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तमिलनाडु : गिरफ्तारी के बाद डीएमके नेता आर.एस. भारती को अंतरिम जमानत - डीएमके नेता आर एस भारती को अंतरिम जमानत

चेन्नई पुलिस ने शनिवार को द्रविड़ मुनेत्र कड़गम राज्यसभा सदस्य आर एस भारती को गिरफ्तार कर लिया है. भारती पर इस साल फरवरी में अनुसूचित जाति से संबंधित लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है. हालांकि कुछ देर बाद ही डीएमके नेता को अंतरिम जमानत दे दी गई.

आर एस भारती
आर एस भारती
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Published : May 23, 2020, 11:55 AM IST

चेन्नई : चेन्नई पुलिस ने शनिवार को द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) के राज्यसभा सदस्य आर.एस. भारती को अनुसूचित जाति (एससी) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. हालांकि कुछ देर बाद ही डीएमके नेता को अंतरिम जमानत दे दी गई.

जमानत मिलने के बाद भारती के अधिवक्ता शनमुगा सुंदरम ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी का एकमात्र कारण यह था कि उन्होंने मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में शिकायतें दर्ज कराई थीं. उन्होंने कहा, 'हमने कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की थी और अदालत ने अंतरिम जमानत दे दी.'

बता दें कि भारती ने इस साल फरवरी में अनुसूचित जाति से संबंधित लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. उन्होंने 14 फरवरी को एक इंट्रा-पार्टी फोरम में एक भाषण के दौरान यह विवादास्पद टिप्पणी की थी. उनके भाषण की एक क्लिप सार्वजनिक हो गई थी.

उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि मध्य प्रदेश में एक भी न्यायधीश अनुसूचित जाति का नहीं है. लेकिन तमिलनाडु में कलैगनार (पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि) ने पहले एस, वरदराजन को हाई कोर्ट का जज नियुक्त किया, और उसके बाद कई और लोगों की नियुक्ति की. ये नियुक्तियां द्रविड़ आंदोलन के तहत दिए गए दान से अधिक कुछ भी नहीं हैं.

पढ़ें - तमिलनाडु : पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता का घर अधिग्रहित, संग्रहालय में होगा तब्दील

हालांकि बाद में डीएमके के वरिष्ठ नेता भारती ने अपने बयान पर माफी मांग ली थी.

चेन्नई : चेन्नई पुलिस ने शनिवार को द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) के राज्यसभा सदस्य आर.एस. भारती को अनुसूचित जाति (एससी) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. हालांकि कुछ देर बाद ही डीएमके नेता को अंतरिम जमानत दे दी गई.

जमानत मिलने के बाद भारती के अधिवक्ता शनमुगा सुंदरम ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी का एकमात्र कारण यह था कि उन्होंने मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में शिकायतें दर्ज कराई थीं. उन्होंने कहा, 'हमने कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की थी और अदालत ने अंतरिम जमानत दे दी.'

बता दें कि भारती ने इस साल फरवरी में अनुसूचित जाति से संबंधित लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. उन्होंने 14 फरवरी को एक इंट्रा-पार्टी फोरम में एक भाषण के दौरान यह विवादास्पद टिप्पणी की थी. उनके भाषण की एक क्लिप सार्वजनिक हो गई थी.

उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि मध्य प्रदेश में एक भी न्यायधीश अनुसूचित जाति का नहीं है. लेकिन तमिलनाडु में कलैगनार (पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि) ने पहले एस, वरदराजन को हाई कोर्ट का जज नियुक्त किया, और उसके बाद कई और लोगों की नियुक्ति की. ये नियुक्तियां द्रविड़ आंदोलन के तहत दिए गए दान से अधिक कुछ भी नहीं हैं.

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हालांकि बाद में डीएमके के वरिष्ठ नेता भारती ने अपने बयान पर माफी मांग ली थी.

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