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भारत में क्रिकेट पर फोकस, फुटबॉल में भी पैशन की जरूरत: पद्मश्री बाइचुंग भूटिया - ETV Bharat Rajasthan news

पूर्व कप्तान और पद्मश्री बाइचुंग भूटिया रविवार को कोटा पहुंचे. यहां उन्होंने फुटबॉल (Baichung Bhutia in Kota) को बढ़ावा देने की बात कहते हुए कहा कि देश में केवल क्रिकेट पर फोकस किया जाता है. फुटबॉल में भी पैशन और नए आइडिया के साथ लोगों को आना चाहिए ताकि स्पोर्ट्स आगे बढ़ सके.

Baichung Bhutia in Kota, Status of Football in India
पूर्व कप्तान और पद्मश्री बाइचुंग भूटिया.
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Published : Dec 4, 2022, 8:51 PM IST

कोटा. भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान और पद्मश्री बाइचुंग भूटिया रविवार को कोटा (Baichung Bhutia in Kota) पहुंचे. यहां एक निजी कोचिंग संस्थान के टेलेंटटैक्स कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने 2.5 करोड़ रुपए के नकद पुरस्कार विद्यार्थियों को दिए. इसके साथ ही करोड़ों रुपए की स्कॉलरशिप भी विद्यार्थियों को वितरित किए गए.

मीडिया से बातचीत करते हुए बाइचुंग भूटिया ने कहा कि वर्ल्ड लेवल पर फुटबॉल ही ( Status of Football in India) आगे है. फीफा में जितने मेंबर हैं, इतने यूनाइटेड नेशंस में भी नहीं हैं. आज फुटबॉल पूरा वर्ल्ड खेल रहा है, यह एक ग्लोबल स्पोर्ट्स माना जाता है. भारत के लिए कंपटीशन ज्यादा है. क्योंकि फीफा में एशिया से केवल 4 देश ही क्वालीफाई कर सकते हैं. ऐसे में कई देशों को चैलेंज देना होता है.

भारत में क्रिकेट पर फोकस.

पढ़ें. Durand Cup Football Tournament : 40 साल बाद राजस्थान की टीम लेगी हिस्सा, जयपुर में हुआ ट्रॉफी का अनावरण

भारत में फोकस क्रिकेट पर : भूटिया ने कहा कि भारत में पूरा फोकस क्रिकेट पर है. सारा पैसा और स्पॉन्सर क्रिकेट ही लेकर चला जाता है. फुटबॉल के लिए स्पॉन्सर ढूंढने से भी नहीं मिलते हैं. यह चैलेंज फेडरेशन के लिए है. चाइना एक बड़ा इन्वेस्टमेंट फुटबॉल में कर रहा है. गल्फ कंट्री कतर इस बार वर्ल्ड कप को होस्ट कर रहा है. यूएई ने सारे बड़े-बड़े वर्ल्ड क्लब को खरीदा हुआ है, जिसमें मैनचेस्टर सिटी से लेकर यूनाइटेड शामिल हैं. मैं भी छोटी सी पार्टी बना रहा हूं, इसमें दोस्तों को लेकर बदलाव के लिए काम कर रहे हैं. क्योंकि कोई भी डिसीजन पॉलिटिकल लेवल पर ही होते हैं.

पढ़ें. राजस्थान में सबसे कम उम्र के नेशनल फुटबॉल रेफरी बने जस्टिन..

फेडरेशन फुटबॉल को आगे बढ़ाने के लिए अच्छे काम करें : भूटिया ने कहा कि खेलों में राजनीति अभी नहीं बहुत पहले से चल रही है. चाहे पॉलिटिशन हो, स्पोर्ट्स पर्सन या ब्यूरोक्रेट्स हो, फेडरेशन को चलाना पड़ता है. लेकिन ये पैशन और नए आइडिया के साथ होना चाहिए जिससे स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिल सके. दुख की बात यही है, अभी इंडिया में ज्यादातर स्पोर्ट्स में डिस्ट्रिक्ट व स्टेट लेवल पर बने फेडरेशन में खुद का फायदा के लिए अध्यक्ष बने हुए हैं. ये फोकस होकर काम नहीं कर पा रहे हैं. जबकि बदलाव लाना काफी जरूरी है. स्पोर्ट्स कोई भी हो क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी या और कोई भी खेल हो. स्टेट व डिस्ट्रिक्ट लेवल पर बैठा हुआ व्यक्ति हार्ड वर्किंग होना चाहिए. खिलाड़ियों के लिए प्लेटफार्म, ट्रेनिंग व टूर्नामेंट होनी चाहिए, लेकिन अभी इंडिया में यह नहीं है. हालांकि बीते कुछ सालों में थोड़ा बदलाव आया है.

11 दिन पहले मनाया जन्मदिन : भूटिया का जन्मदिन 15 दिसम्बर को आता है. लेकिन उन्होंने रविवार को कोटा में ही जन्मदिन मनाया. निजी कोचिंग के निदेशक नवीन माहेश्वरी और बृजेश माहेश्वरी ने सरप्राइज देते हुए केक कटवाया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में छात्र वहां पर मौजूद रहे. निजी कोचिंग के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने कहा कि बाइचुंग भूटिया ने एक उदाहरण सेट किया है कि हर किसी को वो काम करना जिसमें वो बेस्ट कर सकता है.

कोटा. भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान और पद्मश्री बाइचुंग भूटिया रविवार को कोटा (Baichung Bhutia in Kota) पहुंचे. यहां एक निजी कोचिंग संस्थान के टेलेंटटैक्स कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने 2.5 करोड़ रुपए के नकद पुरस्कार विद्यार्थियों को दिए. इसके साथ ही करोड़ों रुपए की स्कॉलरशिप भी विद्यार्थियों को वितरित किए गए.

मीडिया से बातचीत करते हुए बाइचुंग भूटिया ने कहा कि वर्ल्ड लेवल पर फुटबॉल ही ( Status of Football in India) आगे है. फीफा में जितने मेंबर हैं, इतने यूनाइटेड नेशंस में भी नहीं हैं. आज फुटबॉल पूरा वर्ल्ड खेल रहा है, यह एक ग्लोबल स्पोर्ट्स माना जाता है. भारत के लिए कंपटीशन ज्यादा है. क्योंकि फीफा में एशिया से केवल 4 देश ही क्वालीफाई कर सकते हैं. ऐसे में कई देशों को चैलेंज देना होता है.

भारत में क्रिकेट पर फोकस.

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भारत में फोकस क्रिकेट पर : भूटिया ने कहा कि भारत में पूरा फोकस क्रिकेट पर है. सारा पैसा और स्पॉन्सर क्रिकेट ही लेकर चला जाता है. फुटबॉल के लिए स्पॉन्सर ढूंढने से भी नहीं मिलते हैं. यह चैलेंज फेडरेशन के लिए है. चाइना एक बड़ा इन्वेस्टमेंट फुटबॉल में कर रहा है. गल्फ कंट्री कतर इस बार वर्ल्ड कप को होस्ट कर रहा है. यूएई ने सारे बड़े-बड़े वर्ल्ड क्लब को खरीदा हुआ है, जिसमें मैनचेस्टर सिटी से लेकर यूनाइटेड शामिल हैं. मैं भी छोटी सी पार्टी बना रहा हूं, इसमें दोस्तों को लेकर बदलाव के लिए काम कर रहे हैं. क्योंकि कोई भी डिसीजन पॉलिटिकल लेवल पर ही होते हैं.

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फेडरेशन फुटबॉल को आगे बढ़ाने के लिए अच्छे काम करें : भूटिया ने कहा कि खेलों में राजनीति अभी नहीं बहुत पहले से चल रही है. चाहे पॉलिटिशन हो, स्पोर्ट्स पर्सन या ब्यूरोक्रेट्स हो, फेडरेशन को चलाना पड़ता है. लेकिन ये पैशन और नए आइडिया के साथ होना चाहिए जिससे स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिल सके. दुख की बात यही है, अभी इंडिया में ज्यादातर स्पोर्ट्स में डिस्ट्रिक्ट व स्टेट लेवल पर बने फेडरेशन में खुद का फायदा के लिए अध्यक्ष बने हुए हैं. ये फोकस होकर काम नहीं कर पा रहे हैं. जबकि बदलाव लाना काफी जरूरी है. स्पोर्ट्स कोई भी हो क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी या और कोई भी खेल हो. स्टेट व डिस्ट्रिक्ट लेवल पर बैठा हुआ व्यक्ति हार्ड वर्किंग होना चाहिए. खिलाड़ियों के लिए प्लेटफार्म, ट्रेनिंग व टूर्नामेंट होनी चाहिए, लेकिन अभी इंडिया में यह नहीं है. हालांकि बीते कुछ सालों में थोड़ा बदलाव आया है.

11 दिन पहले मनाया जन्मदिन : भूटिया का जन्मदिन 15 दिसम्बर को आता है. लेकिन उन्होंने रविवार को कोटा में ही जन्मदिन मनाया. निजी कोचिंग के निदेशक नवीन माहेश्वरी और बृजेश माहेश्वरी ने सरप्राइज देते हुए केक कटवाया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में छात्र वहां पर मौजूद रहे. निजी कोचिंग के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने कहा कि बाइचुंग भूटिया ने एक उदाहरण सेट किया है कि हर किसी को वो काम करना जिसमें वो बेस्ट कर सकता है.

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