नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या बढ़ चुकी है. दरअसल सोमवार को कोर्ट में चार नए जजों ने शपथ ग्रहण की. बता दें कि चार नए जजों की नियुक्ति होने से कोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 34 हो चुकी है.
गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस कृष्ण मुरारी, केरल के चीफ जस्टिस हृषिकेश रॉय, हिमाचल प्रदेश के चीफ जस्टिस रामसुब्रह्मण्यम, राजस्थान के चीफ जस्टिस एसए. रवींद्र भट्ट को शपथ दिलाई.
दो अतिरिक्त अदालत कक्ष बनाए गए
नए जजों की नियुक्ति के बाद शीर्ष अदालत ने कहा है कि मामलों की सुनवाई के लिए उसने दो अतिरिक्त अदालत कक्ष बनाये हैं.
न्यायालय के एक परिपत्र में कहा गया है, 'सभी संबद्ध (लोगों) को यह सूचित करने के लिए यह (सर्कुलर) वितरित किया जाता है कि मौजूदा अदालत कक्ष-10 के पास दो अतिरिक्त अदालत कक्ष बनाये गये हैं, जिनकी (नए अदालत कक्षों की) संख्या 16 और 17 रखी गई है.'
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गौरतलब है कि शीर्ष अदालत में अब तक 15 अदालत कक्ष थे.
अब तक की सर्वाधिक संख्या
सरकार ने बुधवार को चार नए न्यायाधीशों को नियुक्त किया. इससे शीर्ष न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या बढ़ कर 34 हो गई है. यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है.
चार न्यायाधीशों के नाम की थी सिफारिश
उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने पिछले महीने सरकार से चार नए न्यायाधीशों के नाम की सिफारिश की थी. आपको बता दें कि न्यायमूर्ति रामसुब्रह्मण्यम और न्यायमूर्ति मुरारी क्रमश: हिमाचल प्रदेश और पंजाब उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश थे.
वहीं, न्यायमूर्ति भट्ट और न्यायमूर्ति रॉय क्रमश: राजस्थान और केरल उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश थे.