चेन्नई : बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी पर सोमवार सुबह बना दबाव वर्तमान में चेन्नई तट से 520 किमी दूर स्थित है. इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है. इस चक्रवाती तूफान का नाम निवार रखा गया है. इसके कारण महाबलीपुरम और कराईकल के बीच 25 नवंबर को भूस्खलन होने की आशंका है. अगर देरी होती है तो चक्रवात पोंडी और चेन्नई के बीच पार कर सकता है.
एनडीआरएफ की टीमों को कुड्डालोर भेजा गया
एनडीआरएफ की छह टीमों को कुड्डालोर जिले में भेजा गया है. राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है और सभी आवश्यक कदम उठा रही है. भारत के मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि भूस्खलन के दौरान तटीय चेन्नई में बेहद भारी वर्षा होगी और हवा की गति 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा होने की आशंका है.
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह
चेन्नई, कुड्डालोर और तूतीकोरिन बंदरगाहों में स्थानीय सावधानी संकेत संख्या 3 को फहराया गया है और मछुआरों को भी समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गई है. एहतियात के तौर पर, दक्षिण रेलवे ने घोषणा की है कि चेन्नई-त्रिची, चेन्नई - तंजौर के बीच चलने वाली ट्रेनें कल और परसों रद्द रहेंगी.
लोगों को सुरक्षित क्षेत्र शिफ्ट करने के निर्देश
तमिलनाडु के आपदा प्रबंधन मंत्री आरबी उधायाकुमार ने कहा कि सभी जिला कलेक्टरों को भारी बारिश, तूफान और हवाओं से निपटने की सलाह दी गई है. मछुआरों के लिए सलाह भी नियमित रूप से मत्स्य विभाग के माध्यम से जारी की जा रही है. हमने निचले इलाके के लोगों को सुरक्षित क्षेत्र शिफ्ट करने के लिए कहा है.