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NRC सूची से नाराज AASU, सुप्रीम कोर्ट का करेंगे रुख - AASU ने की एनआरसी सूची में सुधार की मांग

NRC की अंतिम सूची आने के बाद से लेकर अब तक इसके पक्ष और विपक्ष में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. AASU ने एनआरसी की अंतिम सूची में सुधार की मांग की है, जिसके चलते उन्होंने कोर्ट का रुख किया है. पढ़ें पूरी खबर...

NRC सूची से नाराज AASU
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Published : Sep 4, 2019, 10:21 PM IST

Updated : Sep 29, 2019, 11:30 AM IST

नई दिल्लीः ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) ने एनआरसी की अंतिम सूची में सुधार की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है.

गौरतलब है कि एनआरसी की अंतिम सूची में 19 लाख से ज्यादा लोगों को बाहर रखा गया था.

AASU ने एनआरसी की पूरी प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए शीर्ष अदालत का रुख करने का फैसला किया है.

बता दें कि AASU ने असम में अवैध रूप से रहने वालों के खिलाफ 70 के दशक के अंत में एंटी फॉरेनर्स आंदोलन की अगुवाई की थी.

छात्र संगठन ने आरोप लगाया है कि अंतिम एनआरसी सूची से बाहर किए गए लोगों की संख्या ज्यादा होनी चाहिए.

शुभ्रज्योति दुआरा की प्रतिक्रिया

नई दिल्ली में ऑल असम स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने कहा कि अंतिम NRC सूची में काफी गड़बड़ियां हैं.

AASU दिल्ली अध्यक्ष शुभ्रज्योति दुआरा ने कहा, 'हम एक साफ सुथरी एनआरसी की उम्मीद कर रहे थे. लेकिन एनआरसी सूची में बहुत सारी गड़बड़ियां हैं.'

महासचिव मृगेन ज्योति कश्यप ने कहा कि जो लोग एनआरसी सूची में शामिल होने योग्य नहीं हैं, उनकी संख्या अधिक होनी चाहिए.

पढ़ेंः केंद्र सरकार ने NRC में शामिल नामों के सत्यापन वाली याचिका वापस ली

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का हवाला देते हुए कश्यप ने कहा कि रिजिजू ने पहले कहा था कि 41 लाख अवैध विदेशी थे, तो बाकी के 21 लाख कहां गए?

इससे पहले भाजपा नेता भी एनआरसी की प्रक्रिया को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं.

असम के मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने ​​कहा कि अवैध विदेशियों का पता लगाने के लिए कुछ और ठोस कदम उठाए जाने चाहिए.

नई दिल्लीः ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) ने एनआरसी की अंतिम सूची में सुधार की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है.

गौरतलब है कि एनआरसी की अंतिम सूची में 19 लाख से ज्यादा लोगों को बाहर रखा गया था.

AASU ने एनआरसी की पूरी प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए शीर्ष अदालत का रुख करने का फैसला किया है.

बता दें कि AASU ने असम में अवैध रूप से रहने वालों के खिलाफ 70 के दशक के अंत में एंटी फॉरेनर्स आंदोलन की अगुवाई की थी.

छात्र संगठन ने आरोप लगाया है कि अंतिम एनआरसी सूची से बाहर किए गए लोगों की संख्या ज्यादा होनी चाहिए.

शुभ्रज्योति दुआरा की प्रतिक्रिया

नई दिल्ली में ऑल असम स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने कहा कि अंतिम NRC सूची में काफी गड़बड़ियां हैं.

AASU दिल्ली अध्यक्ष शुभ्रज्योति दुआरा ने कहा, 'हम एक साफ सुथरी एनआरसी की उम्मीद कर रहे थे. लेकिन एनआरसी सूची में बहुत सारी गड़बड़ियां हैं.'

महासचिव मृगेन ज्योति कश्यप ने कहा कि जो लोग एनआरसी सूची में शामिल होने योग्य नहीं हैं, उनकी संख्या अधिक होनी चाहिए.

पढ़ेंः केंद्र सरकार ने NRC में शामिल नामों के सत्यापन वाली याचिका वापस ली

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का हवाला देते हुए कश्यप ने कहा कि रिजिजू ने पहले कहा था कि 41 लाख अवैध विदेशी थे, तो बाकी के 21 लाख कहां गए?

इससे पहले भाजपा नेता भी एनआरसी की प्रक्रिया को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं.

असम के मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने ​​कहा कि अवैध विदेशियों का पता लगाने के लिए कुछ और ठोस कदम उठाए जाने चाहिए.

Intro:New Delhi: The influential All Assam Students Union (AASU) has decided to approach to the Supreme Court seeking correction in the final National Register of Citizen (NRC) list.


Body:Days after the publication of final NRC which found more than 19 lakhs people not eligible to be included in the NRC list, the AASU has decided to approach to the apex court alleging a gross anomalies in the entire process.

AASU had spearheaded anti foreigners movement in late 70's against illegal settlers in Assam.

The student body has alleged that the numbers of such people excluded from the final NRC list "should be more."

Echoing the same view All Assamese Students Association in New Delhi said on Wednesday that the final NRC list has severe anomalies.

"We were expecting a clean NRC, but there are anomalies in the final lists...so We support AASU's decision to approach the Supreme Court," said Subhrajyoti Duarah, president of All Assamese Students' Association.

Substentiating Duarah's claim, the associatio'n general secretary Mrigen Jyoti Kashyap said that the number of non-eligible people should be more.

Quoting former Minister of State for Home Kiren Rijiju, Kashyap said, "The former MoS Home Kiren Rijiju had earlier said that there were 41 lakh illegal foreigners...so where the remaining 21 lakhs have gone?"



Conclusion:The final NRC list that was published in Assam on August 31 had generated mixed reactions.

In fact, BJP leaders themselves have raised questions over the NRC process.

Assam Minister Hemanta Biswa Sharma has even said that there should be something more concrete to detect illegal foreigners.

NRC was published following a thorough update of the lists.

end.
Last Updated : Sep 29, 2019, 11:30 AM IST
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