नई दिल्ली : एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के कर्मचारियों ने एक संयुक्त मंच के तत्वावधान में छह हवाई अड्डों के निजीकरण के खिलाफ जंतर मंतर पर विरोध मार्च निकाला.
विमानपत्तन प्राधिकरण कर्मचारी संघ (एएईयू) के महासचिव बलराज सिंह अहलावत ने विरोध मार्च के संदर्भ में कहा, 'सरकार द्वारा हवाई अड्डों के निजीकरण का यह निर्णय लाभकारी नहीं है. हम पिछले 70 वर्षों से हवाई अड्डों पर काम कर रहे हैं, हमारे पास अधिक अनुभव है और पेशेवर अंदाज भी. हमने सरकार से कई बार अपील की है कि वह हवाई अड्डों के निजीकरण को रोकने के अपने निर्णय को वापस ले, लेकिन सरकार हमारी चिंताओं को नहीं सुन रही है.'
बलराज सिंह अहलावत ने सरकार के कदम को एकतरफा करार दिया और कहा, 'अगर सरकार को लगता है कि हमारे में कुछ कमी है तो हमें सूचित किया जाना चाहिए और हम इसे सुधारेंगे.' उन्होंने कहा कि हवाई अड्डों का निजीकरण करना समाधान नहीं है.
दरअसल पिछले साल सरकार ने सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के माध्यम से संचालन, प्रबंधन और विकास के लिए लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, मंगलुरु, तिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी में हवाई अड्डों के निजीकरण का फैसला किया.
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गौरतबल है कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण लगभग 17,000 कर्मचारियों के कार्यबल के साथ देश में लगभग 120 हवाई अड्डों का प्रबंधन करता है.
उल्लेखनीय है कि एएईयू फरवरी से सरकार के इस कदम का विरोध कर रहा है, जब अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने प्रतिस्पर्धी बोली लगाने के बाद इन छह हवाई अड्डों के क्रियान्वयन के अधिकार हासिल किए थे.
बता दें कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया कर्मचारी यूनियन (AAEU) में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफिसर्स एसोसिएशन और इंडियन एयरपोर्ट्स कामगर यूनियन भी शामिल हैं.