ETV Bharat / bharat

NRC को एनपीआर के रूप में पेश करने की साजिश कर रही है सरकार : कांग्रेस

कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस का आरोप है कि सरकार एनपीआर की आड़ में एनआरसी लाने की साजिश रच रही है. पढ़ें विस्तार से

etvbharat
अजय माकन
author img

By

Published : Dec 26, 2019, 5:16 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के प्रायोगिक तौर पर भरवाए जा रहे फॉर्म पर सवाल उठाया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह एनआरसी को एनपीआर में रूप में लाने की सरकार की साजिश है.

पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने यह भी कहा कि अगर सरकार एनपीआर को एनआरसी के साथ जोड़ने का कदम पीछे नहीं लेती है तो कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी.

उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने सिर्फ एनपीआर पर कदम बढ़ाया था और इसे एनआरसी से कभी नहीं जोड़ा.

कांग्रेस नेता ने संवाददाताओं से कहा, 'एनपीआर और एनआरसी में फर्क करने की जरूरत है. एनपीआर सामान्य निवासी के लिए है. सामान्य निवासी के लिए सबसे अहम है कि वह व्यक्ति जिस स्थान का पता दे रहा है वहां पर वह एक साल में छह महीने तक रहा हो या फिर आगे छह महीने तक रहना चाहता हो.'

मीडिया से बातचीत के दौरान अजय माकन

उन्होंने कहा, 'भाजपा ने चिदंबरम जी का जो वीडियो जारी किया उसमें स्पष्ट रूप से सामान्य निवासी की बात की गई है. भाजपा ने पिछले पांच साल में सामान्य निवासी की बात ही नहीं की. उन्होंने हमेशा एनआरसी की बात की है. वे लोग एनपीआर की बात ही नहीं करते थे.'

उन्होंने दावा किया, 'एनपीआर में 14 साधारण जानकारियां ली जाती थीं. 2020 एनपीआर के लिए इसी साल प्रीटेस्ट हुआ है जिसमें बड़ी संख्या में फॉर्म भरवाए गए हैं. प्रीटेस्ट फॉर्म (प्रायोगिक तौर पर फॉर्म भरवाना) की बात सरकार ने खारिज नहीं की है.'

राहुल ने पीएम को बताया झूठा, BJP ने दिया कुछ ऐसा जवाब

माकन ने कहा, 'इस प्रीटेस्ट फॉर्म में माता-पिता के जन्मस्थान के बारे में जानकारी मांगी गई है. मुझसे पूछेंगे तो मेरे माता-पिता का जन्म पाकिस्तान में हुआ था, मैं उनका विवरण कहां से लाऊंगा. इसमें मोबाइल नम्बर और आधार नम्बर भी मांगे जा रहे हैं.'

उन्होंने आरोप लगाया, ' यह एनआरसी को एनपीआर के रूप में पेश करने की साजिश है.'

नई दिल्ली : कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के प्रायोगिक तौर पर भरवाए जा रहे फॉर्म पर सवाल उठाया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह एनआरसी को एनपीआर में रूप में लाने की सरकार की साजिश है.

पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने यह भी कहा कि अगर सरकार एनपीआर को एनआरसी के साथ जोड़ने का कदम पीछे नहीं लेती है तो कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी.

उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने सिर्फ एनपीआर पर कदम बढ़ाया था और इसे एनआरसी से कभी नहीं जोड़ा.

कांग्रेस नेता ने संवाददाताओं से कहा, 'एनपीआर और एनआरसी में फर्क करने की जरूरत है. एनपीआर सामान्य निवासी के लिए है. सामान्य निवासी के लिए सबसे अहम है कि वह व्यक्ति जिस स्थान का पता दे रहा है वहां पर वह एक साल में छह महीने तक रहा हो या फिर आगे छह महीने तक रहना चाहता हो.'

मीडिया से बातचीत के दौरान अजय माकन

उन्होंने कहा, 'भाजपा ने चिदंबरम जी का जो वीडियो जारी किया उसमें स्पष्ट रूप से सामान्य निवासी की बात की गई है. भाजपा ने पिछले पांच साल में सामान्य निवासी की बात ही नहीं की. उन्होंने हमेशा एनआरसी की बात की है. वे लोग एनपीआर की बात ही नहीं करते थे.'

उन्होंने दावा किया, 'एनपीआर में 14 साधारण जानकारियां ली जाती थीं. 2020 एनपीआर के लिए इसी साल प्रीटेस्ट हुआ है जिसमें बड़ी संख्या में फॉर्म भरवाए गए हैं. प्रीटेस्ट फॉर्म (प्रायोगिक तौर पर फॉर्म भरवाना) की बात सरकार ने खारिज नहीं की है.'

राहुल ने पीएम को बताया झूठा, BJP ने दिया कुछ ऐसा जवाब

माकन ने कहा, 'इस प्रीटेस्ट फॉर्म में माता-पिता के जन्मस्थान के बारे में जानकारी मांगी गई है. मुझसे पूछेंगे तो मेरे माता-पिता का जन्म पाकिस्तान में हुआ था, मैं उनका विवरण कहां से लाऊंगा. इसमें मोबाइल नम्बर और आधार नम्बर भी मांगे जा रहे हैं.'

उन्होंने आरोप लगाया, ' यह एनआरसी को एनपीआर के रूप में पेश करने की साजिश है.'

Intro:New Delhi: Congress leader and former Minister of State (Home), Ajay Maken alleged the BJP government, on Thursday, for presenting National Register of Citizens in the guise of National Population Register.


Body:Maken said, "In 2019, around 30 lakh people have filled the pre test forms of NPR in which the details of your parents birthplace have been asked, that can be a problem for many people whose parents belonged to Pakistan or any other country. More importantly, it has a column which states 'if available, please mention' Aadhar card number, mobile number, driving licence number. This is a breach of privacy and if a person don't register his/her details in that column, he /she would be added to the D-category of NRC."

He also added that the lies of Modi government have been blown apart as the audit report of Home Ministry itself claims that NPR is the first step in the process of NRC.

While explaining about the process of NPR that was being used during the UPA era, he said, "In November 2003, NDA government started working for creating citizens identity cards as a pilot project. In October 2006, Government of India's Commission of Secretaries suggested to stop the project by considering it difficult and impractical. Hence, the Empowered Group of Ministers decided to stop the project."

He also said that NPR is all about the "usual residents" and not for the "citizens". However in the last five years, the BJP government has not spoken even a single word about the usual residents, but they talked only about NRC.

"The Citizenship Bill was amended in 2003. A paragraph was added to it (14 a) which says that the government 'may' compulsorily register every citizen and the government 'may' maintains a national register of Indian citizens," he further said.


Conclusion:Maken also clarified that the Congress party won't have any issue from NPR if some amendments are being made to the pre test forms and it's implementation would be same as it was done by the UPA government.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.