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Bus Shelter Theft Case: पुलिस ने कहा- बस शेल्टर की चोरी नहीं हुई थी, इस बारे में की रिपोर्ट झूठी निकली

पुलिस ने कनिंघम रोड पर बने बस स्टॉप शेल्टर की चोरी के मामले का खुलास करते हुए कहा है किजांच में पाया कि बस स्टॉप शेल्टर की चोरी नहीं हुई है, बल्कि दी गई शिकायत झूठी है. (Bengaluru bust stop Shelter stolen, Bangalore bus stop news, bbmp removed it)

Bus Shelter Theft Case
बस शेल्टर चोरी का मामला
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 10, 2023, 8:03 PM IST

बेंगलुरु: पुलिस ने शहर में एक बस स्टॉप शेल्टर की चोरी के मामले का पटाक्षेप करते हुए उसकी असलियत बताई है. बताया जाता है कि इस बारे में पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज कराई गई थी कि कनिंघम रोड पर बने बस शेल्टर की चोरी हो गई है. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद जांच में पाया कि बस स्टॉप की चोरी नहीं हुई है, बल्कि दी गई शिकायत झूठी है. बता दें कि बस स्टैंड का निर्माण 21 अगस्त को बीबीएमपी की अनुमति से 10 लाख रुपये की लागत से साइन पोस्ट कंपनी द्वारा किया गया था. वहीं 27 अगस्त को सभी बस स्टॉप के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बस शेल्टर गायब था. इस पर तुरंत बीबीएमपी अधिकारियों को फोन कर जानकारी लेने पर बताया गया कि उन्होंने बस स्टॉप को खाली नहीं किया है. वहीं दूसरी तरफ एन रवि रेड्डी ने शिकायत की थी कि कुछ चोरों ने बस स्टॉप की चोरी कर ली गई है.

मामले की जांच के बाद पुलिस ने असली कहानी का खुलासा करते हुए बताया कि एक निजी कंपनी ने बस स्टॉप बनाने का प्रस्ताव दिया था. हालांकि किसी भी संबंधित विभाग से इसके लिए आधिकारिक अनुमति नहीं ली गई थी. वहीं रवि रेड्डी ने 21 अगस्त को बिना अनुमति के बस शेल्टर का काम शुरू कर दिया था. काम शुरू करने के पहले दिन ही काम बीच में ही रुक गया और बाकी काम के लिए जरूरी उपकरण को वहीं छोड़ दिया गया.

इस वजह से वहां से पैदल चलने वालों को परेशानी हुई. साथ ही इसको लेकर लोगों ने शिवाजीनगर के कार्यपालक अभियंता (एईई) के पास इसकी शिकायत कर दी. इसके बाद जगह का मुआयना किए जाने के साथ ही उस स्थान का वीडियो बनाया गया. निरीक्षण में पता चला कि बस शेल्टर बनाने की अनुमति ही नहीं थी. ऐसे में फुटपाथ पर पड़े सामान को जब्त कर लिया गया और एक गोदाम में रख दिया गया. दूसरी घटना की जानकारी नहीं होने पर रवि रेड्डी ने सामान के गायब होने पर 30 सितंबर को हाईग्राउंड्स स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. वहीं जांच के बाद वास्तविक तथ्यों के बारे में पता चला. वहीं अब बीबीएमपी अधिकारी रविरेड्डी खे खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं.

पुलिस ने कहा है कि कनिंघम रोड पर बस शेल्टर में चोरी नहीं हुई है. यह शिकायत झूठी थी. हालांकि बस शेल्टर को पिछले महीने शिवाजी नगर के कार्यकारी अभियंता ने मंजूरी दे दी थी. इस संबंध में शहर के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद ने कहा कि अब यह पाया गया है कि यह एक झूठा मामला है.

ये भी पढ़ें - कर्नाटक में सिक्किम के एक शख्स ने गढ़ी झूठी कहानी, दर्ज कराया पिटाई मामला

बेंगलुरु: पुलिस ने शहर में एक बस स्टॉप शेल्टर की चोरी के मामले का पटाक्षेप करते हुए उसकी असलियत बताई है. बताया जाता है कि इस बारे में पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज कराई गई थी कि कनिंघम रोड पर बने बस शेल्टर की चोरी हो गई है. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद जांच में पाया कि बस स्टॉप की चोरी नहीं हुई है, बल्कि दी गई शिकायत झूठी है. बता दें कि बस स्टैंड का निर्माण 21 अगस्त को बीबीएमपी की अनुमति से 10 लाख रुपये की लागत से साइन पोस्ट कंपनी द्वारा किया गया था. वहीं 27 अगस्त को सभी बस स्टॉप के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बस शेल्टर गायब था. इस पर तुरंत बीबीएमपी अधिकारियों को फोन कर जानकारी लेने पर बताया गया कि उन्होंने बस स्टॉप को खाली नहीं किया है. वहीं दूसरी तरफ एन रवि रेड्डी ने शिकायत की थी कि कुछ चोरों ने बस स्टॉप की चोरी कर ली गई है.

मामले की जांच के बाद पुलिस ने असली कहानी का खुलासा करते हुए बताया कि एक निजी कंपनी ने बस स्टॉप बनाने का प्रस्ताव दिया था. हालांकि किसी भी संबंधित विभाग से इसके लिए आधिकारिक अनुमति नहीं ली गई थी. वहीं रवि रेड्डी ने 21 अगस्त को बिना अनुमति के बस शेल्टर का काम शुरू कर दिया था. काम शुरू करने के पहले दिन ही काम बीच में ही रुक गया और बाकी काम के लिए जरूरी उपकरण को वहीं छोड़ दिया गया.

इस वजह से वहां से पैदल चलने वालों को परेशानी हुई. साथ ही इसको लेकर लोगों ने शिवाजीनगर के कार्यपालक अभियंता (एईई) के पास इसकी शिकायत कर दी. इसके बाद जगह का मुआयना किए जाने के साथ ही उस स्थान का वीडियो बनाया गया. निरीक्षण में पता चला कि बस शेल्टर बनाने की अनुमति ही नहीं थी. ऐसे में फुटपाथ पर पड़े सामान को जब्त कर लिया गया और एक गोदाम में रख दिया गया. दूसरी घटना की जानकारी नहीं होने पर रवि रेड्डी ने सामान के गायब होने पर 30 सितंबर को हाईग्राउंड्स स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. वहीं जांच के बाद वास्तविक तथ्यों के बारे में पता चला. वहीं अब बीबीएमपी अधिकारी रविरेड्डी खे खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं.

पुलिस ने कहा है कि कनिंघम रोड पर बस शेल्टर में चोरी नहीं हुई है. यह शिकायत झूठी थी. हालांकि बस शेल्टर को पिछले महीने शिवाजी नगर के कार्यकारी अभियंता ने मंजूरी दे दी थी. इस संबंध में शहर के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद ने कहा कि अब यह पाया गया है कि यह एक झूठा मामला है.

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