सिरोही : गुजरात में 19 जून को राज्यसभा की चार सीटों पर होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस में बाड़ेबंदी का दौरा शुरू हो गया है. कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी राजस्थान गुजरात सीमा पर आबूरोड के एक निजी रिसॉर्ट में की गई है.
बता दें कि राज्यभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के तीन विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं. ऐसे में कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है. पिछले 6 दिन से कांग्रेस ने आबूरोड के जाम्बुडी में 23 विधायकों को रुकवाया हुआ था.
कांग्रेसी विधायकों के नाम
रिसॉर्ट में ठहरने वाले विधायकों में चंदन ठाकोर, भरत ठाकोर, गनीबेन ठाकोर, शिव भाई भूरिया, गुलाबसिंह राजपूत, कांति खराडी, सीजे चावड़ा, बलदेव ठाकोर, ऋत्विक मकवाना, राजेश गोहिल, महेश पटेल, राजेंद्र सिंह ठाकोर, अश्विन कोटवाल, वजेसी पणदा, जसू भाई पटेल, नौशाद सोलंकी, लख भाई भरवाड, नाथा भाई पटेल, सुरेश पटेल किरीट पटेल, शैलेश परमार, हिम्मत भाई पटेल और अनिल जोशी सहित मध्य गुजरात के सात विधायक शामिल हैं.
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प्रदेश में भी राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है. जहां एक तरफ कांग्रेस बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त का मामला उठा रही है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी कड़ी टक्कर देती नजर आ रही है. इस बीच सीपीएम से खबर आ रही है कि वो अपना समर्थन पत्र 16 जून को जयपुर में होने वाली विधायक दल की बैठक के बाद ही जारी करेगी.