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चुनाव से पहले राहुल ने छत्तीसगढ़ के नेताओं को दिए निर्देश, कहा- एकजुट रहें, जनता को गिनाएं सरकार की उपलब्धियां

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने वाले हैं. इसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने राज्य के नेताओं और कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाने और राज्य सरकार की उपलब्धियों को बताने के निर्देश दिए हैं.

Former Congress chief Rahul Gandhi
पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी
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Published : Jun 28, 2023, 6:52 PM IST

नयी दिल्ली: पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर तक जाने और मतदाताओं को राज्य सरकार की उपलब्धियां बताने को कहा. पूर्व सांसद ने राज्य के नेताओं से भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के जाल में फंसने से बचने को भी कहा. छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों के लिए इस साल के अंत में मतदान होगा. कांग्रेस 2018 में 68/90 सीटें जीतकर सत्ता में आई थी.

इस बार राहुल ने प्रदेश टीम को 75 प्लस सीटों का लक्ष्य दिया है. बुधवार को राहुल ने पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ एआईसीसी टीम और राज्य के वरिष्ठ नेताओं के साथ राज्य में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की. छत्तीसगढ़ की एआईसीसी प्रभारी कुमारी शैलजा ने समीक्षा बैठक के बाद कहा कि मैं राज्य में नई हूं, लेकिन राहुल जी लंबे समय से राज्य का दौरा कर रहे हैं और इसे विस्तार से जानते हैं. उन्होंने हमें आने वाले चुनावों की तैयारी के बारे में मार्गदर्शन दिया.

शैलजा ने कहा कि उन्होंने हमसे समाज के सभी वर्गों को एक साथ लेकर चलने और भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के जाल में फंसने से बचने को कहा. हमारे कार्यकर्ता बूथ स्तर तक जा रहे हैं. वे दो काम कर रहे हैं- पहला राज्य सरकार की उपलब्धियों को समझाना और दूसरा भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को बताना. राहुल जी ने हमसे कहा कि पार्टी और सरकार को चुनाव के लिए मिलकर काम करना चाहिए.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य सरकार से काफी उम्मीदें हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रयास किया जा रहा है कि कार्यकर्ता संतुष्ट रहें. अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि उसी के अनुरूप, राज्य के सभी नेताओं को बूथ चलो कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कहा गया है. छत्तीसगढ़ के नक्सल गढ़ बस्तर से लोकसभा सदस्य दीपक बैज ने बताया कि यह सामान्य बात है कि जब कोई सरकार बनती है, तो कार्यकर्ताओं को सरकार से कई उम्मीदें होती हैं.

इसलिए, हम स्थानीय टीमों को मजबूत करने के लिए बूथ स्तर तक जा रहे हैं. श्रमिकों के मुद्दों का समाधान किया जाना चाहिए ताकि वे ऊर्जा और प्रतिबद्धता के साथ काम करें. उन्होंने कहा कि स्थानीय कार्यकर्ता ही मतदाताओं को राज्य सरकार के काम समझाते हैं. हमने 90 प्रतिशत वादे पूरे किए हैं, लेकिन हमें इसे मतदाताओं के साथ साझा करना चाहिए.

अभियान के दौरान पार्टी कार्यकर्ता पुरानी पेंशन योजना, गोधन न्याय योजना के बारे में बात करेंगे, जो ग्रामीणों को गाय के गोबर की बिक्री, ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वास्थ्य वैन, स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करने, नक्सली क्षेत्रों में आदिवासियों को भूमि का स्वामित्व देने और किसानों के लिए बेहतर फसल कीमतों से पैसा कमाने की अनुमति देता है.

शैलजा ने कहा कि कल्याण एजेंडे के अलावा, राहुल ने राज्य के नेताओं से आगामी चुनाव एकजुट होकर लड़ने को भी कहा. 2018 में हम विपक्ष में थे, लेकिन एकजुट होकर लड़े और जीत हासिल की. इस बार भी हम आगामी चुनाव एकजुट होकर लड़ेंगे. ढाई साल की सरकार के बाद राज्य का नेतृत्व करने का मौका नहीं मिलने से वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंह देव के नाराज होने की खबरों के बीच दिसंबर 2022 में राहुल ने कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ के प्रभारी के रूप में तैनात किया था.

तब पीएल पुनिया राज्य के प्रभारी थे. राहुल की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वरिष्ठ मंत्री सिंह देव दोनों मौजूद थे. बैज ने कहा कि कुछ गलतफहमियां थीं, लेकिन उन मुद्दों को सुलझा लिया गया है. अब पूरी प्रदेश इकाई एकजुट है.

नयी दिल्ली: पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर तक जाने और मतदाताओं को राज्य सरकार की उपलब्धियां बताने को कहा. पूर्व सांसद ने राज्य के नेताओं से भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के जाल में फंसने से बचने को भी कहा. छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों के लिए इस साल के अंत में मतदान होगा. कांग्रेस 2018 में 68/90 सीटें जीतकर सत्ता में आई थी.

इस बार राहुल ने प्रदेश टीम को 75 प्लस सीटों का लक्ष्य दिया है. बुधवार को राहुल ने पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ एआईसीसी टीम और राज्य के वरिष्ठ नेताओं के साथ राज्य में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की. छत्तीसगढ़ की एआईसीसी प्रभारी कुमारी शैलजा ने समीक्षा बैठक के बाद कहा कि मैं राज्य में नई हूं, लेकिन राहुल जी लंबे समय से राज्य का दौरा कर रहे हैं और इसे विस्तार से जानते हैं. उन्होंने हमें आने वाले चुनावों की तैयारी के बारे में मार्गदर्शन दिया.

शैलजा ने कहा कि उन्होंने हमसे समाज के सभी वर्गों को एक साथ लेकर चलने और भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के जाल में फंसने से बचने को कहा. हमारे कार्यकर्ता बूथ स्तर तक जा रहे हैं. वे दो काम कर रहे हैं- पहला राज्य सरकार की उपलब्धियों को समझाना और दूसरा भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को बताना. राहुल जी ने हमसे कहा कि पार्टी और सरकार को चुनाव के लिए मिलकर काम करना चाहिए.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पार्टी कार्यकर्ताओं को राज्य सरकार से काफी उम्मीदें हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रयास किया जा रहा है कि कार्यकर्ता संतुष्ट रहें. अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि उसी के अनुरूप, राज्य के सभी नेताओं को बूथ चलो कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कहा गया है. छत्तीसगढ़ के नक्सल गढ़ बस्तर से लोकसभा सदस्य दीपक बैज ने बताया कि यह सामान्य बात है कि जब कोई सरकार बनती है, तो कार्यकर्ताओं को सरकार से कई उम्मीदें होती हैं.

इसलिए, हम स्थानीय टीमों को मजबूत करने के लिए बूथ स्तर तक जा रहे हैं. श्रमिकों के मुद्दों का समाधान किया जाना चाहिए ताकि वे ऊर्जा और प्रतिबद्धता के साथ काम करें. उन्होंने कहा कि स्थानीय कार्यकर्ता ही मतदाताओं को राज्य सरकार के काम समझाते हैं. हमने 90 प्रतिशत वादे पूरे किए हैं, लेकिन हमें इसे मतदाताओं के साथ साझा करना चाहिए.

अभियान के दौरान पार्टी कार्यकर्ता पुरानी पेंशन योजना, गोधन न्याय योजना के बारे में बात करेंगे, जो ग्रामीणों को गाय के गोबर की बिक्री, ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वास्थ्य वैन, स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करने, नक्सली क्षेत्रों में आदिवासियों को भूमि का स्वामित्व देने और किसानों के लिए बेहतर फसल कीमतों से पैसा कमाने की अनुमति देता है.

शैलजा ने कहा कि कल्याण एजेंडे के अलावा, राहुल ने राज्य के नेताओं से आगामी चुनाव एकजुट होकर लड़ने को भी कहा. 2018 में हम विपक्ष में थे, लेकिन एकजुट होकर लड़े और जीत हासिल की. इस बार भी हम आगामी चुनाव एकजुट होकर लड़ेंगे. ढाई साल की सरकार के बाद राज्य का नेतृत्व करने का मौका नहीं मिलने से वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंह देव के नाराज होने की खबरों के बीच दिसंबर 2022 में राहुल ने कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ के प्रभारी के रूप में तैनात किया था.

तब पीएल पुनिया राज्य के प्रभारी थे. राहुल की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वरिष्ठ मंत्री सिंह देव दोनों मौजूद थे. बैज ने कहा कि कुछ गलतफहमियां थीं, लेकिन उन मुद्दों को सुलझा लिया गया है. अब पूरी प्रदेश इकाई एकजुट है.

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