सोनीपत (हरियाणा) : टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में इतिहास रचने के बाद टीम इंडिया (Team India) के साथ ब्रॉन्ज मेडल विजेता बजरंग पूनिया (Bronze Medal Winner Bajrang Punia) भी भारत आए. जहां देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को सातों मेडलिस्ट समेत अन्य खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया गया. बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) का खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने सम्मानित किया. सम्मान समारोह के बाद ईटीवी भारत की टीम ने पहलवान बजरंग पूनिया से खास बातचीत की. इस बातचीत के दौरान उन्होंने ओलंपिक में अपने अनुभव, फ्यूचर प्लान और छुट्टियों में वो क्या करने वाले हैं, सब साझा किया.
बजरंग पूनिया ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में अपने प्रदर्शन के बारे में बताया कि वो जी जान से लड़े, लेकिन उनके मैच में उनकी चोट बहुत बड़ी बाधा बनी. उनकी चोट की वजह से मैच से 25 दिन पहले से ही ट्रैनिंग नहीं ले पाए थे, फिर भी उन्होंने परवाह नहीं की. उन्होंने कहा कि मैंने सोच लिया था कि बाउट के दौरान कुछ टूट-फूट हो जाती है, तो उनके पास ओलंपिक गेम के बाद काफी वक्त है रिकवर होने के लिए, लेकिन चोट की वजह से वो गोल्ड के लिए सौ प्रतिशत नहीं दे पाए.
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अपने फ्यूचर प्लान (Bajrang Punia Future Plans) को लेकर बजरंग पूनिया ने कहा कि, फिलहाल कुछ समय तो कोई गेम नहीं है. इसलिए थोड़ा समय वो घर को देना चाहते हैं. पूनिया ने कहा कि वो अपनी मां के हाथ का बना गुड़-चूरमा और भाभी के हाथ के बने पराठे खाएंगे. उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों तक घर का प्योर खाना खाऊंगा. घर पर रहुंगा और अपने माता-पिता और पूरे परिवार को समय दूंगा. इस बीच रिकवर होने का समय भी मिलेगा, जिसके बाद एशियन, कॉमन वेल्थ गेम्स और अक्टूबर में आने वाले वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए जी तोड़ प्रैक्टिस में जुट जाएंगे.
ईटीवी से बातचीत के दौरान बजरंग पूनिया ने कहा कि आने वाला वक्त हरियाणा के पहलवाने के लिए अच्छा वक्त है. उन्होंने पहलवान रवि दहिया (Wrestler Ravi Dahiya) की तारीफ की. उन्होंने कहा कि ओलंपिक में रवि दहिया ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया. 20-25 साल में जब रवि मेडल ला सकते हैं तो आने वाले वक्त में वो और भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे. वो युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं. बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में भारत ने इतिहास रचा है. इस बार भारत के नाम कुल 7 मेडल हुए हैं, जो अभी तक किसी भी ओलंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इनमें एक गोल्ड मेडल, दो सिल्वर मेडल और चार ब्रॉन्ज मेडल शामिल है.