रांची: मोटरयान संशोधन बिल 2019 के लागू होने के बाद पुलिस और चालान के डर से खौफ आम लोगों पर साफ देखा जा सकता है. नया बिल लागू होने के बाद झारखंड की राजधानी रांची में दो सितंबर से लेकर छह सितंबर यानी शुक्रवार के दोपहर एक बजे तक 30 लाख रुपए के चालान काटे जा चुके हैं. चालान के डर से अब राजधानी वासी अपने वाहनों के कागजात को अपडेट करवाने में लगे हुए हैं.
कागजात अपडेट के लिए उमड़ी भीड़
वाहनों के कागजात अपडेट करवाने को लेकर हर जगह भीड़ उमड़ रही है. कोई लाइसेंस के लिए दौड़ रहा है तो कोई पॉल्यूशन अपडेट के लिए. रांची के हरमू स्थित जांच केंद्र में पहले जहां मात्र एक दिन में 20 से 30 लोग आते थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 300 हो गई है.
ईटीवी भारत की टीम ने पॉल्यूशन जांच केंद्र का जायजा लिया और यह जाना कि आखिर इतनी हड़बड़ी लोगों में क्यों मची हुई है. क्या उनमें नए नियम का खौफ है या फिर यह सब रेगुलर चल रहा है.
पॉल्यूशन का पेपर फेल होने पर 10 हजार का फाइन
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में अधिकांश लोगों ने बताया कि नए नियम के तहत काफी ज्यादा फाइन काटा जा रहा है. इसलिए वे अपने वाहनों के कागजातों को अपडेट करवा रहे हैं.
पॉल्यूशन का पेपर फेल होने पर 10 हजार का फाइन है. इसकी जानकारी बहुत से लोगों को नहीं थी. मौके पर पॉल्यूशन के पेपर अपडेट करवा रहे एक बुजुर्ग ने कहा कि काफी हरबड़ी में यह फैसला लिया गया है, इसके लिए कम से कम आम लोगों को पहले जागरूक करना बेहद जरूरी था.
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ट्रैफिक जवान का कटा चालान
मतलब है कि राजधानी रांची में भी हर चौक चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के जवान नए नियमों के तहत वाहनों की चेकिंग कर रहे हैं और चालान काट रहे हैं. रांची में अब का सबसे अधिक चालान एक ट्रैफिक के हवलदार का ही कटा है.
हेलमेट नहीं होने की वजह से और नए नियम के अनुसार वैसे लोग जिन पर ट्रैफिक नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी है वे अगर कानून का उल्लंघन करते हैं तो उनका दोगुना चालान कटेगा. इसी के तहत ट्रैफिक जवान का चालान 35,000 काटा गया है.