मुंबईः 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के दौरान मुंबई पुलिस समेत अन्य सुरक्षाबलों ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई थी. इसी में एक पुलिस अधिकारी संजय गोविलकर भी शामिल थे. उन्होंने आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ने में अहम भूमिका निभाई थी. पुलिस विभाग ने संजय समेत एक सहायक पुलिस इंस्पेक्टर को भी निलंबित कर दिया है.
संजय गोविलकर राष्ट्रपति से सम्मानित हो चुके हैं. हालांकि, ताजा मामले में उन पर दाऊद इब्राहिम के खास हैंडलर सोहेल भामला को छोड़ने का आरोप लगा है. इसी मामले में एक सहायक पुलिस इंस्पेक्टर जितेंद्र शिंगोट को भी निलंबित किया गया है. पिछले कुछ दिनों से सोहले भामला का नाम मुंबई पुलिस के वांटेड सूची में शामिल है.
कुछ दिन पहले दुबई से मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचे सोहेल को सुरक्षा बलों ने हिरासत में ले लिया था. मुंबई एयरपोर्ट पर हिरासत में लेने के बाद सोहेल भामला को वित्तीय अपराध शाखा कार्यालय ले जाया गया. जहां पर उससे बिना पूछताछ किए एयरपोर्ट पर छोड़ दिया गया. इसके बाद सोहेल देश छोड़कर भाग गया.
दोनों अधिकारी वर्तमान में मुंबई पुलिस की वित्तीय अपराध शाखा में काम कर रहे थे. 2004 में, सोहेल भामला के खिलाफ नकली नोट के मामलों में और मुंबई में जुहू परिसर में एक व्यापारी को बंगले की बिक्री के संबंध में आपराधिक मामला दर्ज किया गया था.
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सोहेल के भागने के बाद मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय बर्वे ने विभाग में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का संज्ञान लेने के बाद दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया.