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उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूर का रिकॉर्डिंग संदेश- मां मैं ठीक हूं, आप और पिताजी समय पर खाना खा लिया करो

उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे 41 मजदूरों को आज 21 नवंबर 10 दिन हो चुके है, लेकिन अभीतक उनका रेस्क्यू नहीं हो पाया है. हालांकि राहत की बात ये है कि अब मजदूरों से बात की जा रही है और पाइप के जरिए उन्हें खाना भी भेजा जा रहा है. इसी तरह एक मजदूरों ने बंगाली में अपनी मां के लिए रिकॉर्डिंग संदेश भेजा है, जिसमें मजदूर ने अपनी मां से कहा कि वो ठीक है.

उत्तरकाशी टनल
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 21, 2023, 7:58 PM IST

Updated : Nov 21, 2023, 8:49 PM IST

उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूर का रिकॉर्डिंग संदेश

देहरादून: पिछले 10 दिनों से उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के लिए मंगलवार 21 नवंबर का दिन थोड़ा राहत भरा रहा, क्योंकि उन्होंने अपने रिश्तेदारों से बात की. मंगलवार को रेस्क्यू टीम 6 इंच के पाइप को मलबे से पार कराते हुए मजदूरों के भेजने में कामयाब रही, जिसकी मदद से मजदूरों से संपर्क हो पाया और उन्हें खाना भी उसी पाइप के जरिए भेजा गया. वहीं, इस दौरान अंदर फंसे मजदूर जयदेव ने बंगाली में सुपरवाइजर से बात और उसे रिकॉर्ड करने का कहा.

जयदेव ने अपनी मां को बंगाली में संदेश भिजवाया कि Maa, tension koroni aami thik achi. Time a kheye nebe. Babakeo time a kheye nite bolbe जिसकी हिंदी में मतलब (मां, मेरी चिंता मत करो, मैं ठीक हूं. कृपया आप और पिताजी समय पर खाना खाएं). सुपरवाइजर को सुरंग के अंदर फंसे लोगों से चिंता न करने और उन्हें जल्द ही बाहर निकालने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है.
पढ़ें- उत्तरकाशी टनल: श्रमिकों को 10वें दिन मिला नमक, सड़क परिवहन AC और परियोजना निदेशक ने दी अबतक की अपडेट

दरअसल, सुपरवाइजर ने मजदूरों से पूछा कि क्या वह अपने माता-पिता को कुछ बताना चाहता है, क्योंकि वॉयस रिकॉर्डिंग उनके माता-पिता को घर वापस भेज दी जाएगी. इसी तरह कई अन्य मजदूरों ने भी अपने परिजनों को रिकॉर्डिंग मैसेज भेजा. 10 दिनों से टनल के अंदर फंसे मजदूरों ने परिजनों को चिंता नहीं करने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने बताया कि टनल के अंदर वो सुरक्षित है.

बता दें कि दीपावली यानी 12 नवंबर सुबह को करीब 4 किमी लंबी निर्माणाधीन टनल नाइट शिफ्ट के मजदूर काम कर रहे थे, तभी टनल के बीच में अचानक मलबा गिर गया, जिस कारण 41 मजदूर टनल के दूसरे हिस्से में फंस गए, जिन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है. मजदूरों के निकालने के लिए 10 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन अभीतक रेस्क्यू टीम को कोई सफलता नहीं मिली है.
पढ़ें- उत्तरकाशी टनल हादसा के वजहों की होगी जांच, सीएम धामी बोले- फंसे मजदूरों को संचार के अन्य साधन कराएंगे उपलब्ध

मजदूरों को टनल से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए टनल के एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स को भी बुलाया है, जो अपनी टीम के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए है और तमाम तकनीकों की मदद से 41 मजदूरों को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे है.

उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूर का रिकॉर्डिंग संदेश

देहरादून: पिछले 10 दिनों से उत्तरकाशी जिले के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के लिए मंगलवार 21 नवंबर का दिन थोड़ा राहत भरा रहा, क्योंकि उन्होंने अपने रिश्तेदारों से बात की. मंगलवार को रेस्क्यू टीम 6 इंच के पाइप को मलबे से पार कराते हुए मजदूरों के भेजने में कामयाब रही, जिसकी मदद से मजदूरों से संपर्क हो पाया और उन्हें खाना भी उसी पाइप के जरिए भेजा गया. वहीं, इस दौरान अंदर फंसे मजदूर जयदेव ने बंगाली में सुपरवाइजर से बात और उसे रिकॉर्ड करने का कहा.

जयदेव ने अपनी मां को बंगाली में संदेश भिजवाया कि Maa, tension koroni aami thik achi. Time a kheye nebe. Babakeo time a kheye nite bolbe जिसकी हिंदी में मतलब (मां, मेरी चिंता मत करो, मैं ठीक हूं. कृपया आप और पिताजी समय पर खाना खाएं). सुपरवाइजर को सुरंग के अंदर फंसे लोगों से चिंता न करने और उन्हें जल्द ही बाहर निकालने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है.
पढ़ें- उत्तरकाशी टनल: श्रमिकों को 10वें दिन मिला नमक, सड़क परिवहन AC और परियोजना निदेशक ने दी अबतक की अपडेट

दरअसल, सुपरवाइजर ने मजदूरों से पूछा कि क्या वह अपने माता-पिता को कुछ बताना चाहता है, क्योंकि वॉयस रिकॉर्डिंग उनके माता-पिता को घर वापस भेज दी जाएगी. इसी तरह कई अन्य मजदूरों ने भी अपने परिजनों को रिकॉर्डिंग मैसेज भेजा. 10 दिनों से टनल के अंदर फंसे मजदूरों ने परिजनों को चिंता नहीं करने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने बताया कि टनल के अंदर वो सुरक्षित है.

बता दें कि दीपावली यानी 12 नवंबर सुबह को करीब 4 किमी लंबी निर्माणाधीन टनल नाइट शिफ्ट के मजदूर काम कर रहे थे, तभी टनल के बीच में अचानक मलबा गिर गया, जिस कारण 41 मजदूर टनल के दूसरे हिस्से में फंस गए, जिन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है. मजदूरों के निकालने के लिए 10 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन अभीतक रेस्क्यू टीम को कोई सफलता नहीं मिली है.
पढ़ें- उत्तरकाशी टनल हादसा के वजहों की होगी जांच, सीएम धामी बोले- फंसे मजदूरों को संचार के अन्य साधन कराएंगे उपलब्ध

मजदूरों को टनल से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए टनल के एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स को भी बुलाया है, जो अपनी टीम के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए है और तमाम तकनीकों की मदद से 41 मजदूरों को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे है.

Last Updated : Nov 21, 2023, 8:49 PM IST
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