ETV Bharat / bharat

औद्योगिक घरानों से राजनीतिक दलों को मिले ₹ 876 करोड़, भाजपा अव्वल - कॉर्पोरेट घरानों

राजनीतिक गतिविधियों और पार्टियों को मिलने वाले चंदों का लेखा-जोखा रखने वाली संस्था- एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कॉर्पोरेट घरानों ने 2018-19 में राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को 876 करोड़ रुपये का चंदा दिया है. इसमें भाजपा को 698 करोड़ रुपये शामिल हैं.

एडीआर
एडीआर
author img

By

Published : Oct 16, 2020, 6:43 PM IST

नई दिल्ली : एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक अध्ययन में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2018-19 में देश के अनेक राजनीतिक दलों को कॉर्पोरेट और उद्योग घरानों से कम से कम 876 करोड़ रुपये का चंदा मिला और भाजपा को इसमें सर्वाधिक धन मिला, जिसके बाद कांग्रेस को चंदा मिला.

गुरुवार को एडीआर ने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सार्वजनिक किए गए आंकड़ों के हवाले से कहा कि भाजपा को 698 करोड़ रुपये मिले, वहीं कांग्रेस को कुल 122.5 करोड़ रुपये मिले. सभी राजनीतिक दलों को एक वित्त वर्ष में 20,000 रुपये से अधिक के चंदे और दानदाता के बारे में चुनाव आयोग को जानकारी देनी होती है.

यह भी पढ़ें- बेलेघाटा मामला : भाजपा सांसद ने एनआईए जांच के लिए शाह को लिखा पत्र

रिपोर्ट के अनुसार कि पांच राष्ट्रीय दलों में से भाजपा को 1,573 कॉर्पोरेट दानदाताओं से अधिकतम 698.082 करोड़ रुपये का चंदा मिला, जिसके बाद कांग्रेस को 122 कॉर्पोरेट दानदाताओं से 122.5 करोड़ रुपये का कुल चंदा मिला. राकांपा को 17 कॉर्पोरेट दानदाताओं से 11.345 करोड़ रुपये मिले.

रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 319 चंदों के बारे में दानदाता फॉर्म में पते की जानकारी नहीं है, जिनसे राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को 31.42 करोड़ रुपये मिले. बता दें कि यह समूह चुनाव संबंधी सूचनाओं का विश्लेषण करता है.

नई दिल्ली : एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक अध्ययन में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2018-19 में देश के अनेक राजनीतिक दलों को कॉर्पोरेट और उद्योग घरानों से कम से कम 876 करोड़ रुपये का चंदा मिला और भाजपा को इसमें सर्वाधिक धन मिला, जिसके बाद कांग्रेस को चंदा मिला.

गुरुवार को एडीआर ने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सार्वजनिक किए गए आंकड़ों के हवाले से कहा कि भाजपा को 698 करोड़ रुपये मिले, वहीं कांग्रेस को कुल 122.5 करोड़ रुपये मिले. सभी राजनीतिक दलों को एक वित्त वर्ष में 20,000 रुपये से अधिक के चंदे और दानदाता के बारे में चुनाव आयोग को जानकारी देनी होती है.

यह भी पढ़ें- बेलेघाटा मामला : भाजपा सांसद ने एनआईए जांच के लिए शाह को लिखा पत्र

रिपोर्ट के अनुसार कि पांच राष्ट्रीय दलों में से भाजपा को 1,573 कॉर्पोरेट दानदाताओं से अधिकतम 698.082 करोड़ रुपये का चंदा मिला, जिसके बाद कांग्रेस को 122 कॉर्पोरेट दानदाताओं से 122.5 करोड़ रुपये का कुल चंदा मिला. राकांपा को 17 कॉर्पोरेट दानदाताओं से 11.345 करोड़ रुपये मिले.

रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 319 चंदों के बारे में दानदाता फॉर्म में पते की जानकारी नहीं है, जिनसे राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को 31.42 करोड़ रुपये मिले. बता दें कि यह समूह चुनाव संबंधी सूचनाओं का विश्लेषण करता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.