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दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर एनएच 9 की मुख्य लेन से हटाए बैरिकेड - दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन

दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर नेशनल हाइवे-9 की दिल्ली से गाजियाबाद को जोड़ने वाली मुख्य लेन से पत्थर के बैरिकेड हटा दिए हैं. दिल्ली पुलिस ने रात करीब 11 बजे क्रेन से हाइवे पर बैरिकेड हटाने की प्रक्रिया शुरू की.

गाजीपुर बॉर्डर
गाजीपुर बॉर्डर
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Published : Apr 19, 2021, 9:04 AM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने नेशनल हाइवे-9 की दिल्ली से गाजियाबाद को जोड़ने वाली मुख्य लेन से पत्थर के बैरिकेड हटा दिए हैं. दिल्ली पुलिस ने रात करीब 11 बजे क्रेन से हाइवे पर बैरिकेड हटाने की कार्यवाही शुरू की.

बता दें कि यह लेन 26 जनवरी के बाद से बंद था. अब लेन खुलने के बाद इसका इस्तेमाल इमरजेंसी वाहनों के लिए दिल्ली की आवाजाही के लिए किया जाएगा. लेकिन वहीं दूसरी ओर लेन खुलने के बाद किसान आंदोलन पर क्या फर्क पड़ेगा, आइए समझते हैं.

देखें रिपोर्ट

करीब एक महीने पहले खोली थी पहली लेन
करीब एक महीने पहले दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से नेशनल हाइवे 9 को गाजियाबाद से जोड़ने वाले एक लेन को खोल दिया था, जिसके बाद इस लेन पर ट्रैफिक सुचारू रूप से चल रहा था. वहीं दिल्ली से आने वाली इस दूसरी लेन को इमरजेंसी वाहनों के इस्तेमाल के लिए ही खोला जा रहा है.

काफी समय से मांग कर रहे थे किसान
एनएच-9 की दूसरी लेन खुलने के बाद किसानों ने कहा है कि इससे उनके आंदोलन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा बल्कि किसान खुद इस लेन के खोलने की मांग कर रहे थे. किसानों ने कहा कि उनका मकसद आवाजाही को बाधित करना नहीं है. इसलिए सभी वैकल्पिक रास्ते उनकी तरफ से छोड़े गए हैं.

यह भी पढ़ें- कोविड-19 : महाराष्ट्र ने सात राज्यों को संवेदनशील स्थान घोषित किया

गौरतलब है कि गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले नेशनल हाईवे-9 की मुख्य लेन के अलावा सर्विस लेन पर किसान करीब पांच महीने से बैठे हैं.

वहीं, किसानों ने बताया कि रात में अचानक जब दिल्ली पुलिस के बुलडोजर और क्रेन आंदोलन स्थल पर पहुंचे तो एक चर्चा यह होने लगी कि किसान आंदोलन हटाया जा रहा है जो कि बिल्कुल नहीं है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने नेशनल हाइवे-9 की दिल्ली से गाजियाबाद को जोड़ने वाली मुख्य लेन से पत्थर के बैरिकेड हटा दिए हैं. दिल्ली पुलिस ने रात करीब 11 बजे क्रेन से हाइवे पर बैरिकेड हटाने की कार्यवाही शुरू की.

बता दें कि यह लेन 26 जनवरी के बाद से बंद था. अब लेन खुलने के बाद इसका इस्तेमाल इमरजेंसी वाहनों के लिए दिल्ली की आवाजाही के लिए किया जाएगा. लेकिन वहीं दूसरी ओर लेन खुलने के बाद किसान आंदोलन पर क्या फर्क पड़ेगा, आइए समझते हैं.

देखें रिपोर्ट

करीब एक महीने पहले खोली थी पहली लेन
करीब एक महीने पहले दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से नेशनल हाइवे 9 को गाजियाबाद से जोड़ने वाले एक लेन को खोल दिया था, जिसके बाद इस लेन पर ट्रैफिक सुचारू रूप से चल रहा था. वहीं दिल्ली से आने वाली इस दूसरी लेन को इमरजेंसी वाहनों के इस्तेमाल के लिए ही खोला जा रहा है.

काफी समय से मांग कर रहे थे किसान
एनएच-9 की दूसरी लेन खुलने के बाद किसानों ने कहा है कि इससे उनके आंदोलन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा बल्कि किसान खुद इस लेन के खोलने की मांग कर रहे थे. किसानों ने कहा कि उनका मकसद आवाजाही को बाधित करना नहीं है. इसलिए सभी वैकल्पिक रास्ते उनकी तरफ से छोड़े गए हैं.

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गौरतलब है कि गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले नेशनल हाईवे-9 की मुख्य लेन के अलावा सर्विस लेन पर किसान करीब पांच महीने से बैठे हैं.

वहीं, किसानों ने बताया कि रात में अचानक जब दिल्ली पुलिस के बुलडोजर और क्रेन आंदोलन स्थल पर पहुंचे तो एक चर्चा यह होने लगी कि किसान आंदोलन हटाया जा रहा है जो कि बिल्कुल नहीं है.

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