिन 2018 में इस पर काम किया गया.

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35A निरस्त किए जाने के बाद लगाए गए प्रतिबंधों के कारण परियोजना पर काम धीमा हो गया था, लेकिन अभी भी काम चल रहा है. हम अब इमारत के इंटीरियर पर काम कर रहे हैं.

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में स्थित 80 साल पहले निर्मित अमर सिंह कॉलेज भवन के जीर्णोद्धार ने वर्ष 2020 के लिए सांस्कृतिक विरासत संरक्षण को लेकर यूनेस्को एशिया पैसिफिक अवॉर्ड्स में प्रतिष्ठित अवॉर्ड ऑफ मेरिट जीता है, जो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संरक्षण कार्य के लिए पहली मान्यता है.

इस अवॉर्ड की घोषणा बुधवार को नौ अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों की एक जूरी ने की. जानकारी के मुताबिक, कोरोना वायरस के चलते बैठक ऑनलाइन आयोजित की गई.

इस परियोजना का नेतृत्व इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज, कश्मीर चैप्टर, स्थानीय सरकार और सामुदायिक हितधारकों के एक समूह के सहयोग से कर रहा था.

यूनेस्को द्वारा दी गई मान्यता पर आभार व्यक्त करते हुए, इंटैक (INTACH) चैप्टर की संरक्षण टीम की प्रमुख साइमा इकबाल ने कहा कि सर प्रताप कॉलेज और महिला कॉलेज कतार में आगे होंगे.

पढ़ें- यूनेस्को ने भारत के लिए लॉन्च की 2020 स्टेट ऑफ द एजुकेशन रिपोर्ट

ईटीवी भारत से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर काम तो 2013 में शुरू हुआ था, लेकिन 2018 में इस पर काम किया गया.

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35A निरस्त किए जाने के बाद लगाए गए प्रतिबंधों के कारण परियोजना पर काम धीमा हो गया था, लेकिन अभी भी काम चल रहा है. हम अब इमारत के इंटीरियर पर काम कर रहे हैं.

Last Updated : Dec 18, 2020, 6:23 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.