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भवानीपुर उपचुनाव : ममता बनर्जी पर लंबित मामलों का खुलासा नहीं करने का आरोप

भाजपा ने भवानीपुर उपचुनाव में टीएमसी उम्मीदवार ममता बनर्जी पर अपने नामांकन में लंबित मामलों का खुलासा नहीं करने का आरोप लगाया है. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के इस आरोप का खंडन किया है.

भवानीपुर उपचुनाव
भवानीपुर उपचुनाव
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Published : Sep 14, 2021, 3:03 PM IST

Updated : Sep 14, 2021, 6:56 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भवानीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी पारा चरम पहुंच गया है. इस बीच भाजपा ने भवानीपुर से उम्मीदवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नामांकन पर सवाल उठाए हैं. भाजपा ने आरोप लगाए हैं कि ममता ने अपने खिलाफ लंबित मामलों का खुलासा नहीं किया है.

भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर को लिखे पत्र में भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल के मुख्य चुनाव एजेंट सजल घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने हलफनामे में उनके खिलाफ लंबित पांच आपराधिक मामलों का खुलासा नहीं किया है.

भाजपा का पत्र
भाजपा का पत्र

मामलों की जानकारी देते हुए घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), धारा 153ए (शत्रुता को बढ़ावा देना) और धारा 338 (दूसरों की जान या निजी सुरक्षा को खतरे में डालकर गंभीर चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है. ये मामले गीता नगर थाना, पानबाजार थाना, जगीरोड पुलिस थाना, लखीमपुर थाना और उदरबोंड थाना समेत असम के कई थानों में दर्ज हैं.

घोष ने कई अखबारों की खबरों का हवाला देते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने अपने हलफनामे में इन मामलों का जिक्र नहीं किया है और इसलिए उनका नामांकन-पत्र स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए.

वहीं, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा की चुनावी शिकायत का खंडन किया है. टीएमसी ने कहा है कि ममता बनर्जी को केवल तभी मामलों के विवरण का खुलासा करने की आवश्यकता थी, अगर उनका नाम वास्तव में आरोप पत्र में है.

बंगाल की भवानीपुर समेत तीन विधानसभा सीटों पर 30 सितंबर को उपचुनाव होने हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 10 सितंबर को भवानीपुर सीट से नामांकन दाखिल किया था.

भवानीपुर ममता बनर्जी की परंपरागत सीट है. वह यहां से दो बार चुनाव जीत चुकी हैं. इस साल हुए बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता ने नंदीग्राम से चुना लड़ा था, लेकिन उन्हें भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से हार का सामना करना पड़ा था.

फिलहाल ममता बनर्जी विधानसभा की सदस्य नहीं हैं, इसलिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने के लिए उन्हें यह उपचुनाव जीतना जरूरी है.

भाजपा ने बनर्जी के खिलाफ वकील प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है और सीपीएम ने श्रीजीब बिस्वास (Srijib Biswas) को अपना उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने इस उपचुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है.

यह भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल : भवानीपुर सीट से CM ममता बनर्जी ने किया नामांकन

ममता जब विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से टीएमसी की उम्मीदवार थीं, उस दौरान भी उन्हें भाजपा उम्मीदवार की इसी तरह की आपत्तियों का सामना करना पड़ा था. उन्होंने शिकायत की थी कि ममता ने हलफनामे में अपने खिलाफ लंबित छह मामलों का जिक्र नहीं किया है. छह मामलों में से पांच वही मामले हैं, जिनका उल्लेख घोष ने अपनी शिकायत में किया है.

(एजेंसी इनपुट)

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भवानीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी पारा चरम पहुंच गया है. इस बीच भाजपा ने भवानीपुर से उम्मीदवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नामांकन पर सवाल उठाए हैं. भाजपा ने आरोप लगाए हैं कि ममता ने अपने खिलाफ लंबित मामलों का खुलासा नहीं किया है.

भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर को लिखे पत्र में भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल के मुख्य चुनाव एजेंट सजल घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने हलफनामे में उनके खिलाफ लंबित पांच आपराधिक मामलों का खुलासा नहीं किया है.

भाजपा का पत्र
भाजपा का पत्र

मामलों की जानकारी देते हुए घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), धारा 153ए (शत्रुता को बढ़ावा देना) और धारा 338 (दूसरों की जान या निजी सुरक्षा को खतरे में डालकर गंभीर चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है. ये मामले गीता नगर थाना, पानबाजार थाना, जगीरोड पुलिस थाना, लखीमपुर थाना और उदरबोंड थाना समेत असम के कई थानों में दर्ज हैं.

घोष ने कई अखबारों की खबरों का हवाला देते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने अपने हलफनामे में इन मामलों का जिक्र नहीं किया है और इसलिए उनका नामांकन-पत्र स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए.

वहीं, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ भाजपा की चुनावी शिकायत का खंडन किया है. टीएमसी ने कहा है कि ममता बनर्जी को केवल तभी मामलों के विवरण का खुलासा करने की आवश्यकता थी, अगर उनका नाम वास्तव में आरोप पत्र में है.

बंगाल की भवानीपुर समेत तीन विधानसभा सीटों पर 30 सितंबर को उपचुनाव होने हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 10 सितंबर को भवानीपुर सीट से नामांकन दाखिल किया था.

भवानीपुर ममता बनर्जी की परंपरागत सीट है. वह यहां से दो बार चुनाव जीत चुकी हैं. इस साल हुए बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता ने नंदीग्राम से चुना लड़ा था, लेकिन उन्हें भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से हार का सामना करना पड़ा था.

फिलहाल ममता बनर्जी विधानसभा की सदस्य नहीं हैं, इसलिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने के लिए उन्हें यह उपचुनाव जीतना जरूरी है.

भाजपा ने बनर्जी के खिलाफ वकील प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है और सीपीएम ने श्रीजीब बिस्वास (Srijib Biswas) को अपना उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने इस उपचुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है.

यह भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल : भवानीपुर सीट से CM ममता बनर्जी ने किया नामांकन

ममता जब विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से टीएमसी की उम्मीदवार थीं, उस दौरान भी उन्हें भाजपा उम्मीदवार की इसी तरह की आपत्तियों का सामना करना पड़ा था. उन्होंने शिकायत की थी कि ममता ने हलफनामे में अपने खिलाफ लंबित छह मामलों का जिक्र नहीं किया है. छह मामलों में से पांच वही मामले हैं, जिनका उल्लेख घोष ने अपनी शिकायत में किया है.

(एजेंसी इनपुट)

Last Updated : Sep 14, 2021, 6:56 PM IST
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