हैदराबाद: भारत बायोटेक ने केंद्र सरकार से नाक से दी जाने वाली अपनी कोविड रोधी दवा इनकोवैक को कोविन पोर्टल में शामिल करने का अनुरोध किया है, ताकि इसे लेने वाले लोगों को टीकाकरण का प्रमाणपत्र मिल सके. कंपनी के सूत्रों ने बताया कि भारत बायोटेक अभी संभावित अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से बातचीत कर रही है, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर इनकोवैक के उत्पादन और वितरण के लिए कंपनी से संपर्क किया है.
सूत्रों ने एजेंसी से कहा, 'चूंकि, इनकोवैक के आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल की अनुमति दे दी गई है और दवा लेने वाले लोगों को टीकाकरण प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी, इसलिए हमने सरकार से इनकोवैक को कोविन पोर्टल में शामिल करने का अनुरोध किया है.' उन्होंने कहा, 'ऐसा होने पर भारत उन चुनिंदा देशों में शुमार हो जाएगा, जिन्होंने कोविड-19 के खिलाफ अपने टीकाकरण कार्यक्रम में नाक से दी जाने वाली दवा को भी शामिल किया है.'
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अभी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और कोवोवैक्स, रूस की स्पूतनिक वी और बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की कोर्बेवैक्स को कोविन पोर्टल में सूचीबद्ध किया गया है. टीका निर्माता ने छह सितंबर को घोषणा की थी कि नाक से दी जाने वाली दुनिया की पहली कोविड-19 रोधी दवा इनकोवैक (बीबीवी154) को आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक की मंजूरी मिल गई है. सूत्रों ने बताया कि अन्य देशों में इस्तेमाल की स्वीकृति मिलने के बाद भारत बायोटेक की इनकोवैक का निर्यात करने की भी योजना है.
(पीटीआई-भाषा)