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प्रतिबंधित झंडा विवाद: हिमाचल प्रदेश सीएम बोले- अपने बयान पर कायम, SGPC ने भेजा नोटिस

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Published : Mar 24, 2022, 5:32 PM IST

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने प्रतिबंधित झंडा विवाद (banned flag controversy) पर हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को नोटिस जारी (sgpc issued notice to cm jairam) किया है. वहीं, इस मामले पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसे किसी नोटिस की कोई जानकारी नहीं है.

प्रतिबंधित झंडा विवाद
प्रतिबंधित झंडा विवाद

शिमला : हिमाचल प्रदेश में इन दिनों पंजाब के कुछ वाहन नजर आ रहे हैं, जिसपर धार्मिक झंडे लगाए गए हैं. पुलिस की ओर से मोटर वाहन एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी. बताया जा रहा है कि वाहनों पर जरनैल सिंह भिंडरावाला की तस्वीर से लेकर अन्य कुछ प्रतिबंधित झंडे भी लगे थे, जिन्हें पुलिस ने उतरवा दिया था. इस बीच हिमाचल में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ पंजाब के किरतपुर में हिमाचल से आने वाले वाहनों को रोक दिया गया. ये मामला अब तूल पकड़ने (banned flag controversy) लगा है. इस पर सीएम जयराम ठाकुर का बयान आया कि वाहनों में भिंडरावाला के झंडे व पोस्टर विवादित थे, उनकी इजाजत नहीं दी जा सकती है.

सीएम के इस बयान के बाद (cm jairam thakur reaction on sgpc notice) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने नोटिस जारी (sgpc issued notice to cm jairam) किया है. वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने इस तरह के किसी भी नोटिस की बात से इनकार किया है. उन्होंने साफ कहा कि ऐसे किसी नोटिस की उन्हें कोई जानकारी नहीं है. सीएम जयराम ने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने कुछ भी गलत नहीं बोला है.

हिमाचल प्रदेश सीएम बोले- अपने बयान पर कायम

इधर, SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि राज्य के मुखिया हर समुदाय की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं. उनका सांप्रदायिक बयान देश की शांति को नुकसान पहुंचा सकता है. भारत एक बहु-धार्मिक और बहुभाषी देश है, जिसमें सभी को धार्मिक स्वतंत्रता है. संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरांवाला सिखों के राष्ट्रीय शहीद थे, जिन्हें सिख समुदाय के सर्वोच्च धर्मस्थल श्रीअकाल तख्त साहिब से शहीद की उपाधि से नवाजा गया था.

हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कई सिख धर्मस्थल हैं. उन धर्मस्थल तक जाने वाले सिखों की गाड़ियों को रोक कर निशान साहिब और सिख शहीदों के चित्रों को वाहनों से जबरन हटाया जा रहा है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस मुद्दे पर पुलिस प्रशासन को रोकने के बजाए राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सिख भावनाओं के खिलाफ बयान दिया है. संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरांवाले की तस्वीर पर सवाल उठाना उनके लिए जायज नहीं है.

पढ़ें : पंजाब के विकास के लिए कांग्रेस और केजरीवाल मॉडल नहीं हो सकता: जयराम ठाकुर

बता दें कि सीएम जयराम ठाकुर ने अपने बयान दिया था कि पुलिस ने ट्रैफिक नियमों के तहत अपना काम किया है. इस प्रकार झंडे लगाकर वाहन चलाना नियमों के खिलाफ है. पंजाब के श्रद्धालुओं से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, निशान साहब के झंडे का पूरा सम्मान है, लेकिन वाहनों में प्रतिबंधित तस्वीरें, पोस्टर या झंडे लगे थे, जिसपर पुलिस ने नियमों के तहत कार्रवाई की थी.

सीएम जयराम ठाकुर का बयान

सीएम जयराम ने कहा था कि इस मामले को पंजाब सरकार के समक्ष उठाया गया है. सीएम ने कहा था कि राज्य सरकार भी पूरी तरह से गंभीर है और पंजाब सरकार को भी गंभीरता से कार्य करना चाहिए. इस मामले पर कानून के तहत कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस पर पंजाब के मुख्य सचिव से बातचीत हुई है. आगे से ऐसा न हो उसको लेकर आश्वस्त किया है.

शिमला : हिमाचल प्रदेश में इन दिनों पंजाब के कुछ वाहन नजर आ रहे हैं, जिसपर धार्मिक झंडे लगाए गए हैं. पुलिस की ओर से मोटर वाहन एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी. बताया जा रहा है कि वाहनों पर जरनैल सिंह भिंडरावाला की तस्वीर से लेकर अन्य कुछ प्रतिबंधित झंडे भी लगे थे, जिन्हें पुलिस ने उतरवा दिया था. इस बीच हिमाचल में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ पंजाब के किरतपुर में हिमाचल से आने वाले वाहनों को रोक दिया गया. ये मामला अब तूल पकड़ने (banned flag controversy) लगा है. इस पर सीएम जयराम ठाकुर का बयान आया कि वाहनों में भिंडरावाला के झंडे व पोस्टर विवादित थे, उनकी इजाजत नहीं दी जा सकती है.

सीएम के इस बयान के बाद (cm jairam thakur reaction on sgpc notice) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने नोटिस जारी (sgpc issued notice to cm jairam) किया है. वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने इस तरह के किसी भी नोटिस की बात से इनकार किया है. उन्होंने साफ कहा कि ऐसे किसी नोटिस की उन्हें कोई जानकारी नहीं है. सीएम जयराम ने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने कुछ भी गलत नहीं बोला है.

हिमाचल प्रदेश सीएम बोले- अपने बयान पर कायम

इधर, SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि राज्य के मुखिया हर समुदाय की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं. उनका सांप्रदायिक बयान देश की शांति को नुकसान पहुंचा सकता है. भारत एक बहु-धार्मिक और बहुभाषी देश है, जिसमें सभी को धार्मिक स्वतंत्रता है. संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरांवाला सिखों के राष्ट्रीय शहीद थे, जिन्हें सिख समुदाय के सर्वोच्च धर्मस्थल श्रीअकाल तख्त साहिब से शहीद की उपाधि से नवाजा गया था.

हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कई सिख धर्मस्थल हैं. उन धर्मस्थल तक जाने वाले सिखों की गाड़ियों को रोक कर निशान साहिब और सिख शहीदों के चित्रों को वाहनों से जबरन हटाया जा रहा है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस मुद्दे पर पुलिस प्रशासन को रोकने के बजाए राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सिख भावनाओं के खिलाफ बयान दिया है. संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरांवाले की तस्वीर पर सवाल उठाना उनके लिए जायज नहीं है.

पढ़ें : पंजाब के विकास के लिए कांग्रेस और केजरीवाल मॉडल नहीं हो सकता: जयराम ठाकुर

बता दें कि सीएम जयराम ठाकुर ने अपने बयान दिया था कि पुलिस ने ट्रैफिक नियमों के तहत अपना काम किया है. इस प्रकार झंडे लगाकर वाहन चलाना नियमों के खिलाफ है. पंजाब के श्रद्धालुओं से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, निशान साहब के झंडे का पूरा सम्मान है, लेकिन वाहनों में प्रतिबंधित तस्वीरें, पोस्टर या झंडे लगे थे, जिसपर पुलिस ने नियमों के तहत कार्रवाई की थी.

सीएम जयराम ठाकुर का बयान

सीएम जयराम ने कहा था कि इस मामले को पंजाब सरकार के समक्ष उठाया गया है. सीएम ने कहा था कि राज्य सरकार भी पूरी तरह से गंभीर है और पंजाब सरकार को भी गंभीरता से कार्य करना चाहिए. इस मामले पर कानून के तहत कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस पर पंजाब के मुख्य सचिव से बातचीत हुई है. आगे से ऐसा न हो उसको लेकर आश्वस्त किया है.

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