रामनगर (कर्नाटक): मगदी तालुक में सोलूर के पास कंचुगल बंदेमठ (Kanchugal Bandemath) के बसवलिंग स्वामी जी (45) (Basavalinga Swamiji) ने आत्महत्या कर ली है. शव मठ के एक कमरे की खिड़की पर लटका मिला. आत्महत्या का कारण ज्ञात नहीं है. पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की, तो पुलिस को स्वामी जी का सुसाइड नोट मिला. बसवलिंग स्वामी जी ने तीन पन्नों का सुसाइड नोट लिखकर अपने कमरे की खिड़की पर फांसी लगा ली.
सूत्रों की माने तो सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि 'कुछ लोग मेरे बारे में बदनामी फैला रहे हैं. मेरे पास कोई मदद नहीं थी. मुझे किसी के द्वारा धमकी भरे फोन आए हैं.' 25 साल पहले उन्होंने बंदेमठ में कनिष्ठ स्वामी जी के रूप में आसन को धारण किया था और हाल ही में सिल्वर जुबली भी मनाई गई थी. लेकिन कुछ दिनों तक स्वामी जी पर कुछ आरोप सुनने को मिले. ऐसी अफवाहें हैं कि स्वामी जी ने इससे डरकर अपने प्राणों को त्याग दिया.
स्वामी जी के अंतिम दर्शन को उमड़े श्रद्धालू: स्वामी जी की मृत्यु के बाद कई समाजी मठ का दौरा कर रहे हैं और अंतिम दर्शन कर रहे हैं. आपको बता दें कि पुलिस ने डेथ नोट के बारे में किसी भी तरह की जानकारी का खुलासा नहीं किया है. हालांकि लोगों के बीच यह चर्चा भी है कि बसवलिंग स्वामी जी ने कुछ निजी कारणों के चलते आत्महत्या की है. लेकिन अब पुलिस की जांच के बाद ही असल घटनाक्रम सामने आएगा.
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कुदुर पुलिस निरीक्षक एपी कुमार ने घटनास्थल का दौरा कर जांच की. हजारों की संख्या में श्रद्धालु मठ के पास जमा हो गए. स्वामी जी के पार्थिव शरीर को नेलामंगला मुर्दाघर भेज दिया गया है और पोस्टमार्टम के बाद लिंगायत परंपरा के अनुसार मठ परिसर में अंतिम संस्कार किया जाएगा.