मुंबई: महाराष्ट्र कांग्रेस के एक नेता का दावा है कि अगले महीने होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर उम्मीदवारों के चयन के लिये उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि प्रक्रिया के अनुसार इच्छुक उम्मीदवारों को प्रदेश पार्टी इकाई में आवेदन करना होता है और साक्षात्कार के बाद इनमें से छांटे गये नामों को केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाता है.
उन्होंने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, 'लेकिन इस बार उम्मीदवारों के चयन में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं हुआ.'
उन्होंने यह भी कहा कि इस बार करीब 40 प्रतिशत ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है जो पिछले एक साल में दूसरी पार्टी से कांग्रेस में आये हैं.
चंद्रपुर से कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश धनोरकर हाल तक शिवसेना विधायक थे जबकि नागपुर से उम्मीदवार नाना पटोले पिछले साल ही विपक्षी पार्टी में शामिल हुए हैं.
उन्होंने बताया कि औरंगाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार सुभाष जामबाद इससे पहले राकांपा में थे जबकि रामटेक से कांग्रेस प्रत्याशी किशोर गजभिये बसपा छोड़कर पार्टी में आये हैं.
उल्लेखनीय है कि पार्टी महासचिव (संगठन) के. सी. वेणुगोपाल के नेतृत्व में कांग्रेस पर्यवेक्षकों की एक टीम ने यहां महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं से शनिवार को मुलाकात की थी.
नेता ने कहा कि औरंगाबाद में अब्दुल सत्तार ने इसके विरोध में आवाज उठायी वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत ए. आर. अंतुले के पुत्र नवीद अंतुले कुछ दिन पहले शिवसेना में शामिल हुए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रतीक पाटिल ने भी पिछले सप्ताह कांग्रेस छोड़ दी, जबकि वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल के बेटे सुजय विखे पाटिल इस महीने की शुरुआत में भाजपा में शामिल हुए.
महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटों पर चार चरण में 11, 18, 23 और 29 अप्रैल को चुनाव होने हैं। मतगणना 23 मई को होगी.