कोलकाता : भारतीय चुनाव आयोग ने भाजपा के आरोप खारिज कर दिया है. बता दें कि भाजपा ने चुनावी धांधली को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत की थी. गौर हो कि भवानीपुर विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 53.32 प्रतिशत मतदान हुआ.
आयोग ने राज्य के मंत्रियों फिरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी के खिलाफ शिकायत को खारिज कर दिया है. भाजपा ने आरोप लगाया था कि फिरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी मतदान के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे.
भबनीपुर के संबंध में कुल 29 शिकायतें गुरुवार को आयोग को सौंपी गईं. उसमें से आयोग ने 23 को खारिज या ठुकरा दिया. अबनिंद्र सिंह ने कहा कि ये सभी आरोप निराधार हैं. तीन निर्वाचन क्षेत्रों भवानीपुर, समसेरगंज और जंगीपुर से संबंधित कुल 41 शिकायतें प्राप्त हुई. सूत्रों ने बताया कि आयोग ने शिकायतों की जांच की, लेकिन ये शिकायते निराधार थी.
कुछ बूथों जैसे 51, 160, 162 और 172 चुनावी कदाचार के बारे में भाजपा की शिकायतों को भी चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया.
टिबरेवाल ने आरोप लगाया कि तृणमूल ने वार्ड संख्या 72 में मतदान केंद्र पर मतदान प्रक्रिया जबरन रोकी और राज्य के मंत्री फिरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे.
हालांकि, हाकिम ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया उन्होंने सवाल किया कि क्या सड़क किनारे स्टॉल पर चाय पीने से मतदाता प्रभावित होते हैं ? भाजपा जानती है कि वह उपचुनाव हार जाएगी और अब बहाने बना रही है.
सत्तारूढ़ दल द्वारा मतदान केन्द्र के अंदर नकली मतदाताओं को लाने के दावों को लेकर भवानीपुर में एक मतदान केन्द्र के बाहर तृणमूल और भाजपा के समर्थकों के बीच मामूली हाथापाई हुई. मतदान केन्द्र पर तैनात सुरक्षा बलों ने स्थिति को नियंत्रित किया.
यह भी पढ़ें- भवानीपुर उपचुनाव : शाम पांच बजे तक 52 फीसद + वोटिंग, भाजपा नेता की कार में तोड़फोड़ !
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट से हार गई थीं. अब मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें इस उपचुनाव में जीत हासिल करनी होगी. वहीं, दो उम्मीदवारों की मौत के बाद अप्रैल में जंगीपुर और समसेरगंज में चुनाव रद्द करना पड़ा था.
वोटों की गिनती और चुनाव परिणाम की घोषणा तीन अक्टूबर को होनी है.