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बलरामपुर पुलिस ने मनाया झारखंड से बरामद हुई लापता बच्ची का जन्मदिन

रामानुजगंज के पहाड़ी मंदिर के पास से लापता हुई 3 साल की बच्ची को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस को जैसे ही पता चला कि बच्ची का जन्मदिन है, दो केक मंगवाए गए. पुलिसकर्मियों ने मासूम का बर्थडे मनाया. मां भी अपनी बेटी को गले लगाकर रो पड़ी.

लापता बच्ची का जन्मदिन
लापता बच्ची का जन्मदिन
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Published : May 28, 2021, 5:25 AM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बलरामपुर स्थित रामानुजगंज पहाड़ी मंदिर के पास से 25 मई को लापता एक तीन साल की बच्ची को पुलिस ने खोज लिया है. बच्ची को झारखंड के एक परिवार के पास से सुरक्षित बरामद कर लिया गया है. पुलिस बच्ची को झारखंड से लेकर जैसे ही बलरामपुर के रामानुजगंज पहुंची, पता चला कि आज ही उसका जन्मदिन है. इसके बाद पुलिसवालों ने बर्थडे सेलिब्रेट करने का प्लान किया.

थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों ने अपने पैसों से दो केक मंगवाया और सेलीब्रेट किया. जन्मदिन मनाने के दौरान बच्चे के परिजन भी थाने में मौजूद थे. बर्थ-डे सेलिब्रेशन के बाद पुलिस ने बच्ची को उसके परिजनों को सौंप दिया.

पुलिस ने झोंक दी पूरी ताकत

पुलिस ने बच्ची की गुमशुदा की सूचना मिलते ही पूरी ताकत के साथ जांच शुरू कर दी थी, लेकिन 25 और 26 मई तक बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला. पुलिस और रामानुजगंज के युवाओं की टीम लगातार बच्ची की खोज में लगे थे. तभी उन्हें जानकारी मिली कि झारखंड के भवरी गांव में बच्ची किसी के घर में है. सूचना मिलते ही तत्काल कुछ युवा और पुलिस जानकारी के आधार पर झारखंड के भंवरी गांव में पहुंचे. जहां पुलिस ने बच्ची को सकुशल एक परिवार के पास देखा.

झारखंड से बरामद हुई लापता बच्ची का जन्मदिन

झारखंड के परिवार के पास कैसे पहुंची बच्ची

पुलिस ने बच्ची की देखरेख करने वाले परिवार के सदस्यों से बात की है. परिवार के सदस्यों ने बताया कि बच्ची पहाड़ी मंदिर के पास बिलकुल अकेली थी. वे लोग पहाड़ी मंदिर पूजा करने गए हुए थे. बच्ची को अकेला देख उन्होंने उसे अपने पास बुलाया और काफी देर तक उसके परिजनों के आने का इंतजार भी किया, लेकिन जब इस बच्ची को कोई लेने नहीं आया तो उन्हें चिंता होने लगी. बच्ची को अकेला छोड़ना ठीक नहीं लगा, लिहाजा बच्ची को अपने साथ अपने घर ले आए. परिवार ने पूरे गांव में भी इस बात की सूचना दे दी थी कि उन्हें एक बच्ची मिली है. अगर कोई इसकी खोजबीन करता है तो जानकारी दें.

पढ़ें - असम : अज्ञात बदमाशों ने कांग्रेस विधायक रूपज्योति कुर्मी पर की फायरिंग

परिवार में खुशी का माहौल

बच्ची के लापता होने के बाद से परिवार में मातम का माहौल था. परिजन पूरे वक्त बच्ची की खोजबीन और पुलिस थाने का चक्कर लगा रहे थे. पुलिस को बच्ची पूरी तरह सुरक्षित मिली. जिससे परिवार वालों ने राहत की सांस ली. परिवार वालों की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. बच्ची को पाकर वो रोने भी लगे. इतना ही नहीं बच्ची के परिजनों ने उस परिवार का भी धन्यवाद किया, जिसने इस बच्ची को अपने बच्चे की तरह 2 दिनों तक पाला. रामानुजगंज पुलिस और रामानुजगंज तहसीलदार विवेक चंद्रा की उपस्थिति में बच्ची को परिजनों को सौंप दिया गया.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बलरामपुर स्थित रामानुजगंज पहाड़ी मंदिर के पास से 25 मई को लापता एक तीन साल की बच्ची को पुलिस ने खोज लिया है. बच्ची को झारखंड के एक परिवार के पास से सुरक्षित बरामद कर लिया गया है. पुलिस बच्ची को झारखंड से लेकर जैसे ही बलरामपुर के रामानुजगंज पहुंची, पता चला कि आज ही उसका जन्मदिन है. इसके बाद पुलिसवालों ने बर्थडे सेलिब्रेट करने का प्लान किया.

थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों ने अपने पैसों से दो केक मंगवाया और सेलीब्रेट किया. जन्मदिन मनाने के दौरान बच्चे के परिजन भी थाने में मौजूद थे. बर्थ-डे सेलिब्रेशन के बाद पुलिस ने बच्ची को उसके परिजनों को सौंप दिया.

पुलिस ने झोंक दी पूरी ताकत

पुलिस ने बच्ची की गुमशुदा की सूचना मिलते ही पूरी ताकत के साथ जांच शुरू कर दी थी, लेकिन 25 और 26 मई तक बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला. पुलिस और रामानुजगंज के युवाओं की टीम लगातार बच्ची की खोज में लगे थे. तभी उन्हें जानकारी मिली कि झारखंड के भवरी गांव में बच्ची किसी के घर में है. सूचना मिलते ही तत्काल कुछ युवा और पुलिस जानकारी के आधार पर झारखंड के भंवरी गांव में पहुंचे. जहां पुलिस ने बच्ची को सकुशल एक परिवार के पास देखा.

झारखंड से बरामद हुई लापता बच्ची का जन्मदिन

झारखंड के परिवार के पास कैसे पहुंची बच्ची

पुलिस ने बच्ची की देखरेख करने वाले परिवार के सदस्यों से बात की है. परिवार के सदस्यों ने बताया कि बच्ची पहाड़ी मंदिर के पास बिलकुल अकेली थी. वे लोग पहाड़ी मंदिर पूजा करने गए हुए थे. बच्ची को अकेला देख उन्होंने उसे अपने पास बुलाया और काफी देर तक उसके परिजनों के आने का इंतजार भी किया, लेकिन जब इस बच्ची को कोई लेने नहीं आया तो उन्हें चिंता होने लगी. बच्ची को अकेला छोड़ना ठीक नहीं लगा, लिहाजा बच्ची को अपने साथ अपने घर ले आए. परिवार ने पूरे गांव में भी इस बात की सूचना दे दी थी कि उन्हें एक बच्ची मिली है. अगर कोई इसकी खोजबीन करता है तो जानकारी दें.

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परिवार में खुशी का माहौल

बच्ची के लापता होने के बाद से परिवार में मातम का माहौल था. परिजन पूरे वक्त बच्ची की खोजबीन और पुलिस थाने का चक्कर लगा रहे थे. पुलिस को बच्ची पूरी तरह सुरक्षित मिली. जिससे परिवार वालों ने राहत की सांस ली. परिवार वालों की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. बच्ची को पाकर वो रोने भी लगे. इतना ही नहीं बच्ची के परिजनों ने उस परिवार का भी धन्यवाद किया, जिसने इस बच्ची को अपने बच्चे की तरह 2 दिनों तक पाला. रामानुजगंज पुलिस और रामानुजगंज तहसीलदार विवेक चंद्रा की उपस्थिति में बच्ची को परिजनों को सौंप दिया गया.

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