बेंगलुरु: एक ऐसी घटना हुई है जहां आरोपी ने महिला समाज सहित राष्ट्रीयकृत बैंकों के माध्यम से ऋण देने की बात कहकर कई लोगों से पैसे लेने वाले एक व्यक्ति की हत्या करने के बाद आत्मसमर्पण कर दिया. राजशेखर ने राममूर्तिनगर थाने में महेशप्पा की हत्या करने के बाद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
राजशेखर कल महेशप्पा को पैसे देने की बात कहकर कार में लेकर आया था. अवलाहल्ली के पास कार में दोनों के बीच कहासुनी हुई और गुस्से में राजशेखर ने महेशप्पा के सिर पर रॉड से वार कर दिया. पुलिस ने कहा कि आरोपी ने बयान दिया कि उसकी (महेशप्पा) कार में मौत हो गई. हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों से आगे पूछताछ की है.
क्या है मामला: नंजनागुडु के हिमनगुंडी गांव के महेशप्पा और आरोपी राजशेखर 13 साल से एक-दूसरे को जानते थे. महेशप्पा सहकारी-संघ में शामिल हो गए और उसने कई लोगों से यह विश्वास दिलाते हुए धन लिया कि वह विभिन्न बैंकों से योजनाओं के तहत ऋण दिलवा देगा. कहा जाता है कि पैसा मिलने के महीनों बाद भी उसने कर्ज नहीं दिलवाया.
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यही नहीं उसने लोगों से लिए पैसे भी नहीं लौटाए. इस तरह से उसने लोगों को ठगा. आरोपी राजशेखर और उसकी मां महेशप्पा के साथ आर्थिक लेन-देन में शामिल थे. राजशेखर ने अपना घर बेचकर पैसे दे दिए थे. पता चला है कि राजशेखर ने पुलिस को बताया कि एक दोस्त द्वारा की गई धोखाधड़ी से उसे करोड़ों का नुकसान हुआ है.