नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र से पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलायी. इसमें उन्होंने सभी दलों के नेताओं से सदन को सुचारु रूप से चलाने में सहयोग की अपील की है.
दूसरी तरफ, विपक्षी दलों ने कहा कि इस सत्र में बेरोजगारी, मंदी, कृषि संकट और प्रदूषण के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए.
सूत्रों के मुताबिक संसदीय पुस्तकालय भवन में हुई इस बैठक में विपक्ष के ज्यादातर दलों ने कहा कि सदस्यों को सदन में अपनी बात रखने का पूरा मौका मिलना चाहिए.
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद शामिल हुए.
बैठक के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज शाम पार्टी नेताओं और सांसदों के साथ अद्भुत बातचीत हुई. हम एक नये संसद सत्र के लिए तत्पर हैं, जहां लोगों पर केंद्रित विकासोन्मुखी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
बैठक के बाद ओम बिरला ने कहा, 'विभिन्न दलों के नेताओं ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन पर कार्य मंत्रणा समिति में चर्चा की जाएगी और जितना हो सकेगा, उतने मुद्दों को हम सदन की कार्यवाही में जगह देने की कोशिश करेंगे.'
उन्होंने कहा, 'मैंने सभी नेताओं से कहा कि वे सदन को सुचारु रूप से चलाने में सहयोग करें। सदन जनता के प्रति उत्तरदायी है. सदन में चर्चा होनी चाहिए.'
बैठक में शामिल एक नेता ने बताया, 'विपक्ष के नेताओं ने कहा कि सदन में सभी को अपनी बात रखने का पूरा मौका मिलना चाहिए। लोकसभा अध्यक्ष ने सभी से सहयोग की अपील की और सबको उचित मौका देने का भरोसा दिलाया.'
उन्होंने कहा, 'कई नेताओं ने इस सत्र में बेरोजगारी, आर्थिक मंदी, किसानों की समस्याओं और प्रदूषण को लेकर चर्चा की मांग की.'
पढ़ें : शीतकालीन सत्र के लिए सरकार के एजेंडा में नागरिकता विधेयक
सूत्रों के अनुसार इस बैठक में विपक्ष के कई नेताओं ने यह भी कहा कि विधेयकों को स्थायी समिति के पास भेजा जाना चाहिए और फिर इन्हें पारित कराने के लिए पेश करना चाहिए.