विशाखापत्तनम : बांग्लादेश नौसेना जहाज (बीएनएस) सोमुद्र अविजन आज पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) की पांच दिवसीय यात्रा पर विशाखापत्तनम पहुंचा. बता दें कि 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर मिली ऐतिहासिक जीत के 50 साल पूरे हो चुके हैं. इसी उपलक्ष्य में भारतीय सेना स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में इसे मना रही है.
स्वर्णिम विजय वर्ष के सेलिब्रेशन में भाग लेने के लिए बांग्लादेश का नौसेना जहाज (बीएनएस) सोमुद्र अविजन भारत पहुंचा है. बीएनएस सोमुद्र अविजन के अधिकारियों और चालक दल का ईएनसी और पूर्वी बेड़े के प्रतिनिधियों ने नौसेना बैंड के साथ स्वागत किया.
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दोनों नौसेनाओं के बीच पेशेवर बातचीत, क्रॉस डेक विज़िट, आईएनएस विश्वकर्मा और आईएनएस देगा की यात्रा समेत गतिविधियों की एक श्रृंखला निर्धारित की गई है. इसके अलावा बांग्लादेश नौसेना पर विशेष वृत्तचित्र की स्क्रीनिंग और 1971 के युद्ध के पूर्व सैनिकों के साथ बातचीत इस यात्रा का मुख्य आकर्षण होगी.
शीर्ष स्तर पर बांग्लादेश के उच्चायुक्त, महामहिम मुहम्मद इमरान के नेतृत्व में नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जिनके साथ बांग्लादेश के रेजिडेंट डिफेंस अटैश बांग्लादेश और बीएनएस सोमुद्र अविजान के कमांडिंग ऑफिसर भी होंगे, पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल एबी सिंह, एवीएसएम, वीएसएम एवं रीयर एडमिरल तरुण सोबती, वीएसएम फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग ईस्टर्न फ्लीट से आधिकारिक तौर पर बातचीत करेंगे.
गौरतलब है कि दिसंबर 1971 में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी सेना पर एक निर्णायक और ऐतिहासिक जीत हासिल की थी, जिसके चलते एक नए देश बांग्लादेश का जन्म हुआ था. साथ ही यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुआ सबसे बड़ा सैन्य आत्मसमर्पण भी था.
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