देहरादून (उत्तराखंड): उत्तराखंड में अब ठंडक बढ़ने लगी है. बीते दिनों हुई बारिश से मैदान से लेकर पहाड़ों तक लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है. मौसम विभाग की मानें तो 18 अक्टूबर को इस ठंड में बारिश अपना योगदान देगी. ऐसे में माना जा रहा है कि अगर बारिश हुई तो सूबे में ठंड में इजाफा होगा, लेकिन एक दिन की बारिश और बर्फबारी ने पहाड़ों की खूबसूरती में चार चांद लगा दिए हैं.
बर्फ से ढके चारों धाम, घूमने के लिए खास है मौसमः अगर आप भी उत्तराखंड घूमने या यात्रा के लिए आने का प्लान कर रहे हैं तो यह समय सबसे मुफीद है. क्योंकि, इन्हीं दो महीनों में न बारिश से रास्ते बंद होने का डर रहता है न ही गर्मी का, लेकिन चारधाम हो या पर्यटक स्थल नैनीताल, मसूरी, मुनस्यारी आदि जगहों में ठंड भरपूर लगेगी. ऐसे में अगर आप आने का प्लान बना रहे हैं तो अपने साथ गर्म कपड़े लेकर जरूर निकलें.
वहीं, बीते दिनों से सूबे में मौसम ने ऐसी करवट ली कि चारों धाम बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री, तुंगनाथ समेत अन्य जगह बर्फ की सफेद चादर से ढक गए. भक्तों के लिए मौसम ने चारों धामों का श्वेत श्रृंगार कर दिया. ऐसे में बर्फबारी के बीच चारों धाम के दर्शन करने पर श्रद्धालु भी खुद को खुशनसीब मानते नजर आ रहे थे. कई श्रद्धालु बर्फबारी के बीच झूमते भी दिखे.
केदारनाथ में बर्फबारी होने से चॉपर सेवा पर भी इसका असर देखने को मिला. केदारनाथ मंदिर के पीछे की पहाड़ी तो बर्फ से पूरी से लकदक हो गई है. इसके अलावा मंदिर परिसर में अच्छी खासी बर्फ जमी है. उधर, भगवान विष्णु के धाम बदरीनाथ में भी बर्फबारी हुई. इसके अलावा यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में बर्फ के फाहे गिरे तो श्रद्धालुओं ने खूब आनंद लिया. आमतौर पर अक्टूबर महीने में चारों धामों में इतनी बर्फबारी देखने को नहीं मिलती है, लेकिन इस बार बर्फ देखने को मिली है.
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तुंगनाथ का मंदिर बर्फ से ढकाः देश के सबसे ऊंचे शिव मंदिर तुंगनाथ धाम बर्फ से ढक गया है. तुंगनाथ में बर्फबारी इतनी हुई है कि सुबह के समय मंदिर का गेट खोलने में भी पुजारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. जैसे-जैसे मौसम में ठंडक आ रही है, वैसे-वैसे चारों धामों के कपाट बंद होने की तारीख भी नजदीक आ रही है. यही कारण है कि इस बार भक्त कड़ाके की ठंड में भी बदरीनाथ से लेकर केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.
पर्यटकों के लिए सबसे मुफीद और खूबसूसूरत जगहः जो लोग इस गुनगुनाती धूप, सुबह-शाम ठंड और बर्फबारी का आनंद लेना चाहते हैं वो भी अन्य पर्यटक स्थलों का रुख कर सकते है. पहाड़ों की रानी मसूरी का मौसम इन दिनों बेहद सुहावना हो गया है. यहां पर बिना कोहरे के आप दूर तक के नजारों का लुत्फ उठा सकते हैं. नैनीताल की बात करें तो सुबह-सुबह अब पाला पड़ने लगा है, जो बता रहा है कि ठंड का मौसम आ गया है. यहां कभी भी बर्फबारी हो सकती है.
मुनस्यारी में बारिश के बाद अब ठंडी हवाएं बह रही है. अब बस बर्फबारी का इंतजार है. इसके अलावा तुंगनाथ और चोपता का नजारा भी इनदिनों खूबसूरत हो गया है. पतझड़ होने के बाद जमीन पर पड़े सूखे पत्तों की आवाज आपको अलग ही एहसास कराएगी. इसके अलावा अगर आप इस मौसम में भी कुमाऊं के इन क्षेत्रों में जाते हैं तो आपको कहीं-कहीं बर्फबारी मिल जाएगी.
पहाड़ों का मौसम है खासः इसी तरह से चमोली के औली में भी हल्की-फुल्की बर्फ ने स्कीइंग करने वालों को अपनी ओर आकर्षित करना शुरू कर दिया है. अगले कुछ दिनों में अगर मौसम ठंडा होता है तो अच्छी खासी बर्फ पर होगी. चकराता से लेकर धनौल्टी और पिथौरागढ़ के पहाड़ों पर भी अब बर्फ की सफेद चादर दिखने लगी है. ऐसे में अगर आप पहाड़ घूमने का प्लान बना रहें है तो अक्टूबर और नवंबर के साथ फरवरी से मार्च तक का महीना सबसे अच्छा रहने वाला है.