नई दिल्ली : देशभर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की दस हजार से अधिक नर्सें जल्द ही देशव्यापी अनिश्चतकालीन हड़ताल करेंगी. ईटीवी भारत ने नर्सिंग यूनियन के अध्यक्ष हरीश कुमार काजला से बात की.
इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नर्सों की समस्याओं को दूर करने के लिए जो वादा निभाया था, उसे अब तक पूरा नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि तकरीबन एक साल पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने हमारी समस्याओं को दूर करने के लिए विभिन्न उपायों को लागू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि सबसे पहले दिल्ली एम्स में नर्सें हड़ताल शुरू करेंगी. इसके बाद हम पूरे देश के सभी एम्स कैंपस की नर्सों और गैर एम्स नर्सों के साथ हड़ताल करेंगे.
काजला ने कहा कि मंगलवार को हमारी कार्यकारिणी की बैठक थी. बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के रवैये को देखते हुए हम अनिश्चिकालीन हड़ताल करेंगे.
विडंबना यह है कि नर्सेज यूनियन ने हड़ताल को उस समय बुलाने का फैसला किया है, जब भारत कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ रहा है और देश में पचास हजार से अधिक केस रोजना आ रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने उनकी मांगों को मूल रूप में स्वीकार कर लिया था, लेकिन उन पर अमल होना बाकी है और मौजूदा महामारी ने उनकी स्थिति को और खराब कर दिया है.
काजला ने कहा कि हम अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना और अन्य रोगों के मरीजों की की सेवा कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार हमारे मुद्दों को हल करने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है.
आपको बता दें कि वर्तमान में एम्स दिल्ली, भुवनेश्वर, पटना, रायपुर सहित पूरे भारत में 15 एम्स अस्पताल हैं.