नई दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा, 'मेरे जीवन का मार्गदर्शक सिद्धांत है- नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स्ट, सेल्फ लास्ट.' आडवाणी ने कहा, 'मैं गांधीनगर के लोगों के लिए अपनी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं, जिन्होंने 1991 के बाद छह बार मुझे लोकसभा के लिए चुना है.' भाजपा द्वारा टिकट काटे जाने के बाद आडवाणी ने एक ब्लॉग के माध्यम से ये बात कही.
लाल कृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लॉग में गांधीनगर के लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा, 'उनके (गांधीनगर के लोग) प्यार और समर्थन ने मुझे हमेशा अभिभूत किया. देश की सेवा करना मेरा जुनून और मेरा मिशन है.' उन्होंने कहा कि बीजेपी ने शुरू से ही राजनीतिक विरोधियों को दुश्मन नहीं माना. जो हमसे राजनीतिक तौर पर सहमत नहीं हैं उन्हें देश विरोधी नहीं कहा.
उन्होंने लिखा, 'मैं 14 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुआ, तब से मेरा राजनीतिक जीवन लगभग सात दशकों से मेरी पार्टी के साथ अविभाज्य रूप से जुड़ा रहा है.'
आडवाणी ने आगे लिखा, 'मेरे जीवन का मार्गदर्शक सिद्धांत है- नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स्ट, सेल्फ लास्ट. सभी परिस्थितियों में मैंने इस सिद्धांत का पालन करने की कोशिश की है और आगे भी करता रहूंगा.'
अपने ब्लॉग में आडवाणी ने लिखा, 'भारतीय लोकतंत्र का सार विविधता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान है. पार्टी व्यक्तिगत और राजनीतिक स्तर पर प्रत्येक नागरिक की पसंद की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध है.'
उन्होंने ये भी लिखा कि भाजपा हमेशा मीडिया सहित हमारे सभी लोकतांत्रिक संस्थानों की स्वतंत्रता, अखंडता, निष्पक्षता और मजबूती की मांग करने में सबसे आगे रही है. आडवाणी ने कहा कि चुनावी सुधार, राजनीतिक और चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता हमारी पार्टी के लिए प्राथमिकता रही है.
उन्होंने ब्लॉग में अपनी इच्छा जाहिर करते हुए लिखा, 'यह मेरी ईमानदार इच्छा है कि हम सभी को सामूहिक रूप से भारत की लोकतांत्रिक शिक्षा को मजबूत करने का प्रयास करना चाहिए.'
गौरतलब है कि छह अप्रैल को भाजपा अपना स्थपना दिवस मनाने वाली है. इस मौके पर आडवाणी ने ये ब्लॉग लिखा. इस संबंध में उन्होंने लिखा, '6 अप्रैल को भाजपा अपना स्थापना दिवस मनाएगी. भाजपा में हम सभी के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर है कि हम पीछे देखें, आगे देखें और भीतर देखें.'