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किसान आंदोलन से लौटे 22 वर्षीय युवक ने जहर खाकर दी जान - farmer commits suicide

किसान आंदोलन से पंजाब लौटे नौजवान गुरलाभ सिंह ने अपने घर में जहर खाकर आत्महत्या कर ली. जैसे ही परिवार के सदस्यों व ग्रामीणों को घटना के बारे में पता चला, वे उसे पास के अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

22 years old commits suicide
फाइल फोटो
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Published : Dec 20, 2020, 10:34 PM IST

चंडीगढ़ : पंजाब के भटिंडा के रामपुरा फूल इलाके के ग्राम दयालपुरा मिर्जा में रविवार सुबह एक नौजवान किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान 22 वर्षीय गुरलाभ सिंह के रूप में हुई है. मृतक किसान ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का हिस्सा था और दो दिन पहले दिल्ली से लौटा था.

रविवार की सुबह किसान गुरलाभ सिंह ने अपने घर में जहर निगल लिया और आत्महत्या कर ली. जैसे ही परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों को घटना के बारे में पता चला, वे उसे पास के अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पढ़ें-राजस्थान : जैसलमेर में तैनात बीएसएफ जवान ने की आत्महत्या

परिवार के सदस्यों के अनुसार, मृतक किसान पर 6.5 लाख रुपये का ऋणी था. परिवार के सदस्यों ने बताया कि मृतक गुरलाभ सिंह एक राष्ट्रीय टग ऑफ-वार खिलाड़ी था. परिजनों ने कहा कि वह कृषि कानूनों को लेकर परेशान था. ग्रामीणों के साथ वह 3 दिसंबर को दिल्ली सीमा पर हो रहे किसान प्रदर्शन में भाग लेने के लिए गया था और 18 दिसंबर को वापस लौटा था.

चंडीगढ़ : पंजाब के भटिंडा के रामपुरा फूल इलाके के ग्राम दयालपुरा मिर्जा में रविवार सुबह एक नौजवान किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान 22 वर्षीय गुरलाभ सिंह के रूप में हुई है. मृतक किसान ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का हिस्सा था और दो दिन पहले दिल्ली से लौटा था.

रविवार की सुबह किसान गुरलाभ सिंह ने अपने घर में जहर निगल लिया और आत्महत्या कर ली. जैसे ही परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों को घटना के बारे में पता चला, वे उसे पास के अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

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परिवार के सदस्यों के अनुसार, मृतक किसान पर 6.5 लाख रुपये का ऋणी था. परिवार के सदस्यों ने बताया कि मृतक गुरलाभ सिंह एक राष्ट्रीय टग ऑफ-वार खिलाड़ी था. परिजनों ने कहा कि वह कृषि कानूनों को लेकर परेशान था. ग्रामीणों के साथ वह 3 दिसंबर को दिल्ली सीमा पर हो रहे किसान प्रदर्शन में भाग लेने के लिए गया था और 18 दिसंबर को वापस लौटा था.

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