वाराणसी: रेलवे की गुणवत्ता को निखारने और बेहतर गुणवत्ता युक्त उत्पादों को आमजन तक पहुंचाने के लिए बनारस रेल इंजन कारखाना को यूरोपियन स्टैंडर्ड के महत्वपूर्ण संस्था के द्वारा आईआरआईएस सर्टिफिकेट मिला (banaras locomotive works gets iris certificate) है. यह सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाली बरेका रेल इंजन निर्माण करने वाली पहली उत्पादक इकाई है.
अधिकारियों का कहना है कि इस IRIS (International Railway Industry Standard) सर्टिफिकेट को प्राप्त करने के लिए 10 मानकों पर खरा उतरना होता है. जिसके बाद इस सर्टिफिकेट को प्रदान किया जाता है. बरेका को यह सर्टिफिकेट रेलवे की गुणवत्ता निखारने और इसकी निगरानी के लिए बनाई गई यूरोपियन स्टैंडर्ड की महत्वपूर्ण संस्था ने प्रदान किया गया है. लगातार 12 दिनों की ऑडिट के बाद बरेका को यह प्रमाण पत्र दिया गया है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ेगी मांग: इसके पहले बरेका को यह सर्टिफिकेट प्रदान किया गया था, जिसकी अवधि 11 दिसंबर 2022 को समाप्त हो रहे थी.परंतु बरेका ने नया रिकॉर्ड बनाते हुए पुनः इस सर्टिफिकेट को प्राप्त किया है. जिसकी अवधि 2025 तक रहेगी. सर्टिफिकेट मिलने पर महाप्रबंधक अंजलि गोयल ने सभी बरेका कर्मियों को धन्यवाद दिया है.
उन्होंने कहा कि उनकी कठिन परिश्रम और मेहनत के कारण ही आज बरेका को IRIS सर्टिफिकेट मिला है. बनारस रेल इंजन कारखाना को IRIS सर्टिफिकेट मिलने से बरेका (banaras locomotive works) के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीजल के अलावा विद्युत रेल जनों की भी मांग और अधिक बढ़ जाएगी. (varanasi up news in hindi)
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