श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर): राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा समाप्त हो गई है. इस यात्रा के दौरान, सभी क्षेत्रों के लोगों ने उनके साथ प्यार फैलाने की कोशिश की. इन्हीं में से एक हैं 28 वर्षीय पंडित दिनेश शर्मा. दिनेश शर्मा लॉ ग्रेजुएट हैं और पिछले 12 सालों से नंगे पैर हैं. भगवा पगड़ी और राष्ट्रीय ध्वज के रंग के कपड़े पहने दिनेश शर्मा भारत जोड़ो के सभी यात्रियों में सबसे अलग हैं. वे कहते हैं, 'जब तक राहुल जी भारत के प्रधानमंत्री नहीं बन जाते, मैं नंगे पैर संघर्ष करता रहूंगा, जिसकी शुरुआत उन्होंने 2011 में की थी.'
हालांकि दिनेश शर्मा टीवी पर नजर नहीं आते, लेकिन वे किसी यात्री या आगंतुक की नजरों से नहीं बचते. दिलचस्प बात यह है कि केवल दिनेश शर्मा को ही राहुल गांधी के सुरक्षा घेरे को पार करने की अनुमति है. शर्मा न तो विधायक हैं और न ही पार्षद हैं, और कांग्रेस में किसी भी आधिकारिक पद पर भी नहीं हैं. फिर भी, राहुल गांधी और उनके आसपास के लोग उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानते हैं. उन्हें अधिकांश यात्री 'पंडित जी' कहते हैं.
अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए, शर्मा ने कहा, 'मेरी 12 साल लंबी यात्रा जारी है. इस यात्रा में, एक और यात्रा शुरू हुई, भारत की सबसे बड़ी यात्रा, भारत जोड़ो यात्रा के रूप में... मेरा संघर्ष जारी है.' गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर, 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और तब से दिनेश शर्मा, राहुल गांधी के साथ-साथ चल रहे हैं. उनका कहना है कि 'मेरा जन्म हरियाणा के जींद के ककरोद गांव में हुआ, मैं एक संपन्न परिवार से हूं. मैंने अपना यात्रा खर्च खुद वहन किया है. पंडित (जवाहरलाल) नेहरू जब देश के पहले प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया.'
उन्होंने कहा कि 'तब दिवंगत दादी इंदिराजी (गांधी), जो कांग्रेस की अध्यक्ष थीं, उन्होंने भारत को और भी ऊंचाइयों पर पहुंचाया. वह देश के लिए मर गईं. उसी पार्टी के राजीव गांधी जी भी देश के लिए शहीद हुए और उसी परिवार से राहुल गांधी जी एक नेता के रूप में उभरे. मुझे विश्वास है कि राहुल जी भी कुछ करेंगे.' राहुल गांधी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'राहुल जी ने छोटी सी उम्र में दर्द देखा. उन्होंने अपनी दादी को खो दिया और उन्होंने अपने पिता को कम उम्र में खो दिया. राहुल जी इस देश के लिए कुछ भी करेंगे.'