अहमदाबाद: गुजरात में अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अवैध रूप से विदेश जाने की कोशिश करने वाले एक बांग्लादेशी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया. यात्री का पासपोर्ट देखकर इमीग्रेशन अधिकारी को शक हुआ, जिसके बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. मामला एक फरवरी 2023 की रात का बताया जा रहा है, जब इमिग्रेशन अधिकारी उमेश देशमुख ड्यूटी पर मौजूद थे.
इसी दौरान इमिग्रेशन काउंटर पर तैनात दिनेश कुमार मीणा एक यात्री को लेकर आए. उन्होंने कहा कि अहमदाबाद से दुबई जाने वाली इंडिगो फ्लाइट के काउंटर को क्लियर करते समय इमिग्रेशन के लिए बोर्डिंग पास की जांच करते समय यात्री इस यात्री को रोका गया, जो कोलकाता से था और पासपोर्ट में उसका नाम बैद्य साजिब लिखा हुआ था. उसके पासपोर्ट पर कोलकाता का पता लिखा हुआ था और जब यात्री से कोलकाता से दुबई जाने के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया.
इमिग्रेशन अधिकारी ने यात्री के पासपोर्ट को देखा और संदेहास्पद पाए जाने पर यात्री से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका नाम राजनचंद्र श्यामलचंदर सरकार है और वह बांग्लादेश का रहने वाला है. आरोपी 6 साल पहले बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ था. आरोपी ने बताया है कि उसके चाचा का बेटा जो मौजूदा समय में बांग्लादेश में रह रहा है, वह 10 साल पहले भारत आया था. इस दौरान उसने आरोपी का भारतीय जन्म प्रमाण पत्र बनवा दिया था, जिसके बाद आरोपी ने उसकी मदद से अन्य भारतीय दस्तावेज बनवा लिए.
जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर आरोपी ने अपने नाम से आधार कार्ड बनवाया. इसके बाद आधार कार्ड की मदद से भारतीय पासपोर्ट बनवाया. पूछताछ में यह सामने आया कि आरोपी को दुबई जाना था, इसलिए उसने दुबई टूरिस्ट वीजा करवाया था. इस पूरे मामले में जब इमिग्रेशन अधिकारी ने यात्री का जन्म प्रमाण पत्र मांगा और उसने फोन में अपने बांग्लादेशी जन्म प्रमाण पत्र को दिखाया. इस पूरे मामले में यात्री के खिलाफ मिले सबूतों के आधार पर इमिग्रेशन ऑफिसर ने एयरपोर्ट थाने में इसकी शिकायत दर्ज करा दी है.
पढ़ें: Arresting in Ranchi: धर्म छिपाकर और पुलिस अफसर बताकर की थी छह शादी, अब पुलिस ने पहनाया सरकारी कंगन
एयरपोर्ट थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को सौंप दिया है. इस संबंध में एयरपोर्ट थाने के पीआई रश्मिन देसाई ने ईटीवी भारत को बताया कि इमिग्रेशन ओफिसर की शिकायत के आधार पर अपराध दर्ज कर लिया गया है और आरोपी को गिरफ्तार कर एसओजी को सौंप दिया गया है. इस मामले में आगे की जांच एसओजी करेगी.